fbpx
Saturday, April 19, 2025
spot_img

क्या सीटी- स्कैन कराने से होता है कैंसर? एक्सपर्ट्स से जानें


क्या सीटी- स्कैन कराने से होता है कैंसर? एक्सपर्ट्स से जानें

क्या सीटी- स्कैन से कैंसर का रिस्क है Image Credit source: Getty images

JAMA इंटरनल मेडिसिन पत्रिका में एक रिसर्च पब्लिश हुई है. इसमें बताया गया है कि किसी व्यक्ति पर किए गए ज्यादा सीटी स्कैन (कंप्यूटेड टोमोग्राफी) कैंसर का कारण बन सकते हैं. यह रिसर्च अमेरिका में मरीजों पर हो रहे स्कैन के आधार पर की गई है. रिसर्च में कहा गया है कि कैंसर के कुल मामलों में से 5 फीसदी सीटी- स्कैन कराने की वजह से हो सकते हैं. उन लोगों को इसका रिस्क है जो अपने जीवन में कई बार इस स्कैन को कराते हैं. रिसर्च में कहा गया है कि स्कैन के दौरान निकलने वाली रेडिएशन से कैंसर का रिस्क होता है.

सीटी-स्कैन (कंप्यूटेड टोमोग्राफी) एक इमेजिंग तकनीक है जो शरीर के अंदर के अंगों की सही पिक्चर देती है और कई बीमारियां की पहचान करती है. सीटी-स्कैन के दौरान, शरीर को एक्स-रे रेडिएशन के संपर्क में लाया जाता है, जो कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है. इसका रिस्क तब और बढ़ जाता है जब स्कैन में रेडिएशन का ज्याद यूज किया जा रहा होता है. सीटी स्कैन कैसे कैंसर का कारण बनता है. इस बारे में डिटेल में एक्सपर्ट्स से जानते हैं.

सीटी-स्कैन और कैंसर का खतरा

पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ जुगल किशोर बताते हैं कि एक या दो सीटी-स्कैन से कैंसर होता है ऐसा मेडिकल साइंस में कोई प्रमाण नहीं है. हां, लेकिन अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में 5 से 10 स्कैन कराता है और ये सभी हाई डोज वाले होते हैं तो कैंसर का रिस्क हो सकता है.सीटी-स्कैन के खतरों में रेडिएशन का खतरा, एलर्जी और स्कैन में यूज होने वाली कंट्रास्ट डाई के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. हालांकि बच्चों में रेडिएशन से कैंसर का रिस्क अधिक होता है, लेकिन अगर बड़े लोगों में सीटी स्कैन अधिक बार किए जाएं तो ये उनमें भी कैंसर का रिस्क बढ़ा सकता है.रेडिएशन से बड़े लोगों में छाती और पेट के कैंसर का रिस्क होता है.

तो फिर क्या सीटी स्कैन नहीं कराने चाहिए?

डॉ किशोर बताते हैं कि लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको बीमारी है और डॉक्टर ने स्कैन लिखा है फिर भी नहीं करा रहे हैं. आप अपने जीवन में दो से तीन बार सीटी स्कैन करा सकते हैं. सीटी स्कैन एक महत्वपूर्ण इमेजिंग तकनीक है जिसका यूज कैंसर और अन्य बीमारियां की पहचान करने, हड्डी की चोटों का पता लगाने के लिए किया जाता है.

शोधकर्ता भी इस बात पर जोर देते हैं कि बीमारियां की पहचान के लिए स्कैन जरूरी है. हालाँकि, जैसे-जैसे किसी व्यक्ति में सीटी स्कैन कराने की संख्या बढ़ती है, वैसे-वैसे रेडिएशन से जुड़े कैंसर की आशंका भी रहती है. इस वजह से ही कहा जाता है कि स्कैन कम संख्या में ही कराने चाहिए.

क्या करें

अगर आपको सीटी-स्कैन की आवश्यकता है, तो अपने चिकित्सक से इसके फायदों और खतरों के बारे में चर्चा करें

अगर संभव हो तो, सीटी-स्कैन के विकल्पों पर विचार करें जो रेडिएशन का खतरा नहीं बढ़ाते हैं

बिना वजह स्कैन कराने से बचें.





RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

Most Popular