fbpx
Saturday, February 15, 2025
spot_img

Nellore Lok Sabha constituency: कभी कांग्रेस का गढ़, अब नेल्लोर पर YSRCP का कब्जा | Nellore Lok Sabha seat election 2024 Andhra Pradesh Congress stronghold YSRP


Nellore Lok Sabha constituency: कभी कांग्रेस का गढ़, अब नेल्लोर पर YSRCP का कब्जा

नेल्लोर लोकसभा सीट

आंध्र प्रदेश की नेल्लोर लोकसभा सीट पर कांग्रेस का जनाधार खिसक चुका है. इस सीट पर 14 बार कांग्रेस के उम्मीदवार जीतते रहे हैं. इस सीट पर 2012 में हुए चुनावों के समय से इस सीट पर वाईएसआर कांग्रेस पार्टी का कब्जा है. इस समय भी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के ए प्रभाकर रेड्डी निवर्तमान सांसद हैं. आजादी के साथ ही नेल्लोर जिले की साथ विधानसभा सीटों को मिलाकर अस्तित्व में आई यह राज्य की 25 लोकसभा सीटों में से एक है.

तटीय आंध्र क्षेत्र में नेल्लोर आधिकारिक तौर पर श्री पोट्टी श्रीरामुलु नेल्लोर के नाम से जाना जाता है. 13वीं शताब्दी तक इस शहर को विक्रम सिंहपुरी के नाम से जाना और पहचाना जाता था. बाद में इसका नाम नेल्लोर हो गया. यह नाम स्थल पुराण में वर्णित एक कथा से लिया गया है. इस कथा में नेल्लोर में एक आंवला (नेल्ली) के पेड़ के नीचे एक पत्थर के रूप में एक लिंगम दर्शाया गया है. यह स्थान को पहले नेल्ली-ऊरू और फिर नेल्लोर कहा जाने लगा.

धान की होती है खेती

पन्नार नदी के किनारे बसा नेल्लोर आंध्र प्रदेश का बेहर खूबसूरत शहर है. यहां जीविका के साधन के रूप में खेती बारी होती है और इसमें भी धान की खेती बहुतायत में होती है. नेल्लोर जिले का सकल जिला घरेलू उत्पाद (जीडीडीपी) आंध्र प्रदेश के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) का 5.8 फीसदी है. जिले में धान, गन्ना, नींबू, टमाटर, दूध, मांस और मछली पालन किया जाता है. इसके अलावा कंट्रक्शन, बिजली, मैन्युफेक्चरिंग, परिवहन और शिक्षा शामिल है.

ये भी पढ़ें

कवि तिखना सोमवाजी की भूमि

नेल्लोर में अधिकांश क्रूड मिका का उत्पादन करता है.सांस्कृतिक दृष्टि से देखें तो नेल्लोर आंध्र प्रदेश के अन्य शहरों से काफी अलग है. दरअसल यह तेलगू के महान कवि तिखना सोमवाजी की भूमि है. कवि तिखना सोमवाजी ने ही महाभारत का तेलूगु में अनुवाद किया था. तीसरी शताब्दी में नेल्लोर अशोक के साम्राज्य का हिस्सा था. चौथी से छठीं शताब्दी तक यहां पल्लवों का शासन था. इस शहर में रंगनाथ मंदिर, नेल्लापट्टु अभ्यारण्य, उदयगिरी किला, पुलिकट झील, सोमसिला, रहमतबाद, जोनावाडा, कृष्णा मंदिर आदि प्रमुख स्थान हैं.

20 लाख से अधिक आबादी वाला जिला

इन स्थानों पर भ्रमण के लिए हर साल हजारों की तादात में श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचते हैं. भारत सरकार द्वारा 2011 में कराई गई जनगणना के मुताबिक नेल्लोर की कुल आबादी 20 लाख 13 हजार 645 है. इसमें 67.25 फीसदी आबादी ग्रामीण है. वहीं शेष 32.75 फीसदी शहरी आबादी है. इसमें भी अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) की हिस्सेदारी क्रमशः 19.43 और 8.38 फीसदी है. नेल्लोर शहर परिवहन के साधनों से अच्छी तरह से कनेक्टेड है.

अमरावती से 4 घंटे की दूरी पर नेल्लोर

यहां स्टेट रोडवेज की बसें आंध्र प्रदेश के विभिन्न शहरों के लिए तो चलती ही हैं, पड़ोसी राज्यों के लिए भी कई सरकारी और प्राइवेट बसों का संचालन होता है. इसी प्रकार नेल्लोर रेलवे स्टेशन से देश के कई बड़े शहरों के लिए सीधी रेल सेवा उपलब्ध है. अमरावती शहर से करीब 270 किलोमीटर दूरी पर स्थित इस शहर में आने के लिए 4 से पांच घंटे का समय लगता है.

नेल्लोर सीट पर कब-कौन जीता?

नेल्लोर लोकसभा सीट पर पहली बार वोटिंग 1952 में हुई थी और एक निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी. इसके बाद कांग्रेस ने जीत हासिल की. 1957, 1983, 1980, 1977, 1971, 1967, 1962, 1984, 1989, 1991, 1996, 1998 तक कांग्रेस जीतती आई. पहली बार तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) 1999 में जीती. 2004, 2009 में कांग्रेस, 2012, 2014, 2019 में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की है.



RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

Most Popular