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Saturday, September 7, 2024
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वो जश्न जिसने रखी अप्रैल फूल डे की नींव… कभी नूडल की खेती तो कभी कागज की मछली ने चौंकाया | April Fools Day history significance why we celebrate April Fools Day 2024 on April 1


वो जश्न जिसने रखी अप्रैल फूल डे की नींव... कभी नूडल की खेती तो कभी कागज की मछली ने चौंकाया

कुछ इतिहासकार मानते हैं कि अप्रैल फूल बनाने की शुरुआत साल 1582 में हुई थी.

अप्रैल फूल बनाया, उनको गुस्सा आया गाना तो आपने सुना ही होगा. साल 1964 में बनी फिल्म अप्रैल फूल के इस गाने का इस्तेमाल किसी के साथ पहली अप्रैल पर प्रैंक करने के बाद लोग खूब करते हैं. पहले किसी के साथ प्रैंक करते हैं या किसी और तरह से उसे बुद्धू बना कर फिर यह गाना गाने लगते हैं. पर क्या आपको पता है कि अप्रैल फूल डे की शुरुआत कैसे हुई थी. आइए जानने की कोशिश करते हैं.

पहली अप्रैल को हर साल अप्रैल फूल डे मनाया जाता है पर यह शुरू कब हुआ था, इसको लेकर अलग-अलग बातें कही जाती हैं.

फ्रांस में कैलेंडर बदलने के बाद मानी जाती है शुरुआत

कुछ इतिहासकार मानते हैं कि अप्रैल फूल बनाने की शुरुआत साल 1582 में हुई थी. वास्तव में इससे जुड़ा दावा यह है कि फ्रांस में तब जूलियन कैलेंडर की जगह ग्रेगोरियन कैलेंडर को स्वीकार किया गया था. हिंदू नववर्ष की तरह ही जूलियन कैलेंडर में भी मार्च के अंत या अप्रैल के शुरू में साल की शुरुआत होती थी. यह एक अप्रैल के आसपास पड़ता था. वहीं, ग्रेगोरियन कैलेंडर में जनवरी से शुरू होकर दिसंबर तक साल चलता था.

इसलिए लोगों को अप्रैल फूल कहा गया

ग्रेगोरियन कैलेंडर लागू तो हो गया पर बड़ी संख्या में लोगों के पास इसकी जानकारी नहीं पहुंच पाई. इसलिए वे पहले की ही तरह मार्च के आखिरी सप्ताह से लेकर एक अप्रैल तक नए साल का जश्न मनाते रहे. बस, इसी को लेकर उन पर खूब चुटकुले बनाए गए. वास्तव में इसी बहाने उनका मजाक उड़ाया गया और उन्हें अप्रैल फूल तक कहा दिया गया. कागज से मछली बनाकर ऐसे लोगों के पीछे चिपका दी जाती थी. दरअसल, पॉइसन डेवरिल यानी अप्रैल फिश एक ऐसी मछली थी, जिसको आसानी से शिकार बनाया जा सकता था. इसीलिए कागज की मछली को पॉइसन डेवरिल मानकर प्रतीक रूप में चिपकाया जाता था, जिसका मतलब था कि उक्त इंसान पॉइसन डेवरिल की तरह आसानी से मूर्ख बनाया जा सकता था.

मौसम के बदलाव से जोड़कर भी देखा जाता

इसके अलावा इतिहासकारों का मानना है कि अप्रैल फूल का संबंध हिलेरिया शब्द से भी है, लैटिन के इस शब्द का मतलब है आनंद. बताया जाता है कि प्राचीन रोम में इसे सिबेल समुदाय के लोग मार्च के अंतिम सप्ताह में मनाते. इस दौरान लोग अपनी वेशभूषा बदल लेते थे और एक-दूसरे का मजाक बनाते थे. यहां तक कि इस दौरान मजिस्ट्रेट तक को नहीं छोड़ते थे और उनका भी मजाक बनाया जाता था. कुछ लोगों का यह भी कहना है कि अप्रैल फूल का नाता वर्नल इक्विनॉक्स या वसंत के आने से है. वह मानते हैं कि मौसम बदल कर प्रकृति लोगों को बेवकूफ बनाती है.

18वीं सदी में अप्रैल फूल डे ब्रिटेन पहुंचा

18वीं सदी में अप्रैल फूल डे ब्रिटेन भी पहुंच गया. तब स्कॉटलैंड में दो दिनों इसे मनाने की परंपरा ही बन गई थी. इसमें हंटिंग द गौक यानी मूर्ख व्यक्ति का शिकार करने से शुरुआत की जाती थी. इस दौरान लोगों को मूर्खता का प्रतीक माने जाने वाले पक्षी का चित्र भेजा जाता था. इसके बाद दूसरे दिन टेली डे मनाया जाता था. इस दौरान लोगों के पीछे पूंछ लगा दी जाती थी. इसके अलावा किक मी आदि लिखकर या इसका संकेत बनाकर पीछे चिपका दिया जाता था. इसके बारे में उक्त व्यक्ति को जानकारी नहीं होती थी और वह मजाक का पात्र बन जाता था.

जब स्विस किसानों ने खेत में उगाए थे नूडल्स

समय के साथ अप्रैल फूल खूब प्रसिद्ध होता गया और धीरे-धीरे दुनिया भर में इसे मनाया जाने लगा. मीडिया तक ने इसे मनाना शुरू कर दिया और इसी बहाने एक दिन लोग मनोरंजन करने लगे. यह साल 1957 की बात है, जब बीबीसी ने एक बड़ा प्रैंक दुनिया भर के लोगों के साथ किया था. उस साल बीबीसी ने खबर दे दी कि स्विस किसानों ने नूडल्स की खेती की है. अब भला नूडल्स की खेती कैसे हो सकती है. यह तो मैदे से बनता है. इसके बावजूद बीबीसी दफ्तर में हजारों लोगों ने फोन किए और नूडल्स उगाने वाले किसानों और उनकी फसल के बारे में पूछताछ भी की थी.

इसी तरह से साल 1996 में फास्ट-फूड रेस्टोरेंट चेन टैको बेल ने एक घोषणा कर सबको बुद्धू बनाया था. उसने दावा किया था कि फिलाडेल्फिया की लिबर्टी बेल खरीद ली है. इसके साथ ही उसका नाम भी बदलकर टैको लिबर्टी बेल रख दिया है. इस मामले में गूगल जैसी कंपनी भी पीछे नहीं रहा. गूगल तो यहां तक घोषणा कर चुका है कि टेलीपैथिक सर्च की सुविधा देगा और गूगल मैप्स पर पैकमैन खेला जा सकेगा. जैसे ही लोगों ने इस पर विश्वास करना शुरू किया, यह साफ कर दिया गया कि यह सब केवल प्रैंक था और लोगों को अप्रैल फूल बनाया जा रहा था.

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