मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा से जुड़ी एक बड़ी ख़बर सामने आई है. प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ये कोई अचानक घटना नहीं थी, बल्कि एक लंबे समय से रची गई साजिश का नतीजा है. सूत्रों के मुताबिक, इस साजिश में तुर्की और बांग्लादेश का हाथ है. तुर्की से धनराशि मिली और बांग्लादेश के आतंकवादी संगठन अंसारुल बांग्ला के सदस्यों ने भी इसमें भागीदारी की है. तीन महीने पहले से ही इस साजिश की योजना बनाई जा रही थी. पहले रामनवमी को निशाना बनाने की योजना थी, लेकिन कड़ी सुरक्षा के कारण योजना में बदलाव किया गया. हमलावरों को 500-500 रूपये दिए गए थे. इस हिंसा के कारण सैकड़ों हिंदू परिवार विस्थापित हुए हैं और डर के साये में जीने को मजबूर हैं.