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Saturday, September 7, 2024
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गौतम अडानी ने किया 20000 करोड़ के प्रोजेक्ट्स का ऐलान, टाटा अंबानी रह गए हैरान | Gautam Adani announced projects worth Rs 20,000 crore, Tata and Ambani were surprised


ऐसा जान पड़ता है कि विभिन्न कारोबार से जुड़ा अडानी ग्रुप अब पूरी तरह से हिंडनबर्ग प्रभाव से बाहर आ गया है. ग्रुप ने एक सप्ताह के भीतर 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स का ऐलान कर दिया है. जिसमें 1.2 अरब डॉलर का तांबा प्लांट, ओड़िशा में पोर्ट की खरीदारी, और सीमेंट कंपनी में हिस्सेदारी बढ़ाना आदि शामिल है. साथ ही प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाली मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ गठजोड़ भी किया है. खास बात तो ये है कि इन ऐलानों से गौतम अडानी के सबसे बड़े कारोबारी मुकेश अंबानी और टाटा ग्रुप को कड़ी टक्कर देते हुए दिखाई देंगे.

ग्रुप ने पिछले एक सप्ताह में शेयर बाजारों को दी सूचना और प्रेस विज्ञप्तियों के माध्यम से अपने मुख्य पोर्ट कारोबार में विस्तार और निवेश, धातु रिफाइनिंग में विविधीकरण, दो साल पुराने सीमेंट क्षेत्र में पूंजी डाले जाने और अपनी मेगा सोलर प्रोजेक्ट के चालू होने के मामले में लगातार हो रही प्रगति की घोषणा की है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर बीते एक हफ्ते में गौतम अडानी ने किस तरह का ऐलान किया है.

पोर्ट में हसिल की हिस्सेदारी

इसकी शुरुआत 26 मार्च को अडानी पोर्ट्स के गोपालपुर पोर्ट में 3,350 करोड़ रुपए के उद्यम मूल्य पर 95 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने की घोषणा के साथ हुई. इससे उसके नियंत्रण में बंदरगाहों की संख्या 15 हो गई. यह देश में किसी भी निजी कंपनी के पास बंदरगाहों की सर्वाधिक संख्या है.

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दुनिया का सबसे बड़ा तांबा प्लांट

इसके बाद ग्रुप की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने 28 मार्च को गुजरात के मुंद्रा में एक ही स्थान पर दुनिया के सबसे बड़े तांबा मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के पहले फेज की घोषणा की. यह ग्रुप ने इसके थ्रू मेटल रिफाइनिंग के सेक्टर में एंट्री ली है. कुल 1.2 अरब डॉलर (लगभग 10,000 करोड़ रुपए) के प्लांट ने भारत को चीन और अन्य देशों में शामिल होने में मदद की है. ये देश तेजी से तांबे का उत्पादन बढ़ा रहे हैं. यह कोयला जैसे जीवाश्म ईंधन के कम उपयोग के लिहाज से महत्वपूर्ण धातु है. ऊर्जा बदलाव के लिहाज से महत्वपूर्ण इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी), चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, सौर फोटोवोल्टिक्स (पीवी), पवन और बैटरी सभी में तांबे की आवश्यकता होती है.

अंबूजा सीमेंट में निवेश का ऐलान

उसी दिन, ग्रुप के प्रमोटर गौतम अडानी और उनके परिवार ने देश की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी अंबुजा सीमेंट्स में हिस्सेदारी बढ़ाकर 66.7 फीसदी करने के लिए 6,661 करोड़ रुपए का निवेश की घोषणा की. अडानी सीमेंट सेक्टर में भी अपना फोकस बनाए हुए हैं. गौतम अडानी की सीमेंट सेक्टर में सबसे बड़ी हिस्सेदारी है. जिसकी वजह से वह लगातार इसमें निवेश कर रही हैं.

सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट की घोषणा

एक दिन बाद, ग्रुप की न्यू एनर्जी यूनिट अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने गुजरात के खावड़ा में अपनी 775 मेगावाट की सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट शुरू करने की घोषणा की. खावड़ा वह स्थान है, जहां वह सोलर एनर्जी से 30 गीगावाट क्षमता की बिजली परियोजनाएं स्थापित करने लिए एक विशाल सौर फार्म का निर्माण कर रही है. यह समूह की 2030 तक 45 गीगावॉट क्षमता का लक्ष्य हासिल करने की योजना का हिस्सा है.

अंबानी और अडानी के बीच डील

28 मार्च को ही अडानी और उनके प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले उद्योगपति मुकेश अंबानी पहली बार गठजोड़ करने की घोषणा की. इसके तहत रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अडानी पॉवर की मध्य प्रदेश बिजली परियोजना में 50 करोड़ रुपए में 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी और प्लांट की 500 मेगावाट बिजली का स्वयं उपयोग करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किये.

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में डूबे थे 150 अरब डॉलर

विश्लेषकों का कहना है कि पिछले एक सप्ताह में की गई घोषणाएं इस बात का संकेत है कि अडानी फिर से विस्तार की राह पर है. हिंडनबर्ग रिसर्च के ग्रुप के खिलाफ रिपोर्ट आने के 14 महीने बाद अडानी ने बड़े स्तर पर विस्तार की घोषणाएं की हैं. रिपोर्ट समूह पर खुलेआम शेयरों में हेराफेरी और बही-खाते में हेराफेरी का आरोप लगाया गया था. इससे ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में शेयर भारी गिरावट आई और मार्केट कैप में एक समय करीब 150 अरब डॉलर का नुकसान हो गया था. हालांकि, ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को सिरे से खारिज करते हुए इसे पूरी तरह से आधारहीन बताया. कंपनी मैनेज्मेंट ने हाल में निवेशकों को दी सूचना में कहा कि ग्रुप ने अपने इंफ्रा बिजनेस के कारोबार के विस्तार के लिए अगले दशक में सात लाख करोड़ रुपए का निवेश करने की प्लानिंग की है.



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