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Friday, April 25, 2025
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मुंबई, न्यूयॉर्क या फिर शंघाई, रुपए ने किया रॉक, डॉलर हुआ धराशाई


दुनिया की सबसे शक्तिशाली करेंसी कहे जाने वाली करेंसी डॉलर मौजूदा समय में रुपए के सामने काफी असहाय नजर आ रहा है. लगातार तीसरा कारोबारी दिन है, जब रुपए में डॉलर के सामने मजबूत होता हुआ दिखाई दे रहा है. तीन कारोबारी दिनों में रुपए में एक रुपए से ज्यादा की मजबूती देखने को मिल चुकी है. खास बात तो ये है कि विदेशी निवेशकों की शेयर बाजार में वापसी होने की वजह से रुपए में तेजी आई है.

वहीं दूसरी ओर भारत का शेयर बाजार दुनिया इकलौता बड़ा बाजार बन गया है, जो ट्रंप टैरिफ के नुकसान को रिकवर कर गया है. जिसका असर भी करेंसी मार्केट में देखने को मिल रहा है. वहीं दूसरी ओर कच्चे तेल की कीमतें 4 साल के लोअर लेवल पर आ गई हैं. जिसकी वजह से रुपए को डॉलर के मुकाबले में काफी सपोर्ट मिलता हुआ दिखाई दे रहा है.

अगर बात बुधवार की बात करें तो एफआईआई के निवेश, कमजोर अमेरिकी करेंसी और कच्चे तेल की कम कीमतों के कारण बुधवार को शुरुआती कारोबार में रुपया मजबूत रहा और 26 पैसे बढ़कर 85.54 प्रति डॉलर पर पहुंच गया. विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि अमेरिका में पारस्परिक शुल्कों से 90 दिन की राहत के बाद आए पॉजिटिव ब्रोडर इकोनॉमिक​ डाटा ने विदेशी निवेशकों द्वारा घरेलू इक्विटी में खरीदारी को बढ़ावा दिया, जिससे स्थानीय मुद्रा को मजबूती मिली. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर दुनियाभर में रुपया डॉलर के मुकाबले में कैसे रॉक करता हुआ दिखाई दे रहा है.

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Rupee Vs Dollar (11)

रुपए में लगातार तीसरे दिन तेजी का माहौल

इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज मार्केट में रुपया 85.66 पर मजबूती के साथ ओपन हुआ और शुरुआती सौदों में डॉलर के मुकाबले 85.54 पर कारोबार करते हुए आगे बढ़ गया, जो पिछले बंद स्तर से 26 पैसे अधिक है. मंगलवार के सत्र में रुपया डॉलर के मुकाबले 30 पैसे की बढ़त के साथ 85.80 पर बंद हुआ था. शुक्रवार को पिछले सत्र में इसमें 58 पैसे की तेज बढ़ोतरी हुई थी. सोमवार को डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर जयंती के अवसर पर विदेशी मुद्रा बाजार बंद रहे थे. साथ ही शुक्रवार को गुड फ्राइडे के मौके पर करेंसी मार्केट बंद रह सकता है. तीसरे कारोबारी दिन तक रुपए में डॉलर के मुकाबले में एक रुपए से ज्यादा की मजबूती देखने को मिल चुकी है. जानकारों का कहना है कि रुपए में और तेजी देखने को मिल सकती है.

Dollar Crash

डॉलर इंडेक्स से लेकर शेयर बाजार तक

  1. इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत को मापने वाला डॉलर इंडेक्स 0.47 फीसदी की गिरावट के साथ 99.49 पर कारोबार कर रहा था, जो 1 मार्च 2022 को देखा गया स्तर है.
  2. वहीं दूसरी ओर इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड ऑयल 0.36 फीसदी गिरावट के साथ अपने चार साल के निचले स्तर 64.44 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. इससे पहले क्रूड अप्रैल 2021 में इस स्तर पर पहुंचा था.
  3. घरेलू इक्विटी बाजार में, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 118.02 अंक या 0.15 प्रतिशत गिरकर 76,616.87 पर आ गया;
  4. जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 41.10 अंक या 0.18 प्रतिशत गिरकर 23,287.45 पर आ गया.
  5. दोनों सूचकांक मंगलवार के सत्र में 2 प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ बंद हुए थे. शुक्रवार और मंगलवार की तेजी को मिला शेयर बाजार में 4 फीसदी की तेजी आ चुकी है.
  6. एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को शुद्ध आधार पर 6,065.78 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी.

Dollar Vs Rupee (40)

महंगाई हुई कम

मंगलवार को जारी नवीनतम सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में थोक महंगाई मार्च में घटकर 2.05 प्रतिशत रह गई, जो छह महीने का निचला स्तर है. ऐसा सब्जियों, आलू और अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी आने के कारण हुआ. सब्जियों और प्रोटीन युक्त वस्तुओं की कीमतों में कमी आने के कारण खुदरा महंगाई मार्च में मामूली रूप से घटकर 3.34 प्रतिशत रह गई, जो लगभग छह साल का निचला स्तर है. अन्य आंकड़ों से पता चलता है कि भारत का निर्यात चार महीने बाद पॉजिटिव देखने को मिला. मार्च में निर्यात में मामूली 0.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और यह 41.97 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया. वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद वस्तुओं और सेवाओं का कुल निर्यात पिछले वित्त वर्ष में 820 बिलियन अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर को पार कर गया.





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