fbpx
Saturday, September 7, 2024
spot_img

Ponnani Lok Sabha Seat: दशकों से जारी है मुस्लिम लीग का दबदबा, क्या जारी रहेगी लिगेसी? | lok sabha election 2024 Ponnani Lok Sabha Seat candidate Indian Union Muslim League and congress


Ponnani Lok Sabha Seat: दशकों से जारी है मुस्लिम लीग का दबदबा, क्या जारी रहेगी लिगेसी?

पोन्नानी लोकसभा सीट

पोन्नानी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के प्रसिद्ध होने का मुख्य श्रेय इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) को दिया जाता है, जो इस क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण राजनीतिक ताकत मानी जाती है. हो भी क्यों न, 1977 से लेकर 2019 तक के चुनाव तक कोई भी दूसरा राजनीतिक दल इनको यहां से डिगा नहीं पाया है. IUML कांग्रेस की एक महत्वपूर्ण सहयोगी रही है, जिसने पोन्नानी में इसकी उपस्थिति में योगदान दिया है. इसके अलावा, यह निर्वाचन क्षेत्र ई.टी.मोहम्मद बशीर और सांसद अब्दुस्समद समदानी जैसे बहुचर्चित राजनीतिक नेताओं का घर रहा है, जो लोकसभा चुनावों में प्रमुख उम्मीदवारों के रूप में उभरे हैं.

पोन्नानी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र अपनी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है. इसमें सदियों पुरानी पोन्नानी जुमा मस्जिद है, जो यहां के मुस्लिम सांस्कृतिक प्रभाव के रूप में खड़ी है. इसके अलावा, मालाबार बिरयानी की लोकप्रियता भी इस क्षेत्र को खास बनाती है.

2019 आम चुनाव में क्या था परिणाम?

पोन्नानी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए 2019 के आम चुनाव में, ई. टी. मोहम्मद बशीर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) का प्रतिनिधित्व करते हुए बड़े वोटों के अंतर से जीते थे. उन्हें कुल 521,824 वोट मिले थे, जो कुल वोटों का 51.30% था. यह शानदार जीत पोन्नानी में मोहम्मद बशीर और आईयूएमएल के मजबूत समर्थन और विश्वास को दर्शाती रही है. पिछले आम चुनाव में इस जीत के बाद यहां के सांसद और पार्टी दोनों को राजनीति में बेहतर और ज्यादा सशक्त तौर पर पेश किया है.

आईयूएमएल से मोहम्मद बशीर की जीत महत्वपूर्ण राजनीतिक महत्व है, खासकर पोन्नानी लोकसभा क्षेत्र की डेमोग्राफी देखते हुए. पोन्नानी को एक मुस्लिम बहुल क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, और IUML की सफलता का श्रेय पोन्नानी में मुस्लिम समुदाय की जरूरतों और चिंताओं को संबोधित करने के लिए पार्टी के लंबे समय से जुड़ाव और प्रतिबद्धता को दिया जाता है.

IUML का माना जाता है गढ़

इस कड़े मुकाबले वाले चुनाव में ई. टी. मोहम्मद बशीर के निकटतम प्रतिद्वंद्वी स्वतंत्र उम्मीदवार वी. अब्दुर्रहमान थे. इसके अतिरिक्त, वाम मोर्चा ने निलंबूर के मौजूदा विधायक पीवी अनवर के रूप में एक उम्मीदवार भी खड़ा किया था. विशेष रूप से, सभी तीन उम्मीदवार IUML के थे, जो इस क्षेत्र में पार्टी के प्रभाव पर जोर देता हैं. पोन्नानी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में राजनीतिक गतिशीलता IUML के गढ़ के तौर पर देखी जाती है.
पोन्नानी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 2019 के आम चुनाव में विभिन्न राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली थी. हालांकि, 51.30 प्रतिशत वोट शेयर के साथ आईयूएमएल के ई. टी. मोहम्मद बशीर ने बाजी मार ली थी. वहीं, दूसरे स्थान पर लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रत्याशी पी.वी अनवर को कुल 3,28,551 वोट मिले थे और उनका वोट शेयर 32.30 प्रतिशत रहा.

क्या रही है BJP की स्थिति?

इस सीट पर अगर बात BJP की करें तो पार्टी हमेशा एक प्रतिद्वंद्वी के तौर पर दिखी है. हालांकि, कभी भी वह यहां से जीत हासिल नहीं कर पाई है. फिर बात चाहे 1962 के आम चुनाव को ही या फिर 2019 आम चुनाव में, पार्टी हमेशा दूसरे स्थान के नीचे ही रही है. विशेष तौर पर अगर 2019 आम चुनाव की बात करें तो पोन्नानी से बीजेपी ने वी.टी. राम को चुनावी रणभूमि में भेजा था लेकिन 1,10,603 वोटों के साथ वह तीसरे स्थान पर रहे थे. उनका वोट शेयर महज 10.87 प्रतिशत ही था. मुस्लिम-बहुल क्षेत्र होने के कारण, पोन्नानी लोकसभा इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के लिए एक महत्वपूर्ण वोट बैंक माना जाता है.



RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

Most Popular