
कोट्टायम लोसकभा सीट
केरल के कोट्टायम निर्वाचन क्षेत्र में 2019 के लोकसभा चुनाव में दिलचस्प चुनावी मुकाबला देखने को मिला था. चुनाव में केरल कांग्रेस (एम) के थॉमस चाज़िकादान ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कुल 4,21,046 वोट हासिल किए थे. गौरतलब है कि, केरल की कुल 20 सीटों में से एक कोट्टायम सीट पर ही केरल कांग्रेस (एम) जीत दर्ज कर पाई थी. निर्वाचित सांसद थॉमस चाज़िकादान एलडीएफ गठबंधन में चले गए थे क्योंकि उन्होंने 2020 में केरल कांग्रेस में विभाजन के बाद जोस के मणि का पक्ष लिया था.
वहीं अगर 2014 के आम चुनाव की बात करें तो, कोट्टायम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र एक समान चुनावी प्रक्रिया में लगा हुआ था. इस चुनाव में भी केरल कांग्रेस (एम) ने अपनी जीत दर्ज करवाई थी. तब मैदान में जोस के.मनि थे. उन्होंने कुल 4,04,962 वोट मिले थे और उनका कुल वोट शेयर 50.14 प्रतिशत था. वहीं, 2014 के चुनाव में दूसरे स्थान पर CPI(M) के के.सुरेश कुरुप थे. उन्हें 3,33,392 वोट मिले थे. उनका वोट शेयर 41.27 प्रतिशत था. वहीं अगर बात बीजेपी की करें तो पार्टी कभी भी इस सीट पर अपना दबदबा कायम नहीं कर पाई है. बीजेपी इस निर्वाचन क्षेत्र में राजनीतिक तौर पर एक्टिव तो रही है लेकिन जीत हासिल करने में कामयाब नहीं हो गई है.
CPI भी सत्ता में रही है काबिज
लेकिन, 2004 और उससे पहले के आम चुनावों में इस निर्वाचन क्षेत्र पर CPI(M) सत्ता पर काबिज रही है. साल 1998 से लेकर 2004 तक इस सीट पर वाम दल ने अपना कब्जा बनाए रखा था. लेकिन अगर इससे भी पहले के इतिहास पर नजर डालें तो कोट्टायम सीट पर कांग्रेस काबिज रही है. 1989,1991 और 1996 के चुनाव में कांग्रेस यहां से जीत दर्ज कर चुकी है.
कोट्टायम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्रसिद्ध स्थानों के लिए भी बहुतायत प्रसिद्ध है. कोट्टायम केरल में एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और पर्यटन स्थल माना जाता है. यह क्षेत्र, जिसे अक्सर “केरल की पत्र राजधानी” कहा जाता है, साहित्यिक परंपरा से भरा हुआ है.
कई आकर्षण केंद्र
म्युनिसिपल जुबली नेहरू पार्क, नागांबादाम म्युनिसिपल पार्क और पोंपल्ली नदी पर्यटकों के लिए बेहद ही आकर्षक केंद्र माने जाते हैं. ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल जैसे कि तिरुनक्कारा श्री महादेव मंदिर, थजथंगडी जुमा मस्जिद, और मीनंतरायर पर्यटन इस निर्वाचन क्षेत्र के आकर्षण में भी योगदान देता है.
100% साक्षरता हासिल
कोट्टायम टाउन भारत का पहला शहर है जिसने 100% साक्षरता हासिल की है . कोट्टायम बड़ी संख्या में पुस्तकों और पत्रिकाओं का घर रहा है और यह कई बड़े प्रकाशन व्यवसाय का केंद्र है. कोट्टायम भारत का पहला शहर है जिसे भारत सरकार के पर्यावरण और वन मंत्रालय द्वारा इको सिटी के रूप में परिवर्तित करने के लिए चुना गया है. भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री के आर नारायणन कोट्टायम जिले से हैं. यह शहर मसालों और वाणिज्यिक फसलों, विशेष रूप से रबर का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र है. भारत का अधिकतम प्राकृतिक रबर कोट्टायम के कई एकड़ के अच्छी तरह से रखे गए बागानों से उत्पन्न होता है, जो रबर बोर्ड का भी घर है.