सीएम ममता बनर्जी.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देर रात जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में चक्रवात प्रभावित लोगों से मुलाकात की. सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि प्रशासन जरूरतमंद लोगों के साथ खड़ा रहेगा. उन्होंने कहा कि मैं प्रशासन को उनके आपदा प्रबंधन प्रयासों के लिए धन्यवाद देती हूं. डॉक्टर, नर्सें और अस्पताल कर्मचारी स्थिति को संभालने के लिए अच्छी तरह से काम कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि बचाव अभियान पहले ही खत्म हो चुका है.
दरअसल पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के कुछ हिस्सों में रविवार को अचानक आए तूफान के कारण चार लोगों की मौत हो गई जबकि 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं. अधिकारियों ने बताया कि जिला मुख्यालय शहर के अधिकांश हिस्सों और पड़ोसी मैनागुड़ी के कई इलाकों में ओलावृष्टि के साथ तेज हवाएं बहने से कई झोपड़ियां और मकान क्षतिग्रस्त हो गए, पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे गिर गए.
#WATCH | Jalpaiguri: West Bengal CM Mamata Banerjee met the cyclone-affected people at the Jalpaiguri Super Specialty Hospital.
(Source: Social media page of West Bengal CM Mamata Banerjee) pic.twitter.com/bYH5JuOydi
— ANI (@ANI) March 31, 2024
उन्होंने बताया कि तूफान की वजह से राजारहाट, बार्निश, बकाली, जोरपाकड़ी, माधबडांगा और सप्तीबारी सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं, जबकि कई एकड़ क्षेत्र में लगी फसलों को नुकसान पहुंचा है. वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तूफान के कारण हुई जनहानि पर रविवार को शोक व्यक्त किया और अधिकारियों से प्रभावित लोगों को उपयुक्त सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
जलपाईगुड़ी जिले के कुछ हिस्सों में रविवार को अचानक आए तूफान से चार लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हुए हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी-मैनागुड़ी इलाके में तूफान से प्रभावित हुए लोगों के प्रति मेरी संवेदनाएं. अपने प्रियजनों के खोने वालों के प्रति मेरी संवेदनाएं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों से बात की और भारी बारिश से प्रभावित लोगों को उपयुक्त सहायता सुनिश्चित करने को कहा. उन्होंने कहा कि मैं बंगाल में बीजेपी के सभी कार्यकर्ताओं से प्रभावितों की मदद करने की अपील करता हूं.
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान दिजेंद्र नारायण सरकार (52), अनिमा बर्मन (45), जगन रॉय (72) और समर रॉय (64) के रूप में हुई है. जलपाईगुड़ी जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ओलावृष्टि से कई पैदल यात्री घायल हो गए है. आपदा मोचन दल को तैनात किया गया है और सहायता केंद्र खोले गए हैं.
राजभवन के अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल सी वी आनंद बोस भी प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए सोमवार को जलपाईगुड़ी रवाना होंगे. उन्होंने बताया कि जलपाईगुड़ी की स्थिति से निपटने के लिए राजभवन में एक आपातकालीन प्रकोष्ठ स्थापित किया गया है.
धूपगुड़ी के विधायक निर्मल चंद्र रॉय ने बताया कि कई लोगों को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बनर्जी ने कहा कि नागरिक प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन के कर्मियों को राहत कार्य के लिए तैनात किया गया है.
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया, यह जानकर दुख हुआ कि आज दोपहर अचानक भारी बारिश और तूफानी हवाओं ने जलपाईगुड़ी-मैनागुड़ी के कुछ इलाकों में आपदा लायी, जिसमें जनहानि हुई, लोगों को चोटें आई, मकान क्षतिग्रस्त हुए, पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन लोगों की हुई मौत के मामले में परिजनों और घायलों को नियमों के अनुसार और एमसीसी (आदर्श आचार संहिता) का पालन करते हुए मुआवजा प्रदान करेगा. एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, राज्यपाल बोस दिल्ली में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संपर्क में हैं. उन्होंने जलपाईगुड़ी में और राहत सहायता और बचावकर्मी भेजने का अनुरोध किया है.