
ब्रिटेन में आया कोरोना का नया वेरिएंट.
कोविड-19 का खतरा भले ही पहले जैसा न हो, लेकिन यह पूरी तरह खत्म भी नहीं हुआ है. ब्रिटेन में हाल के हफ्तों में कोविड के मामलों में अचानक इजाफा देखने को मिला है. द सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्राइमरी डॉक्टर सुजैन वायली ने कहा कि मौजूदा खतरे को हल्के में नहीं लेना चाहिए. घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है. उनका कहना है कि कोविड का नया वेरिएंट तेजी से फैल रहा है, जिससे संक्रमण दर बढ़ी है.
साल 2025 की शुरुआत में जहां ब्रिटेन में केवल 2.2 फीसदी लोग कोविड पॉजिटिव पाए गए थे, वहीं अप्रैल के पहले सप्ताह में यह आंकड़ा बढ़कर 4.5 फीसदी हो गया है. अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या में भी 7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. डॉक्टर वायली का मानना है कि कोविड मामलों में बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हो सकते हैं. इनमें वायरस का नया वेरिएंट, लोगों की घटती रोग प्रतिरोधक क्षमता और ठंडे मौसम के कारण घरों में अधिक समय बिताना शामिल हैं, जिससे वायरस का प्रसार तेजी से हो सकता है.
क्या कह रहे वैज्ञानिक?
वहीं, वैज्ञानिकों का कहना है कि भले ही संक्रमण दोबारा बढ़ रहा हो, लेकिन अब हमारे पास वैक्सीन है और हम पहले से ज्यादा तैयार हैं. प्रोफेसर स्टीव ग्रिफिन के मुताबिक, इस समय सबसे ज्यादा मामले बुजुर्गों में देखे जा रहे हैं, ऐसे में स्प्रिंग बूस्टर डोज की भूमिका बेहद अहम होगी. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में जो लोग टेस्ट करवा रहे हैं, वे पहले से लक्षण महसूस कर चुके होते हैं, इसलिए वहां की पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है. इसके बावजूद ये आंकड़े देशभर में वायरस के फैलाव का रुझान समझने में मदद करते हैं.
कोविड पॉजिटिव होने पर क्या करें?
डॉक्टर सुज़ैन वायली ने संक्रमण से बचाव के लिए कुछ जरूरी सावधानियां बताई हैं. अगर किसी को कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट मिलती है या लक्षण महसूस होते हैं तो उसे घर में रहकर आराम करना चाहिए, ज्यादा पानी पीना चाहिए, बीमार लोगों से दूरी बनाए रखनी चाहिए और हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए. इसके अलावा, छींकते या खांसते समय मुंह पर रूमाल रखना, भीड़भाड़ से बचना और मास्क का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है. यदि आप पात्र हैं तो बूस्टर डोज जरूर लगवाएं.
कोरोना भले ही अब महामारी जैसी स्थिति में न हो, लेकिन यह अभी भी खतरे से खाली नहीं है. विशेषज्ञों का मानना है कि अनुभव और वैक्सीन की मदद से अब इसे नियंत्रित करना आसान है. ऐसे में थोड़ी सतर्कता और सावधानी अपनाकर हम इस संक्रमण से खुद को और दूसरों को सुरक्षित रख सकते हैं.