
ये पिक्चर बवाल काटेगी!
कई दिनों से Thangalaan के ट्रेलर का इंतजार हो रहा था. इंतजार पूरा हुआ. ट्रेलर आ गया है. चियां विक्रम इसमें एकदम बवाल काटते हुए दिख रहे हैं. शायद ये उनके करियर का सबसे इंटेस रोल होगा.
हालांकि इससे पहले ‘पोन्नियिन सेल्वन’ में भी हम उनका जोरदार काम देख चुके हैं. लेकिन तंगलान कुछ अलग फिल्म लग रही है. कुछ समय पहले टीजर आया था, उसी ने ‘तंगलान’ को लेकर उत्सुकता जगाई थी. अब ट्रेलर भी जोरदार लग रहा है.
कहानी क्या है?
तंगलान की स्टोरी आज़ादी के पहले की कहानी है. ये अंग्रेजों के जमाने की कथा है. ट्रेलर देखकर जितना समझ आ रहा है. उसके अनुसार ऐसा लग रहा है कि अंग्रेजों ने कोलार गोल्ड फील्ड(KGF) के आदिवासियों को सोना ढूंढ़ने की जिम्मेदारी दी है. इसका पूरा जिम्मा चियां विक्रम के कैरेक्टर ने उठाया है. पर उन्हें जिस जगह सोना मिलता है, वो जगह श्रापित है. जैसे ही KGF में सोने की खोज शुरू होती है, वहां लोग मरने लगते हैं. फिर होता है भयानक युद्ध. ऐसा युद्ध जो रोंगटे खड़े करने वाला है. यहां घोड़े, तलवार, बंदूक और गड़ासा सब है. मामला जबर होने वाला है.
खूंखार चियां
ट्रेलर में चियां विक्रम बहुत ज़्यादा खूंखार लग रहे हैं. उनको देखकर एक बार को तो डर लगता है. जैसे वो स्क्रीन से बाहर आकर अभी मुंह नोच लेंगे. वो अपना लाठी जैसा हथियार जिस देसी अंदाज में घुमाते है, मजा ही आ जाता है. वो इस फिल्म में फोड़ने वाले हैं. जब इसका टीजर आया था, तो लोगों ने कहा था इसे ऑस्कर भेजना चाहिए. ट्रेलर भी देखकर कुछ ऐसा ही कहा जा रहा है. हालांकि ये बहुत आगे की बात है.
ट्रेलर में सुनाई दे रहा बैकग्राउन्ड म्यूजिक खून का दौड़ान तेज करने वाला है. एक ओर युद्ध के लिए उद्वेलित करती घोड़े की टापे हैं और दूसरी ओर है इसका BGM. साथ ही VFX भी बहुत रियल हैं. पहला सीन ही मन को मोह लेने वाला है. लिखकर ले लीजिए ये पिक्चर फोड़ने वाली है. ये तमिल सिनेमा की दिशा और दशा बदलने वाली फिल्म होगी. ये कोई टिपिकल साउथ इंडियन फिल्म न होकर रॉ वॉयलेन्स, विजुअल और स्टोरी वाली फिल्म बनकर निकल सकती है.
पा. रजीत का निशान सही लगा है?
‘तंगलान’ का ट्रेलर देखते हुए कई फिल्मों का एसेंस महसूस होगा. एक तो चियां की लास्ट फिल्म ‘पोन्नियिन सेल्वन’ की भीनी सुगंध आएगी. हालांकि दोनों फिल्मों का सेटअप बिल्कुल अलग है. पर पीरियड ड्रामा फिल्म होने की वजह से ऐसा हो सकता है. मणिरत्नम की ‘रावनन’ का भी कुछ-कुछ पुट दिखाई देगा. ‘बाहुबली’ भी कुछ-कुछ दिखेगी. लेकिन ये सिर्फ इसलिए है क्योंकि ये सभी पीरियड ड्रामा फिल्में हैं. सबका कलर पैलट लगभग एक-सा है.
‘तंगलान’ को पा. रंजीत ने डायरेक्ट किया है. उन्होंने इस फिल्म के लिए चार से पांच साल तक की रिसर्च की है. ताकि हर तरह की डिटेलिंग पकड़ी जा सके. पा. रंजीत अपनी फिल्मों में जातिवाद पर गहरी चोट करते रहे हैं. यहां भी उन्होंने आदिवासियों को ही केंद्र में रखा है. देखते हैं इसमें वो क्या कलेवर लेकर आते हैं.