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Saturday, September 7, 2024
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क्या है PM मोदी का ‘विकसित भारत 2047’ मिशन, कैसे पूरा होगा सपना? लालकिले से बताया पूरा प्लान | what is Viksit Bharat 2047 mission PM Modi shares how they will achieve mission in his redfort speech on independence day 2024


क्या है PM मोदी का 'विकसित भारत 2047' मिशन, कैसे पूरा होगा सपना? लालकिले से बताया पूरा प्लान

लालकिले से देश को दिए सम्बोधन में पीएम मोदी ने कहा, भारत 2047 तक विकसित देश बन जाएगा.

स्वतंत्रता दिवस की 78वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘विकसित भारत 2047’ का जिक्र किया. लालकिले से देश को दिए सम्बोधन में उन्होंने कहा, भारत 2047 तक विकसित देश बन जाएगा. जुलाई में पेश हुए केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी विकसित भारत को लक्ष्य बताया था. इस साल स्वतंत्रता दिवस की थीम भी विकसित भारत है. भारत को विकसित बनाने के लिए चार स्तंभ युवा, गरीब, महिलाएं और किसान बताए गए हैं. पीएम मोदी के इस पूरे विजन को समझने के लिए पहले विकसित और विकासशील देशों के अंतर को समझ लेनाजरूरी है.

विकसित देश उन्हें कहते हैं, जहां लोगों की आय ज्यादा होती है. तकनीकी तौर पर विकास साफ नजर आता है. लोगों के जीवन का स्तर बेहतर होता है. बेरोजगारी और गरीबी दर कम होती है. देश की जीडीपी का स्तर ऊंचा होता है. अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, जर्मनी विकसित देश के उदाहरण हैं.

विकासशील देशों की कैटेगरी में वो देश आते हैं जो जहां प्रति व्यक्ति लोगों की आय कम है. बेरोजगारी का स्तर अधिक है. जरूरत के मुताबिक, आबादी के मुकाबले इंफ्रास्क्ट्रक्चर विकसित नहीं हो पाए हैं. जीडीपी, साक्षरता दर, आय कम है. गरीबी और मृत्युदर ज्यादा है. दक्षिण अफ्रीका और चीन इसी कैटेगरी में आते हैं. अब समझते हैं, क्या है विकसित भारत 2047 और यह लक्ष्य कैसे पूरा होगा.

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क्या है विकसित भारत का सपना?

विकसित भारत का विजन देश को विकसित देश की कैटेगरी में लाने के लिए है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कई बातों पर ध्यान दिया जाना है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कई बातों को शामिल किया गया है.

  1. इकोनॉमिक ग्रोथ: इकोनॉमिक ग्रोथ यानी अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाना. सरकार का लक्ष्य आंत्रप्रेन्योरशिप, इनोवेशन और काम्पिटीशन की भावना के साथ अर्थव्यस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है ताकि 21सदी की चुनौतियों से निपटा जा सके.
  2. सुरक्षित पर्यावरण: ग्रीन और क्लीन एन्वाॅयर्नमेंट के साथ इसे सुरक्षित रखना भी सरकार के विकसित भारत के एजेंडे में शामिल है. प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित रखते हुए जलवायु परिवर्तन के असर को घटाना है. भारत की बायोडायवर्सिटी को बचाना भी सरकार के विजन का हिस्सा है.
  3. सोशल प्रोग्रेस: नागरिकों को न्याय, बराबरी का दर्जा दिलाना भी सरकार के विकसित भारत 2047 का हिस्सा है. विकसित देशों में नागरिकों का रहन-सहन और आय विकासशील देशों के मुकाबले कहीं बेहतर होती है. पीएम मोदी के विजन के जरिए यही कोशिश की जाएगी.
  4. गुड गवर्नेंस: एक विकसित भारत में बेहतर नीतियों और जवाबदेही के साथ एक चुस्त शासन व्यवस्था होनी चाहिए. एक सुशासन प्रणाली विश्वसनीय डेटा एकत्र करने, सुधार के लिए क्षेत्रों का विश्लेषण करने और टीम वर्क के साथ सुझावों के आधार पर देश को बेहतर बनाने के काम करती है. इस ओर कदम उठाते हुए पीएम मोदी विकसित भारत के लिए आम जनता से सुझाव मांगे थे.

