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Tuesday, December 3, 2024
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Somvati Amavasya Daan: सोमवती अमावस्या पर इन 5 चीजों का करें दान, पूरे साल करेंगे तरक्की | What to donate on Somvati Amavasya 2024 to get blessings of pitru dev


Somvati Amavasya Daan: सोमवती अमावस्या पर इन 5 चीजों का करें दान, पूरे साल करेंगे तरक्की

सोमवती अमावस्या पर क्या दान करना चाहिए

Somvati Amavasya Par Kya Daan Karna Chahiye: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि बेहद महत्व रखती है. सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है. सोमवती अमावस्या साल में एक या दो बार ही पड़ती है. मुख्यतौर पर यह व्रत सुहागिन महिलाएं रखती हैं. सोमवती अमावस्या का व्रत शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करती हैं. हिंदू धर्म में शुभ तिथियों पर स्नान और दान का बड़ा महत्व है. सोमवती अमावस्या के दिन अगर पितरों के निमित्त दान करते हैं तो नाराज पितर भी प्रसन्न हो जाते हैं और वे अपने वंशजों की तरक्की का आशीर्वाद देते हैं.

सोमवती अमावस्या व्रत को शास्त्रों में ‘अश्वत्थ प्रदक्षिणा व्रत’ भी कहा जाता है. ‘अश्वत्थ’ का अर्थ है पीपल का पेड़. पीपल के पेड़ पर भगवान विष्णु का वास होता है. इसलिए सोमवती अमावस्या के दिन भगवान विष्णु की भी पूजा का विधान है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने और दान करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं सोमवती अमवास्या के दिन किन चीजों का दान करना चाहिए.

सोमवाती अमावस्या 2024 मुहूर्त (Somvati Amavasya 2024 Time)

इस साल चैत्र अमावस्या तिथि यानी सोमवती अमावस्या 8 अप्रैल 2024, दिन सोमवार को सुबह 3 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगी और इसी रात 11 बजकर 50 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. इस दिन स्नान-दान का मुहूर्त सुबह 4:32 से लेकर सुबह 05:18 तक रहेगा.

सोमवती अमावस्या पर क्या दान करना चाहिए?

1. कपड़ों का दान

जिस तरह से मनुष्यों को मौसम के अनुसार कपड़ों की जरूरत होती है, उसी तरह पितरों को भी कपड़ों की जरूरत होती है. इस बारे में गरुड़ पुराण में वर्णन मिलता है. इसी वजह से सोमवती अमावस्या पर अपने पितरों को प्रसन्न करने के लिए वस्त्रों का दान करें. शास्त्रों के अनुसार इस दिन धोती और गमछा दान करना चाहिए.

2. चांदी की चीजें

पौराणिक मान्यता के अनुसार, पितर लोक का स्थान चंद्रमा के ऊपरी हिस्से में होता है, इस कारण पितरों को चांदी से बनी वस्तुओं का दान करने की सलाह दी जाती है. कहा जाता है कि इससे पितर प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.

3. सफेद चीजों का दान

सोमवती अमावस्या पर पितरों को प्रसन्न करने के लिए चंद्रमा से जुड़ी वस्तुओं जैसे दूध और चावल का दान कर सकते हैं. ऐसा करने से नाराज पितर भी खुश होते हैं. उनका आशीर्वाद मिलता है और वंश की वृद्धि होती है.

4. काले तिल का दान

शास्त्रों में काले तिल का दान बेहद अहम माना जाता है. आमवस्या के दिन स्नान करने के बाद आप पितरों को ध्यान करते हुए काले तिल का दान कर दें. इसके बाद बाकी जो भी वस्तुएं दान करें, उस दौरान हाथ में काले तिल लेकर दान करें. धार्मिक मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से वे वस्तुएं पितरों को प्राप्त होती हैं और वे अपने वंश से प्रसन्न रहते हैं.

5. भूमि का दान

अगर आप क्षमतावान और संपन्न हैं तो नाराज पितरों को प्रसन्न करने के लिए इस अमावस्या पर भूमि का दान कर सकते हैं. भूमि दान को शास्त्रों में महादान माना जाता है. भूमि का दान बड़े पापों का प्रायश्चित करने के लिए किया जाता है.

सोमवती अमावस्या पर करें पिंडदान

हिंदू धर्म में पिंडदान का बड़ा महत्व है. जिन लोगों ने अपने पितरों का पिंडदान नहीं किया है, वे लोग सोमवती अमावस्या के दिन पितरों के लिए पिंडदान जरूर करें. अमावस्या पर पिंडदान करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है.



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