राजस्थान के फलोदी जिले के लोहावट क्षेत्र में घरेलू विवाद के चलते माता-पिता ने अपने तीन बच्चों को जहर देने के बाद गला रेत कर मार दिया. इसके बाद खुद भी आत्महत्या करने का प्रयास किया है. घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के क्षेत्र के लोगों ने माता-पिता, बच्चों को अस्पताल पहुंचाया, जहां पर माता-पिता का इलाज चल रहा है. वहीं डाक्टर ने तीनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया.
घटना लोहावट के कोलू पाबूजी की बताई जा रही है जहां पर शिवलाल और उसकी पत्नी जतनो देवी ने अपने ही तीन बच्चों को जहर पिलाने के बाद गला रेत कर हत्या कर दी. घटना की जानकारी मंगलवार सुबह मिली जब शिवलाल के छोटे भाई की पत्नी शिवलाल को बुलाने के लिए घर के दरवाजे में पहुंची, तो उसने वहां पर चारों ओर खून बिखरा देखा. ऐसे में वह चिल्लाई और आसपास के लोगों को सूचित किया. परिवार, आस-पड़ोस और ग्रामीणों ने जब घर में जाकर देखा तो शिवलाल उसकी पत्नी जतनो देवी बेहोशी की हालत में थे. वहीं तीनों बच्चे अचेत अवस्था में थे. ऐसे में पुलिस को सूचित किया गया और पांचो को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर तीनों बच्चे हरीश 9 वर्ष, बेटी किरण 5 वर्ष, नत्थू 3 वर्ष को मृत घोषित कर दिया.
पारिवारिक झगड़े में की हत्या
पूरे मामले में फलोदी की एसपी पूजा अहाना ने बताया कि आरोपी शिवलाल उसकी पत्नी जतनो देवी मानसिक रूप से पीड़ित हैं. दोनों के बीच में अक्सर झगड़ा होता रहता था. वारदात से पहले भी दोनों के बीच झगड़ा होने की बात सामने आई है. झगड़े के बाद दोनों ने अपने तीनों बच्चों को जहर देने के बाद और खुद आत्महत्या करने का प्रयास किया. घर की जांच में खाली बोतल, ब्लेड, और चाकू भी बरामद किए गए हैं, जिन्हें माता-पिता ने अपने बच्चों की नसे काटने और खुद के हाथ की नसें काटने में इस्तेमाल किया.
परिजनों ने पुलिस को दी जानकारी
शिवलाल के पिता दीनाराम ने बताया कि शिवलाल उत्तराखंड में रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी में ड्राइवर का कार्य करता है. वह 3 वर्ष पूर्व भी पुस्तैनी मकान से अलग जाकर रहने लगा. शिवलाल की माता मानसिक रूप से बीमार है और मंगलवार सुबह घर से निकलकर रोड की तरफ चली गई. ऐसे में दीनाराम ने अपने छोटे बेटे की पत्नी को शिवलाल को बुलाने के लिए भेजा. ताकि वह उसकी मां को ढूंढ कर वापस घर ला सके. लेकिन जब छोटे बेटे की पत्नी घर के बाहर पहुंची तो उसने चारों ओर फर्श पर खून देखा. ऐसे में वह चिल्लाई तो घटना की जानकारी मिली. शिवलाल के पिता दीनाराम खुद भी पैरालिसिस है.
तीनों बच्चों के शव को मोर्चरी में रखवाया गया है. वहीं शिवलाल और उसकी पत्नी का चिकित्सकों की देखरेख में इलाज किया जा रहा है. पुलिस इस पूरे मामले में आगे की जांच में जुटी है.