पत्तनमतिट्टा लोकसभा सीट
केरल में स्थित पत्तनमतिट्टा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र अपने धार्मिक महत्व, प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है. “केरल की तीर्थ राजधानी” के रूप में जाना जाने वाला पत्तनमतिट्टा कई प्राचीन मंदिरों और पवित्र स्थलों का घर है, जो देश भर से भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करता है.
पत्तनमतिट्टा में सबसे प्रसिद्ध स्थलों में से एक सबरीमाला मंदिर है, जो भगवान अयप्पा को समर्पित है. हरे-भरे पश्चिमी घाट के बीच स्थित, यह मंदिर दुनिया के सबसे बड़े तीर्थस्थलों में से एक है, जो हर साल लाखों भक्तों को आकर्षित करता है. पत्तनमतिट्टा को पेरियार टाइगर रिजर्व और कोनी हाथी रिजर्व भी यहां का आकर्षण है.
2019 के आम चुनाव में कड़ा मुकाबला
पत्तनमतिट्टा संसदीय क्षेत्र जिले के सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों के साथ-साथ पड़ोसी कोट्टायम जिले के दो अन्य विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर बनाया गया है. साल 2019 के आम चुनाव में इस सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिला था. कांग्रेस के एंटो एंटनी ने इस सीट से जीत हासिल की थी. उन्हें कुल 3,80,927 वोट मिले थे, जो कुल वोटों का 37.11% था. उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सीपीआईएम) की वीना जॉर्ज को 3,36,684 वोट मिले थे, जो 32.80% वोट प्रतिशत था. बता दें कि पिछले आम चुनाव में कुल वोटिंग परसेंटेज 74.19% दर्ज किया गया था.
कौन सी पार्टी कितनी मजबूत?
पत्तनमतिट्टा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का एक अनोखा और गतिशील राजनीतिक इतिहास है, जो कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) और सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) दोनों की मजबूत उपस्थिति की विशेषता है.
2014 के आम चुनाव में, यह सीट कांग्रेस उम्मीदवार एंटो एंटनी पुन्नाथानियिल ने जीती थी. उन्होंने 4,08,232 वोट हासिल कर जीत हासिल की और सीपीआई(एम) के के. अनंतगोपन को हराया था, जिन्हें 2,97,026 वोट मिले थे. भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बी. राधाकृष्णन मेनन ने भी चुनाव लड़ा और 56,294 वोट हासिल किए थे. गौरतलब है कि 2009 से 2019 तक के आम चुनाव में, तीनों बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है. इन तीनों चुनावों में एंटो एंटनी ने ही जीत दर्ज की थी.