आज है रंग पंचमी का त्योहार, जानें इस दिन का देवी-देवताओं से जुड़ा नाताImage Credit source: unsplash
Rang Panchami 2024: रंग पंचमी का त्योहार हर साल होली के पांच दिन बाद, चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है, जो कि आज है. रंग पंचमी के दिन देवी देवताओं के साथ होली खेलने की परंपरा है. मान्यता है कि आज के दिन देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करने और उनको गुलाल अर्पित करने से भक्तों को शुभ फल की प्राप्ति होती है और जीवन के सभी दुखों से छुटकारा मिलता है. रंग पंचमी के पावन पर्व पर आइये जानते हैं कि रंग पंचमी का त्योहार आखिर क्यों मनाया जाता है.
इस मान्यता के कारण मनाया जाता है रंग पंचमी का पर्व
पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार भगवान शिव ध्यान में लीन थे तब कामदेव ने ध्यान में लीन भगवान शिव के ध्यान को भंग करने की कोशिश की. तब भगवान शिव अत्यंत क्रोधित हुए और उन्होंने क्रोध में आकर कामदेव को भस्म कर दिया. तब कामदेव की पत्नी देवी रति ने विलाप करते हुए, अन्य देवताओं के साथ भगवान शिव से बार बार प्रार्थना करी कि भगवान शिव उनके पति कामदेव को जीवनदान प्रदान करें.
तब भगवान शिव ने प्रसन्न होकर कामदेव को पुनर्जीवित कर देने का आश्वासन दिया था. कामदेव के फिर से जीवित होने की सूचना से सभी देवतागण बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने हर्ष और उल्लास के रंगोत्सव मनाया, तभी से रंग पंचमी का पर्व मनाने की परंपरा है.
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मान्यता के अनुसार, रंग पंचमी के पर्व पर देवी-देवता धरती पर आकर रंग, गुलाल, अबीर से होली खेलते हैं. वहीं दूसरी और ये भी माना जाता है कि रंग पंचमी के दिन भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी ने एक दूसरे को रंग लगाकर होली खेली थी. उन्हें होली खेलते हुए देखकर सभी देवी-देवताओं ने प्रसन्न होकर उन पर फूलों की वर्षा की. तभी से रंग पंचमी के दिन देवताओं को रंग लगाने और गुलाल उड़ाने की परंपरा है.