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Saturday, October 5, 2024
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मयंक यादव की 155.8 KPH की स्पीड में ये 2 खूबियां खो न जाएं! जानकर आप भी करेंगे सलाम | IPL 2024: Not only speed, Mayank Yadav also has lethal bouncer and fantastic control in bowling


मयंक यादव की 155.8 KPH की स्पीड में ये 2 खूबियां खो न जाएं! जानकर आप भी करेंगे सलाम

मयंक यादव ने अपने डेब्यू IPL मैच में ही प्रॉपर फास्ट बॉलिंग का नजारा पेश किया.Image Credit source: PTI

लखनऊ के एकाना स्टेडियम में शनिवार 30 मार्च की रात शुरुआती 9 ओवरों में शिखर धवन और जॉनी बेयरस्टो ने जैसी अंधाधुंध बैटिंग की, उसने लखनऊ सुपर जायंट्स को टेंशन दे दी. पहले बैटिंग कर 199 रन बनाने के बावजूद उसकी हार तय दिख रही थी. फिर 10वें ओवर में भी 10 रन आए और 11वें ओवर में टीम के 100 रन पूरे भी हो गए. लेकिन 10वें ओवर में कुछ ऐसा हुआ, जिसने सबका ध्यान खींचा और फिर 12वें ओवर से मैच पलटने लगा. ये थी मयंक यादव की एंट्री, जिन्होंने अपने IPL डेब्यू में रफ्तार के खौफ से पंजाब को दहला दिया और लखनऊ को यादगार जीत दिलाई.

दिल्ली क्रिकेट का हिस्सा 21 साल के मयंक यादव को पंजाब किंग्स के खिलाफ इस मैच में डेब्यू का मौका मिला. वो 2022 सीजन से ही लखनऊ के साथ थे लेकिन पहले सीजन में चांस नहीं मिला. अगले सीजन में उनका डेब्यू तय था लेकिन चोट के कारण सीजन शुरू होने से पहले ही बाहर हो गए. अब IPL 2024 में उन्हें मौका मिला और अपने पहले ही मैच 3 विकेट लेकर लखनऊ को जीत दिलाई. इतना ही नहीं, 155.8 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से इस सीजन की सबसे तेज गेंद का रिकॉर्ड भी बना दिया.

तेज रफ्तार सबसे बड़ा हथियार

तेज रफ्तार गेंदबाजों की तलाश वाले भारत में ऐसी स्पीड देखकर खुश और उत्साहित होना लाजिमी है. इसलिए जैसे ही अपने पहले ओवर में उन्होंने 150 का आंकड़ा छुआ, हर किसी का ध्यान उन पर लग गया. अगले ओवर की पहली बॉल ही 155.8 किलोमीटर प्रतिघंटा थी, जिसने रिकॉर्ड बनाया और फिर जॉनी बेयरस्टो, प्रभसिमरन सिंह और जितेश शर्मा के रूप में पंजाब के शुरुआती तीनों विकेट मयंक ने झटककर टीम की वापसी कराई. मयंक ने 24 गेंदों में से 9 बार 150 KPH की रफ्तार को पार किया, जबकि उनकी सबसे धीमी गेंद भी 141 किलोमीटर प्रतिघंटा थी. जाहिर तौर पर मयंक की रफ्तार ही अगले कुछ दिनों तक चर्चा का केंद्र रहेगी, जो होना भी चाहिए लेकिन क्या वो सिर्फ अपनी रफ्तार के कारण इतने असरदार साबित हुए? क्या सिर्फ गेंद को तेज डालना उनकी खासियत थी?

एक सटीक और घातक बाउंसर

जवाब है- नहीं. मयंक ने अपनी स्पीड से जरूर परेशान किया लेकिन इसके साथ ही उनके 4 ओवरों के स्पैल में 2 बातें और भी थीं, जो स्पीड को एक घातक हथियार बनाती हैं. इसमें पहला है, उछाल यानी गेंद का बाउंस. तेज गेंदबाज शॉर्ट पिच गेंदों का अक्सर इस्तेमाल करते हैं लेकिन कितने सटीक तरीके से करते हैं ये अहम है. मयंक ने तीनों विकेट शॉर्ट पिच गेंदों पर लिए, लेकिन उनमें से कोई भी 150 KMPH के पार नहीं थी. उनकी रफ्तार भी तेज थी.

बेयरस्टो (144), प्रभसिमरन (147) और जितेश (142) को तेज रफ्तार के साथ जबरदस्त बाउंस ने परेशान किया और उनकी ये बाउंसर सीधे बॉडी की लाइन में थी, जो बल्लेबाजों को हमेशा परेशान करता है. यही कारण है कि बाकी गेंदबाजों की बाउंसर की तुलना में मयंक की बाउंसर ज्यादा असरदार हुई. जिन शॉर्ट पिच गेंदों पर विकेट नहीं मिले, उन्होंने भी तकलीफ पैदा की.

स्किल्स और इमोशन पर कंट्रोल

दूसरी खासियत- कंट्रोल. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ अक्सर सोशल मीडिया पर ग्राफिक्स के साथ किसी खिलाड़ी के प्रदर्शन का एनालिसिस करते हैं. उन्होंने मयंक की गेंदबाजी पर भी ऐसे ही ग्राफिक्स ‘एक्स’ पर पोस्ट किए थे. इसमें मयंक की बॉलिंग का पिच मैप भी था, जिसमें तीनों विकेट की लाइन और लेंग्थ दिखाई गई थी. यकीन करना मुश्किल है लेकिन तीनों गेंदें बिल्कुल आस-पास लगभग एक ही टप्पे पर पड़ी थीं. ये बताता है कि मयंक सिर्फ अच्छी शॉर्ट बॉल नहीं डालते, बल्कि जल्दी ही लाइन-लेंग्थ समझ कर सटीक नियंत्रण के साथ उस पर लगातार गेंदबाजी कर सकते हैं. ये सटीक कंट्रोल ही था कि 4 ओवरों में उन्होंने सिर्फ 27 रन दिए.

इसका एक और पहलू है- मयंक का ये पहला मैच था, पहली बार इतने बड़े स्तर पर वो खेल रहे थे और अपनी रफ्तार का कहर दिखाना चाहते थे. अक्सर ज्यादा तेज गेंद डालने की कोशिश में गेंदबाज कंट्रोल खो देते हैं और लाइन-लेंग्थ से भटक जाते हैं, जिसका नतीजा वाइड और नो-बॉल में दिखता है. मयंक ने अपने 4 ओवरों के स्पैल में एक भी वाइड या नो-बॉल नहीं डाली. पहले मैच की नर्वसनेस भी उन पर हावी नहीं हुई क्योंकि उन्होंने खुद ही बताया कि पहली गेंद के बाद उन्हें बिल्कुल भी नर्वस नहीं थे. ये बताने के लिए काफी है कि सिर्फ तेज रफ्तार ही मयंक का हथियार नहीं है, बल्कि अपनी भावनाओं और अपनी स्किल पर अच्छा नियंत्रण भी उनके पास है, जो एक कंप्लीट पैकेज बनाने के लिए काफी है.





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