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Saturday, September 7, 2024
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Rajahmundry lok sabha Constituency: क्या राजमुंदरी लोकसभा सीट पर वाईएसआरसीपी रहेगी काबिज? टीडीपी से है मुकाबला | Rajahmundry lok sabha Constituency andhra pradesh election 2024 YSRCP tdp congress bjp


Rajahmundry lok sabha Constituency: क्या राजमुंदरी लोकसभा सीट पर वाईएसआरसीपी रहेगी काबिज? टीडीपी से है मुकाबला

राजमुंदरी लोकसभा सीट

आंध्र प्रदेश की राजमुंदरी लोकसभा सीट पर इस बार दिलचस्प लड़ाई देखने को मिलेगी. यहां असल मुकाबला ने युवजन श्रमिक रायथु कांग्रेस पार्टी (YSRCP) और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के बीच है. इस सीट पर 1952 में सोशलिस्ट पार्टी ने चुनाव जीता था, जो इस सीट के इतिहास में पहली जीत थी. यहां से एक बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भी विजयी हुई है. ये सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है, लेकिन टीडीपी ने कांग्रेस के जीत के रथ को रोका. वहीं, वाईएसआरसीपी 2019 के लोकसभा चुनाव में पहली बार जीत हासिल की थी.

राजमुंदरी को राजमहेंद्रवरम के नाम से भी जाना जाता है और यह आंध्र प्रदेश का पांचवां सबसे बड़ा शहर है. इसका गठन ब्रिटिश शासन के समय मद्रास प्रेसीडेंसी में 1823 में किया गया था. इसके बाद 1859 में दोबारा गठन हुआ, जिसमें इसे गोदावरी और कृष्णा जिलों में बांट दिया गया. गोदावरी जिले का मुख्यालय राजमुंदरी था, जिसे 1925 में पूर्वी गोदावरी और पश्चिमी गोदावरी जिलों में बांटा गया. राजमुंदरी गोदावरी नदी के किनारे स्थित है और यहां की फूलों की खेती, इतिहास, संस्कृति, कृषि, अर्थव्यवस्था, पर्यटन और विरासत काफी प्रसिद्ध हैं.

राजमुंदरी कैसे पहुंचें?

अमरावती से राजमुंदरी की दूरी 177 किलोमीटर है और यहां पहुंचने में साढ़े तीन घंटे का समय लगता है. यहां के लिए ट्रेन और आंध्र प्रदेश रोडवेज बसों की सेवा उपलब्ध है. राजमुंदरी में ट्रैफिक व्यवस्था अच्छी है. यहां गोदावरी नदी पर बना पुल इस स्थान की कनेक्टिविटी को मजबूत करता है और यह भारत में तीसरा सबसे लंबा रेल मार्ग पुल है. राजमुंदरी शहर की जनसंख्या 2011 की जनगणना के अनुसार 341,831 है, जिसमें पुरुषों की संख्या महिलाओं की संख्या से कम है. 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 972 है.

राजमुंदरी लोकसभा सीट का इतिहास

राजमुंदरी लोकसभा सीट पर चुनाव का इतिहास अधिक रोचक है. 1952 में सोशलिस्ट पार्टी ने इस सीट पर पहली बार विजय हासिल की थी. इसके बाद 1957, 1962, 1967, 1971, 1977 और 1980 में कांग्रेस ने यह सीट जीती. 1984 में टीडीपी ने पहली बार इसे अपने नाम किया, लेकिन 1989 में फिर से कांग्रेस ने वापसी की. 1991 में टीडीपी ने फिर से इस सीट पर कब्जा जमाया, लेकिन 1996 में कांग्रेस ने जीत हासिल की. ये सीट 1998 में पहली बार बीजेपी की झोली में गई और 1999 में भी उसने जीत हासिल की. इसके बाद कांग्रेस ने 2004 और 2009 में इस सीट पर पुनः जीत हासिल की, लेकिन 2014 में टीडीपी जीत गई. 2019 के लोकसभा चुनाव में टीडीपी को बड़ा झटका लगा और वाईएसआरसीपी ने उसे करारी मात दी.

2019 के चुनाव में राजमुंदरी सीट पर किसे-कितने मिले वोट?

चुनाव आयोग के मुताबिक, 2019 के लोकसभा चुनाव में राजमुंदरी सीट पर मतदाताओं की संख्या 15 लाख 34 हजार 256 थी. यहां 81.5 फीसदी वोटिंग हुई थी. वाईएसआरसीपी के उम्मीदवार मार्गनी भारत को 5 लाख 82 हजार 24 वोट मिले थे, जबकि टीडीपी के उम्मीदवार मगंती रूपा को 4 लाख 60 हजार 390 वोट मिले थे. वाईएसआरसीपी ने टीडीपी को 1 लाख 21 हजार 643 वोटों के बड़े अंतर से हराया था. कांग्रेस को मात्र 12725 वोट मिले थे.



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