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Saturday, April 19, 2025
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सुनहरे भविष्य की गारंटी बन सकता है डिजिटल मार्केटिंग में करियर, जानें कैसे


सुनहरे भविष्य की गारंटी बन सकता है डिजिटल मार्केटिंग में करियर, जानें कैसे

(फोटो: pixabay.com)

आज के समय में हर कोई ऐसा काम करना चाहता है जो उसे पसंद हो और साथ ही फ्यूचर में स्टेबिलिटी और गुड इनकम भी दे सके. डिजिटल मार्केटिंग में करियर बनाना आज के दौर में एक समझदारी भरा फैसला हो सकता है. इंटरनेट के बढ़ते उपयोग और ऑनलाइन खरीदारी के ट्रेंड ने इस फील्ड को बहुत तेजी से आगे बढ़ाया है.

डिजिटल मार्केटिंग एक ऐसा प्रोसेस है जिसमें कंपनियां अपने प्रोडक्ट और सर्विस को सोशल मीडिया, ईमेल, ब्लॉग और डिजिटल एड के जरिए प्रमोट करती हैं. इसमें एक ऑनलाइन पहचान बनाना और खास तौर पर तय किए गए लोगों तक पहुंचने के लिए कैम्पेन चलाना शामिल होता है.

नौकरी का रोल कैसे बदलता रहता है

जैसे-जैसे नए डिजिटल प्लेटफॉर्म सामने आते हैं, वैसे-वैसे इनका इस्तेमाल भी बदलता जाता है. एक डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर का काम होता है नए ट्रेंड को समझना और यह जानना कि इससे ब्रांड की ऑनलाइन पहचान पर क्या असर पड़ता है. गूगल जैसे सर्च इंजन जब कोई अपडेट लाते हैं, तो मार्केटिंग टीम को अपनी स्ट्रेटेजी फिर से बनानी पड़ती है. इस वजह से यह करियर चैलेंजिंग होने के साथ-साथ बहुत कुछ सिखाने वाला भी है.

डिजिटल मार्केटिंग क्यों हैं भविष्य का रास्ता?

हालांकि पारंपरिक मार्केटिंग आज भी मौजूद है, लेकिन डिजिटल मार्केटिंग ने अपनी एक्युरेसी और लो कॉस्ट की वजह से बहुत तेजी से जगह बनाई है. इसमें आप आसानी से देख सकते हैं कि लोग कहां से आ रहे हैं, वेबसाइट पर क्या कर रहे हैं और किस टेक्नीक से सबसे अच्छा रिजल्ट मिल रहा है.

क्या नौकरियों की मांग ज्यादा है?

डिजिटल मार्केटिंग का साइज 2028 तक लगभग 24.1 अरब डॉलर हो जाएगा और यह 32.1% की रेट से बढ़ेगा. 2027 तक करीब 6 अरब लोग इंटरनेट का यूज करेंगे. इसका सीधा मतलब है कि स्किल्ड डिजिटल मार्केटर्स की जरूरत और भी ज्यादा बढ़ेगी. लिंक्डइन के अनुसार, डिजिटल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट आज की सबसे अधिक डिमांड वाली नौकरियों में से एक है, जिसमें 8.6 लाख से ज्यादा जॉब ओपनिंग्स हैं.

कौन-कौन से रोल होते हैं?

डिजिटल मार्केटिंग में ईमेल मार्केटिंग, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO), कॉपीराइटिंग, कंटेंट राइटिंग, सोशल मीडिया मैनेजमेंट, डिजिटल एडवरटाइजिंग और सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM) जैसे वेरियस रोल्स शामिल हैं. हर रोल के लिए अलग स्किल्स की जरूरत होती है.

कितनी सैलरी मिलती है?

डिजिटल मार्केटिंग में आपकी सैलरी आपके एक्सपीरियंस, स्किल्स और लोकेशन पर निर्भर करती है. भारत में एक डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर की औसत सालाना सैलरी करीब ₹6.4 लाख है. वहीं अमेरिका में यह $122,118, ऑस्ट्रेलिया में $109,857, यूके में £50,683 और जर्मनी में €56,189 है.

डिजिटल मार्केटिंग कैसे शुरू करें?

अगर आप इस एरिया में नए हैं तो शुरुआत में यह समझना जरूरी है कि इसमें कौन-कौन से काम होते हैं और आपको किसमें इंटरेस्ट है. फिर उस एरिया में आपको ट्रेनिंग लेनी चाहिए. आजकल कई ऑनलाइन कोर्स मौजूद हैं जो आपको स्किल्स सिखाते हैं और सर्टिफिकेट भी देते हैं.

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