नवाब मलिक (फाइल फोटो)
कुर्ला में जमीन हेराफेरी मामले में ईडी के शिकंजे में आए एनसीपी नेता नवाब मलिक की तबीयत अचानक खराब हो गई. जानकारी के मुताबिक शनिवार दोपहर बाद नवाब मलिक की हालत खराब हो गई. नवाब मलिक की बेटी सना मलिक ने ये जानकारी दी है. इसके बाद उन्हें कुर्ला के एक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों की एक टीम उनकी हालत पर नजर बनाये हुए है. पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक नवाब मलिक को सांस लेने में दिक्कत होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
फिलहाल मेडिकल जमानत पर हैं बाहर
नवाब मलिक को ईडी ने 23 फरवरी 2022 को गिरफ्तार किया था. नवाब मलिक को कुख्यात गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था. डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ पैसों के लेनदेन और उसकी बहन के साथ जमीन लेनदेन के संबंध में ईडी उनकी जांच कर रही थी. इसी वजह से ईडी ने उन्हें गिरफ्तार करने की कार्रवाई की. गिरफ्तारी के बाद वह कई दिनों तक जेल में रहे. कुछ महीने पहले उन्हें मेडिकल आधार पर जमानत दी गई थी.
अजित पवार गुट में हैं नवाब मलिक
एनसीपी में बगावत के बाद नवाब मलिक अजित पवार के गुट में हैं. विधानमंडल सत्र में वे सत्ता पक्ष में बैठे थे. आलोचना के बाद बीजेपी नेता देवेन्द्र फड़णवीस ने अजित पवार को पत्र लिखा. बिजली आती है और जाती है. देवेंद्र फड़नवीस ने इस पत्र को सोशल मीडिया पर ‘लेकिन सत्ता से ज्यादा महत्वपूर्ण देश है…’ कैप्शन के साथ पोस्ट किया, जिसमें नवाब मलिक की ग्रैंड अलायंस में एंट्री का विरोध किया गया. फड़णवीस ने कहा था कि जिस तरह से मलिक पर आरोप लगा है, उसे देखते हुए उन्हें महागठबंधन में शामिल करना उचित नहीं होगा.
चुनाव का समय है लेकिन नवाब मलिक सार्वजनिक कार्यक्रमों में नजर नहीं आते. स्वास्थ्य कारणों से वह फिलहाल राजनीतिक मंचों से दूर हैं.