गर्मी के पीक पर पहुंचने से पहले अपनी कार की सर्विसिंग जरूर कराना चहिए.
गर्मियां आ चुकी हैं, बच्चों की स्कूल की छुट्टी भी होने वाली है और बहुत से लोग अब बच्चों को लेकर पूरा परिवार के साथ कार से लॉग वेकेशन पर जाने की तैयारी कर रहे होंगे. अगर आप भी ऐसी कोई प्लानिंग कर रहे हैं तो अपनी गाड़ी की टंकी फुल कराने से पहले आपको इस खबर को जरूर पढ़ लेना चाहिए, क्योंकि हम नहीं चाहते कि आपका इस महंगाई के दौर में कोई नुकसान हो.
दरअसल अक्सर देखा गया है कि जब भी लोग परिवार और बच्चों के साथ लॉग वीकेंड या वेकेशन पर जाते हैं तो सबसे पहले गाड़ी के फ्यूल टैंक को फुल कराते हैं. गर्मी के मौसम में अगर आप गाड़ी के फ्यूल टैंक को फुल करा रहे हैं, तो आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं, जिसके बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं.
गर्मियों में न करें टैंक फुल
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अगर आप गर्मी के मौसम में गाड़ी का टैंक फुल कर रहे हैं तो आप गलती कर रहे हैं. दरअसल पेट्रोल और डीजल जल्दी वाष्पित होता हैं और गर्मी में तापमान अपने चरम पर होता है. ऐसे में जब आप अपनी गाड़ी का फ्यूल टैंक फुल करा लेते हैं तो उसमें पेट्रोल-डीजल की वाष्पित होने से पैदा होने वाली गैस के लिए जगह नहीं बचती. इसलिए ऑटो एक्सपर्ट कहते हैं कि जब भी गाड़ी में फ्यूल चार्ज कराएं तो 10 फीसदी टैंक को खाली रखें.
कार में न रखें लाइटर और परफ्यूम जैसी चीजे
अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो ये बात आपके लिए बेहद जरूरी है. अक्सर स्मोकिंग करने वाले लोग कार के अंदर लाइटर रखते हैं. साथ ही बहुत से लोग परफ्यूम भी रखते हैं. अगर गर्मी के मौसम में आप इन दोनों ही चीज को गाड़ी के अंदर छोड़ कर जा रहे हैं तो बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं. आपको बता दें गर्मी में कार के अंदर हवा पास नहीं होने की वजह से लाइटर और परफ्यूम की बोतल गर्म होकर फट सकती है, जिससे आपकी गाड़ी में आग लग सकती है.
कार को छाया में खड़ा करें
जब भी आप अपनी गाड़ी को पार्क करें तो कोशिश करें की गाड़ी बिलकुल छाया में खड़ी हो. अगर ऐसा संभव नहीं है तो 60 से 70 फीसदी गाड़ी छाया में रहे. इससे आपको ट्रिपल फायदा होगा. पहला फायदा तो ये कि तेज धूप से गाड़ी का रंग खराब नहीं होगा. दूसरा फायदा गाड़ी में जब आप बैठेगे तो आपको कम गर्मी लगेगी. वहीं तीसरा और आखिरी फायदा गाड़ी में जब एसी चलाएंगे तो वो कम लोड लेगा.
गर्मियों में लंबी दूरी तय करते समय टायरों में कम रखें हवा
गर्मियों में रोड भी काफी गर्म हो जाती है. ऐसे में जब कोई कार उस पर चलती है, तो फ्रिक्शन और हीट के चलते टायरों में हवा का प्रेशर बढ़ जाता है. इससे कार अनसेफ और अनकंफर्टेबल हो जाती है. इसलिए गर्मियों में लंबी दूरी तय करते समय टायरों में 2 psi प्रेशर कम रखें. बहुत से लोगों को लगता है कि नाइट्रोजन गैस एक बेहतर विकल्प है, लेकिन इसके बेहतर होने के कोई सबूत नहीं हैं. इसलिए सामान्य हवा भी अच्छी है, बस इसे थोड़ा कम रखें.