
सांकेतिक तस्वीर
आंध्र प्रदेश में श्री सत्य साईं जिले के पेनुगोंडा मंडल के याररामंची पंचायत किआ फैक्ट्री से कार के 900 इंजन चोरी हो गई है. यह इंजन चेन्नई बंदरगाह पर उतरे थे और यहां से कंटेनर में रखकर फैक्ट्री ले जाए गए थे. वहीं जब किआ कंपनी प्रबंधन ने इंजनों का मिलान कराया तो पता चला कि 900 इंजन कम हैं. इस खबर से हड़कंप मच गया. आनन फानन में पुलिस को घटना की जानकारी दी गइ्र. इसके बाद पुलिस ने तमिलनाडु से 9 लोगों को अरेस्ट किया है. हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि इंजनों की चोरी चेन्नई बंदरगाह पर हुई या फैक्ट्री से.
पुलिस के मुताबिक सूचना मिलते ही पुलिस ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया था. वहीं एसआईटी ने मामले की जांच करते हुए नौ आरोपियों को अरेस्ट कर लिया. पुलिस के मुताबिक अब पता करने की कोशिश हो रही है कि पकड़े गए आरोपी कहीं किया कंपनी के पूर्व कर्मचारी तो नहीं. पुलिस के लिए यह सवाल बेहद अहम है. दरअसल विदेश से बनकर आने वाले इंजनों को कड़ी सुरक्षा में कंटेनर में रखकर फैक्ट्री तक लाया जाता है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि बिना मिलीभगत के इतनी बड़ी चोरी कैसे हो गई.
पुलिस के रडार पर कंपनी के कर्मचारी
इसके लिए पुलिस सबसे पहले यह पता करने की कोशिश कर रही है कि यह इंजन कहां से चोरी हुए. चूंकि चेन्नई बंदरगाह और फैक्ट्री के अंदर से इतनी बड़ी चोरी संभव नहीं है. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि बंदरगाह से फैक्ट्री के बीच में कंटेनरों से इंजन उतारे गए हैं. किआ प्रबंधन के मुताबिक 19 मार्च को इस संबंध में पुलिस में शिकायत दी गई थी. वहीं अब पुलिस ने 9 आरोपियों को अरेस्ट किया है. हालांकि अभी भी पुलिस की रडार पर किआ कंपनी के कर्मचारी हैं.
विदेश से आते हैं कार के इंजन
बता दें कि किया कंपनी की फैक्ट्री में अलग अलग श्रोतों से कार के पुर्जे आते हैं. इसमें इंजन विदेश से आता है. इन सारे उपकरणों के आने के बाद फैक्ट्री में इन्हें असेंबल किया जाता है. इसी क्रम में 900 इंजन मंगाए गए थे. पुलिस के मुताबिक राज्य का विभाजन होने के बाद किया उद्योग आंध्र प्रदेश का सबसे बड़ा उद्योग माना जाता है. इस कंपनी की पेनुकोंडा यूनिट ने पहली कार जून 2019 में बाजार में उतारी थी.