दुर्ग था कभी कांग्रेस का किलाImage Credit source: tv9 भारतवर्ष
छत्तीसगढ़ का दूर्ग लोकसभा क्षेत्र देश के 543 और सूबे के 11 सीट में से एक है. यहां 2024 लोकसभा चुनाव के लिए सभी सियासी दलों ने तैयारियां शुरू कर दी है. इस सीट पर यह चुनाव हाई प्रोफाइल रहने वाला है. यहां कांग्रेस नेता राजेंद्र साहू का मुकाबला विजय बघेल से मुकाबला होने वाला है. विजय बघेल छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भतीजे हैं. विजय बघेल ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था. दोनों नेताओं के बीच कड़ी टक्कर देखने के लिए मिली थी. हालाकि जीत भूपेश बघेल की ही हुई थी. लेकिन विजय बघेल पाटन में भूपेश बघेल को घेरने में कामयाब जरूर हो गए थे. विजय बघेल वर्तमान में यहां के सांसद हैं. कांग्रेस पार्टी ने यहां शुरुआती 6 चुनाव में जीत हासिल की थी.
2019 में उन्होंने यहां से जीत दर्ज की थी. विजय बघेल ने कांग्रेस प्रतिमा चंद्राकर को हराया था. विजय बघेल को जहां 61.1 प्रतिशत मत मिले थे वहीं प्रतिमा चंद्राकर को 32.86 प्रतिशत मत मिले थे. जबकि तीसरे स्थान पर रहे बसपा के गीतांजलि सिंह को 1.45 प्रतिशत मत मिले. चौथे स्थान पर रहे एसआरडीपी के हिदर भाटी को को यहां एक प्रतिशत वोट भी नहीं मिला.
2019 में 391978 वोटों से बीजेपी की जीत
2019 में यहां बीजेपी के विजय बघेल ने कांग्रेस पार्टी के प्रतिमा चंन्द्राकर को 391978 वोटों से हराया था. बीजेपी के विजय बघेल को 849,374 वोट मिले थे वहीं कांग्रेस पार्टी के प्रतिमा चंद्राकर को 4,57,396 वोट मिले. जबकि बहुजन समाज पार्टी के गीतांजलि सिंह को महज 20,124 वोट मिले. इस चुनाव में चौथे स्थान पर रहे हिदर भाटी को 12,107 वोट मिले थे. हिदर भाटी एसआरडीपी की टिकट पर मैदान में थे. इससे पहले 2014 में कांग्रेस पार्टी के ताम्रध्वज साहू ने जीत दर्ज की थी. ताम्रध्वज साहू ने बीजेपी के सरोज पांडे को 16848 वोटों से हराया था. ताम्रध्वज साहू को जहां 570,687 वोट मिले थे वहीं सरोज पांडे को 5,53,839 वोट मिले. जबकि तीसरे स्थान पर रहे आम आदमी पार्टी के विश्व रत्न सिन्हा को 17,455 वोट मिले थे. चौथे स्थान पर रहे निर्दलीय अरुण जोशी को 16529 पांचवे स्थान पर मुन्ना चंद्राकर को 15,600 वोट मिले.
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दुर्ग का चुनावी इतिहास
दुर्ग में हुए पहले चुनाव में कांग्रेस पार्टी के वासुदेव एस किरोलिकर ने जीत दर्ज की थी. 1957 और 1962 में हुए दूसरे और तीसरे चुनाव में मोहन लाल बकलियाल, 1967 में कांग्रेस के विश्वनाथ तामस्कर, 1968 में चंदूलाल चंन्द्राकर, 1977 में जनता पार्टी के मोहन जैन,1980 और 1984 में कांग्रेस के चंदूलाल चंद्राकर, 1989 में जनता दल के पुरूषोत्तम कौशिक, 1991 में चंदूलाल चंद्राकर. इसके बाद यहां भारतीय जनता पार्टी के ताराचंद साहू ने लगातार चार बार 1996, 1998, 1999 और 2004 में जीत दर्ज की. 2009 में बीजेपी के ही सरोज पांडे जीत दर्ज की.
दुर्ग लोकसभा का वोट गणित
दुर्ग लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल नौ विधानसभा सीट हैं. इसमें सात सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है जबकि दो पर कांग्रेस पार्टी ने. दुर्ग के 9 विधानसभा सीट हैं-वैशाली नगर, बेमेतरा, अहिवारा, नवागढ़, पाटन, साजा, दुर्ग शहर, दुर्ग ग्रामीण और भिलाई नगर. पाटन विधानसभा सीट से बीजेपी के भूपेश बघेल ने जीत दर्ज की है. दुर्ग लोकसभा में कुल 19,40,269 मतदाता हैं. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9,61,685, महिला मतदाताओं की संख्या 9,78,518 जबकि थर्ड जेंडर निर्वाचक 66 हैं. 2019 में यहां कुल मतदान प्रतिशत 71.74% था. बात जातिगत वोट की करें तो दु्र्ग लोकसभा क्षेत्र कुर्मी, यादव और साहू वोट बहुल है. यहां साहू वोटर 30-35 प्रतिशत, कुर्मी, 20-22 प्रतिशत, यादव 12-15 प्रतिशत और सतनामी वोटर 20-22 प्रतिशत हैं.
शिवनाथ नदी तट पर बसे दुर्ग में एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा कारखाना भिलाई इस्पात संयंत्र यहीं स्थापित है. दुर्ग को को लघु भारत भी कहा जाता है.स्वतंत्रता संग्राम में दुर्ग जिले के सेनानियों का बड़ा योगदान रहा है.जैन समाज के तीन बड़े तीर्थ-नगपुरा और कैवल्यधाम दुर्ग जिले में हैं.दुर्ग में उच्च गुणवत्ता वाले चूना पत्थर का समृद्ध भंडार है. यहां का मैत्रीबाग चिड़ियाघर लोगों का पसंदीदा स्थल है.