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Friday, April 25, 2025
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हमास के चंगुल से आजाद होने के बाद भी खुश नहीं ये महिला, नेतन्याहू पर ही उठाए सवाल


गाजा में हमास के चंगुल में फंसे कई बंधकों को नेतन्याहू सरकार सुरक्षित छुड़ा कर ला चुकी है. इसके बावजूद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू आलोचनाओं के घेरे में हैं. इस बार यह आलोचना किसी विरोधी पार्टी की नहीं, बल्कि उस बंधक की है जिसको नेतन्याहू हमास के चंगुल से बचाकर लाए हैं. बंधक के ये महिला एक मां भी है.

एक पीड़ित मां. जिसका बेटा अभी भी हमास की कैद में है. इनाव जांगाउकर नाम की इस महिला ने सोमवार को एक वीडियो संदेश में नेतन्याहू पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. उसने कहा कि अगर उनके बेटे मातान को उसी हाल में छोड़ दिया गया और वह गाजा की सुरंग में मर गया, तो यह सीधे तौर पर नेतन्याहू द्वारा उसके ऊपर दी गई ‘मौत की सजा’ होगी.

बेटे के स्वास्थ को लेकर टेंशन

इसके साथ ही उसने कहा कि पीएम को अच्छी तरह मालूम है कि मातान की मेडिकल कंडीशन क्या है और उसे किन अमानवीय हालात में रखा गया है. जागाउकर का दावा है कि उनका बेटा गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उसी हालत में हमास ने उसे अपहरण कर लिया था.

वीडियो संदेश में उसने बताया कि उनका बेटा बेहद संकरी और नीची सुरंग में भारी जंजीरों से जकड़ा हुआ है, जहां वह खड़ा भी नहीं हो सकता. साथ ही उसने कहा कि वह होलोकॉस्ट झेल रहा है. इनाव जांगाउकर ने यह भी बताया कि उनके बेटे को उसी सुरंग में रखा गया है, जहां एक अमेरिकी नागरिक और सैनिक एडन एलेक्जेंडर को भी बंदी बनाकर रखा गया है. उनका कहना है कि तनाव और खराब परिस्थितियों की वजह से उनके बेटे की सेहत और ज्यादा बिगड़ गई है.

बंधको को वापस लाए नेतन्याहू- जांगाउकर

ज़ांगाउकर ने नेतन्याहू पर यह भी आरोप लगाया कि वह फिर से अधूरी डील करने की कोशिश कर रहे हैं, बजाय इसके कि युद्ध खत्म कर सभी बंधकों को वापस लाएं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अपनी राजनीतिक बदले की भावना के चलते मातान की जान की कीमत चुका रहे हैं. जांगाउकर का मानना है कि नेतन्याहू जानबूझकर उनके बेटे को नजरअंदाज कर रहे हैं, क्योंकि उनका परिवार सरकार की नीतियों का मुखर विरोध करता रहा है.

जांगाउकर ने यरुशलम में स्ट्रैटेजिक अफेयर्स मंत्री रॉन डर्मर के घर के सामने प्रदर्शन में हिस्सा लिया. वहां उन्होंने अपने बेटे की हालात को लेकर लोगों को संबोधित किया. इस प्रदर्शन में सैकड़ों लोग शामिल हुए और बंधकों की रिहाई की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि डर्मर बंधकों के परिवारों से मिलने को तैयार नहीं हैं, इसलिए अब परिवार खुद उनके दरवाजे तक पहुंच गए हैं. इस दर्दनाक बयान और प्रदर्शन से इजराइल की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है.





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