उत्तर प्रदेश के मथुरा में नगर मजिस्ट्रेट की दबंगई का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वहीं लोगों ने वायरल वीडियो देखने पर नगर मजिस्ट्रेट के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है. दरअसल प्रांतीय खंड पीडब्ल्यूडी के एक कर्मचारी को नगर मजिस्ट्रेट ने पीट दिया. अधिकारी ने अपने अधीनस्थों के साथ मिलकर कार्यालय से खींचकर पीटते हुए बाहर तक लाए.
पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी गोपाल प्रसाद प्रधान सहायक लिपिक की कलेक्ट्रेट एनआईसी गेट से निकलने को लेकर गेट पर तैनात होमगार्ड से कहां सुनी हो गई. बस इसी बात को लेकर नगर मजिस्ट्रेट राकेश कुमार ने अपने विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर गोपाल प्रसाद को पीट दिया. गोपाल प्रसाद विभागीय कार्य कर रहे थे तभी नगर मजिस्ट्रेट अपने विभागीय कर्मचारियों के साथ वहां पहुंचे और कार्यालय से खींचकर पीटते हुए अपने कार्यालय ले जा रहे थे. बड़ी मुश्किल से पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों ने बीच बचाव कर कर्मचारियों को बचाया.
पीड़ित ने बताई पूरी बात
गोपाल प्रसाद ने बताया कि मैं अपने कार्यालय में काम कर रहा था. सिटी मजिस्ट्रेट साहब 10 लोगों के साथ आये मुझे खींचकर गाली गलौज, मारपीट करते हुए अपने कार्यालय में ले जा रहे थे, लेकिन मेरे विभाग के सभी साथियों ने मुझे बचा लिया. यह पूरा घटनाक्रम कार्यालय के सीसीटीवी में कैद हो गया है. पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों ने कार्यालय को बंद कर नगर मजिस्ट्रेट के खिलाफ नारेबाजी की. कर्मचारियों ने कहा कि कार्यालय को तब तक बंद रखेंगे जब तक नगर मजिस्ट्रेट अपनी गलती मानकर माफी नहीं मांगते हैं.
क्या बोले सिटी मजिस्ट्रेट?
वहीं जब इस बारे में मथुरा सिटी मजिस्ट्रेट राकेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि जो मामला अभी बताया जा रहा है वह गलत है. उन्होंने कहा कि मामला यह है कि मेरे यहां पर होमगार्ड तैनात है और उस होमगार्ड से पीडब्ल्यूडी ए कर्मचारी ने बदसलूकी की और मारपीट कर दी. जिसकी शिकायत लेकर होमगार्ड मेरे पास आया और होमगार्ड ने मुझे पूरा मामला बताया, फिर मैं उसके साथ पीडब्ल्यूडी के कार्यालय पहुंचा जहां मैंने देखा कि जिस व्यक्ति ने होमगार्ड के साथ बदसलूकी की है वह सरकारी कर्मचारी है या फिर प्राइवेट. बस इतना ही मामला है मारपीट का कोई भी मामला नहीं है.