वित्त मंत्री ने गिनाई थी विकसित भारत की 9 प्राथमिकताएं

23 जुलाई को बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विकसित भारत की 9 प्राथमिकताएं गिनाई थी. इनमेंकृषि में उत्पादकता, रोजगार और कौशल विकास, समावेशी मानव संसाधन विकास और सामाजिक न्याय, विनिर्माण और सेवाएं, शहरी विकास, एनर्जी सिक्योरिटी, इंफ्रास्क्ट्रक्चर यानी बुनियादी ढांचा, इनोवेशन रिसर्च एंड डेवलपमेंट और नेक्स्ट जनरेशन रिफॉर्म शामिल थी.

कैसे पूरा होगा सपना, पीएम मोदी ने बताया

2047 तक विकसित भारत का सपना कैसे पूरा होगा, पीएम मोदी ने गुरुवार को देश को सम्बोधित करते हुए बताया. अब समझते हैं उन्होंने इसे पूरा करने के लिए क्या-क्या बातें कहीं.

  1. देश बनेगा एजुकेशन हब: पीएम नरेंद्र मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय के दोबारा शुरू होने का भी जिक्र करते हुए कहा, इससे देश को ग्लोबल एजुकेशन हब बनाने की प्रेरणा मिलेगी. भारत में रिसर्च और लर्निंग की दिशा में बेहतर काम करेगा. उन्होंने मेडिकल एजुकेशन के लिए 75,000 नई सीट बढ़ाने का भी ऐलान किया.
  2. मैन्युफैक्चरिंग में लीडर बनने का लक्ष्य: देश को सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन में ग्लोबल लीडर बनने का लक्ष्य बताते हुए उन्होंने कहा, यह टेक्नोलॉजी के मामले में हमारी आत्मनिर्भरता को बढ़ाएगा और आयात को कम करेगा.
  3. युवाओं की बढ़ाएंगे स्किल: उन्होंने कहा, देश के युवा को स्किल से लैस बनाने के लिए सरकार काम कर रही है. अब भारत को दुनिया की स्किल कैपिटल बनाने पर जोर रहेगा. इसी स्किल का इस्तेमाल देश को ग्लोबल मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने में होगा.
  4. जॉब्स बढ़ेंगी: सरकार की पीएलआई योजना का असर देखा जा सकता है. मेक इन इंडिया का असर दिख है. भारत मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में इतिहास रच रहा है. नतीजा, अब यहां नौकरियों की संख्या बढ़ेगी. इसका सीधा और सकारात्मक असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा.
  5. ग्रीन एनर्जी सेक्टर में निवेश: गुरुवार को पीएम ने संबोधन में कहा, ग्रीन एनर्जी के मामले आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है. 500 गीगावाट सोलर पावर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए ग्रीन हाइड्रोजन मिशन पर काम करने की बात कही. यह जलवायु परिवर्तन से निपटने का एक प्रयास है. इससे ग्रीन जॉब्स में बढ़ोतरी होगी और बेरोजगारी की समस्या दूर होगी.
  6. इनोवेशन पर फोकस: पीएम मोदी ने कहा, हर सेक्टर को इनोवेशन और ग्रोथ पर ध्यान देना होगा. नए अवसर पैदा करने होंगे. सोच को बदलना होगा. इसी आधर पर हमें प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करने में सफलता मिली है. विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा है. 2075 तक दुनिया की दूसरी बड़ी इकोनॉमी बनने की क्षमता है.
  7. गरीबी और गुलामी से आजादी: उन्होंने कहा, 2047 तक भारत को विकसित देश बनाया जाएगा. यह देश को नई आजादी दिलाने जैसा होगा. यह गरीबी और गुलामी की मानसिकता से मिलने वाली आजादी होगी.

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