कम उम्र में लोग क्यों हो रहे कैंसर का शिकार
भारत समेत दुनियाभर में कैंसर के मामले हर साल बढ़ रहे हैं. इस बीमारी की वजह से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. पुरुषों में लंग्स और प्रोस्टेट कैंसर और महिलाओं में सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर के केस बढ़ रहे हैं. बीते कुछ सालों में कैंसर दुनियाभर में हो रही मौतों का एक बड़ा कारण बन गया है. देखा जा रहा है कि अब युवाओं में भी बड़ी संख्या में कैंसर के मामले आ रहे हैं. कुछ ऐसे भी केस देखे जा रहे हैं जहां 50 साल से कम उम्र में ही एडवांस स्टेज का कैंसर मिल रहा है. ऐसे में डॉक्टरों ने लोगों को समय पर कैंसर स्क्रीनिंग कराने की सलाह दी है. इस बीच यह जानना भी जरूरी है कि लोग क्यों कम उम्र में कैंसर का शिकार हो रहे हैं.
डॉक्टरों का कहना है कि युवाओं मेंखराब होता खानपान, बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल, शराब का अधिक सेवन और धूम्रपान कैंसर के फैलने के बड़े कारण हैं. कुछ मामलों में जेनेटिक कारणों की वजह से भी कैंसर हो जाता है.इसके अलावा मोटापा एक बड़ी समस्या है. ज्यादा वजन होने से कैंसर के विकास का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. धूप में बहुत अधिक समय बिताने से भी कैंसर होने की आशंका बढ़ जाती है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
कैंसर विशेषज्ञ डॉ. आशीष गुप्ता बताते हैं कि भारत में सबसे आम कैंसर महिलाओं में स्तन कैंसर पुरुषों में मुँह का कैंसर, फेफड़े का कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर है. कम उम्र में कैंसर होने का सबसे बड़ा कारण खराब लाइफस्टाइल और अलग- अलग प्रकार के नशे की लत है. बीते कुछ सालों में मोटापा भी एक बड़ी समस्या बनती जा रही है. मोटापा भी कैंसर का एक बड़ा रिस्क फैक्टर है.
लोगों को सलाह है कि कैंसर से बचाव के लिए खानपान का ध्यान रखें और लाइफस्टाइल को अच्छा रखें. इसके लिए रोजाना एक्सरसाइज करें और अपनी डाइट में हरे फल और सब्जियों को शामिल करें. तंबाकू का सेवन और अत्यधिक शराब पीने से बचें. कैंसर का जल्दी पता लगाने के लिए नियमित रूप से जाँच जरूर करवाएं. अगर शरीर में कोई समस्या है या किसी हिस्से में गांठ है तो इसे हल्के में न लें और कैंसर की जांच कराएं भले ही आपकी उम्र कितनी भी हो.
है कैंसर का इलाज
डॉ. आशीष गुप्ता कहते हैं कि कैंसर का आधुनिक दवाओं का उपयोग करके उपचार किया जा सकता है. इम्मुनोथेरपी, टार्गेटेड थेरेपी से कैंसर के इलाज की दर में बहुत वृद्धि हुई है. सीएआर-टी थेरेपी, रोबोटिक सर्जरी ने भी कैंसर के ट्रीटमेंट को आसान कर दिया है. अगर शुरुआती चरण में कैंसर का पता चल जाता है तो इस बीमारी का इलाज आसानी से हो जाता है.