
अधीर रंजन चौधरी.Image Credit source: PTI
वक्फ एक्ट को लेकर पश्चिम बंगाल में सियासत जोरों पर है. वक्फ के खिलाफ मुर्शिदाबाद में प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में कुछ लोगों के मारे जाने के बाद विपक्षी दल राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमलावर हो गए हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद अधीर रंजन चौधरी ने सीएम ममता से सांप्रदायिक हिंसा प्रभावित जिले का तुरंत दौरा करने और प्रभावित परिवारों से मिलने की बात कही है. साथ ही सवाल भी पूछा कि क्या ये जगहें उनके लिए अछूत हो गई हैं?
अधीर रंजन चौधरी ने आज मंगलवार को ममता से यह सवाल भी किया कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख जिन्होंने उत्तर प्रदेश के हाथरस और मणिपुर में सांसदों और विधायकों की टीमें भेजी थीं, ने मुर्शिदाबाद के प्रभावित इलाकों में अब तक किसी को क्यों नहीं भेजा, जिसमें समसेरगंज और जंगीपुर क्षेत्र भी शामिल हैं.
बरहामपुर से लोकसभा के पूर्व सांसद चौधरी ने कहा, “सीएम को तुरंत मुर्शिदाबाद जिले के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करना चाहिए. कोलकाता में स्काईवॉक का उद्घाटन करना मुख्यमंत्री की प्राथमिकता बन गई है, न कि लोगों की पीड़ा जानना. उन्हें खुद हालात देखने और प्रभावित लोगों से बात करने के लिए मुर्शिदाबाद का दौरा करना चाहिए.” सीएम ममता ने 2 दिन पहले रविवार को कालीघाट मंदिर में एक स्काईवॉक का उद्घाटन किया था.
अब तक किसी को वहां क्यों नहीं भेजाः चौधरी
लोकसभा में कांग्रेस के पूर्व नेता ने कहा, “आपको जगहों पर जाना पसंद है. लेकिन आप यहां आएं… आप दूसरों को दोष देकर बच नहीं सकतीं.” उन्होंने आगे कहा, “वह (ममता) अपने सांसदों और विधायकों को हाथरस और मणिपुर जैसी जगहों पर तो भेजती हैं, फिर वह समसेरगंज और जंगीपुर में किसी को क्यों नहीं भेज रहीं? क्या ये जगहें उनके लिए अछूत हो गई हैं? उन्हें यहां क्यों नहीं भेजा जा सकता?”
पिछले साल लोकसभा चुनाव में टीएमसी उम्मीदवार यूसुफ पठान से हारने वाले अधीर रंजन चौधरी ने सत्तारुढ़ टीएमसी पर हमला करते हुए कहा, “क्या आपकी पार्टी के सदस्यों को यहां से कोई वोट नहीं मिला है? मुर्शिदाबाद जिले के सभी सांसद और विधायक आपकी पार्टी के ही हैं. हम दंगों से प्रभावित लोगों के अलावा उन्हें क्यों नहीं देख सकते हैं?” उन्होंने कहा कि जो लोग हिंसा से प्रभावित हुए हैं, वे गरीब हिंदू और मुस्लिम परिवार हैं.”
हिंसा में गई 3 की जान, 200 से अधिक गिरफ्तार
इससे पहले चौधरी ने दिन में मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का दौरा किया और वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी में घायल हुए लोगों से मुलाकात की. उन्होंने दावा किया कि दंगाइयों का उन लोगों से कोई संबंध नहीं था, जिन्होंने नए अधिनियम के विरोध में शांतिपूर्ण रैली की योजना बनाई थी.
पिछले हफ्ते के अंत में वक्फ एक्ट के खिलाफ मुर्शिदाबाद के सुती, धुलियान, समसेरगंज और जंगीपुर इलाकों में हुई हिंसा में कम से कम 3 लोगों की जान चली गई और सैकड़ों लोग बेघर हो गए. इस घटना के बाद इन इलाकों में केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी गई और इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया. हिंसा के सिलसिले में 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.