ऋषभ पंत ने इस सीजन का अपना पहला अर्धशतक जमाया.Image Credit source: PTI
मार्च की शुरुआत में जैसे ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने एक प्रेस रिलीज में ऐलान किया कि स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत पूरी तरह फिट हो चुके हैं और आईपीएल 2024 सीजन में विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर खेल सकते हैं, हर कोई खुश था. पंत की वापसी का इंतजार था और इंतजार था उनके पुराने अंदाज में विस्फोटक बल्लेबाजी से समां बांधने का. शुरुआती 2 मैचों में तो पंत ने पुराने दिनों की कुछ झलक दिखाई लेकिन तीसरे मैच में आकर उन्होंने बीते दिनों की याद दिला दी और ये सब किया उस शहर में, जहां एमएस धोनी ने कई साल पहले तहलका मचाया था, वो भी धोनी की टीम चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ.
रोड एक्सिडेंट में बुरी तरह जख्मी होने के कारण पिछले आईपीएल सीजन से बाहर रहने वाले ऋषभ पंत ने 2024 सीजन में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान के रूप में वापसी की. कप्तानी और बैटिंग में पंत की और उनकी टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और दोनों मैचों में टीम हारी. पंत ने छोटी पारियां खेलीं लेकिन असली जलवे का इंतजार था. आखिरी विशाखापट्टनम में पंत ने ये इंतजार खत्म किया.
जहां चमके धोनी, वहीं खत्म किया इंतजार
2006 में विशाखापट्टनम में ही धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैच में 148 रनों की विस्फोटक पारी खेलकर विश्व क्रिकेट में पहली बार अपनी पहचान बनाई थी. 18 साल बाद इसी मैदान में पंत ने भी एक खास पारी खेली. ये पारी धोनी की तरह बड़ी और जबरदस्त तो नहीं थी लेकिन ये खास और अहम जरूर थी. आखिर 903 दिनों के लंबे इंतजार के बाद पंत ने पहली बार IPL में अर्धशतक जमाया.
पंत ने चेन्नई के खिलाफ सिर्फ 31 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया, जो IPL 2021 के बाद उनकी पहली फिफ्टी थी. अपनी पारी में पंत ने 4 चौके और 3 बेहतरीन छक्के लगाए. इसमें भी पंत ने 19वें ओवर में आउट होने से पहले चेन्नई के तूफानी तेज गेंदबाज मतीषा पतिरणा की लगातार 3 गेंदों पर 6, 4 औ 4 जड़ते हुए अपना अर्धशतक पूरा किया था.
क्यों खास थी पंत की ये पारी?
पंत का ये अर्धशतक इसलिए खास था क्योंकि एक तो उन्होंने करीब 3 साल के इंतजार के बाद अर्धशतक जमाया. दूसरा उन्होंने मुश्किल में फंसती दिख रही अपनी टीम को आखिरी ओवरों में रफ्तार दी. खुद पंत की शुरुआत धीमी थी और उन्हें शुरुआत में खुलकर शॉट्स खेलने के लिए संघर्ष करना पड़ा था. इसके बावजूद वो डटे रहे और आखिर में तेजी से बाउंड्री बटोरकर दिल्ली को 191 रनों के दमदार स्कोर तक पहुंचाया. साथ ही इस पारी ने दिल्ली कैपिटल्स और टीम इंडिया के लिए आने वाले दिनों के लिए अच्छे संकेत भी दे दिए.