जांजगीर चांपा लोकसभा सीट
Janjgir-Champa Lok Sabha Election 2024: जांजगीर चांपा लोकसभा सीट काफी महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है. 1952 में यह सीट पहली बार अस्तित्व में आई थी. यह सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित सीट है. 1957 में यहां पहली बार लोकसभा का चुनाव हुआ. जांजगीर चांपा कभी कांग्रेस का गढ़ था लेकिन 2004 से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है. 2004 में यहां से करुणा शुक्ला जीती और सांसद बनीं. इसके बाद 2009 और 2014 में कमला देवी पाटले लगातार दो बार सांसद रहीं.
इस बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस सीट से कमलेश जांगड़े को मैदान में उतारा है. वहीं, कांग्रेस ने इस बार इस सीट से पूर्व मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया को टिकट दिया है. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के गुहाराम अजगल्ले ने कांग्रेस के रवि परसाराम भारद्वाज को हराया था. दोनों के बीच जबरदस्त टक्कर रही थी. जांजगीर चांपा लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की आठ सीटें आती हैं. ये 8 सीटें हैं- अकलतरा, जांजगीर-चांपा, सक्ती, चंद्रपुर, जैजैपुर, पामगढ़, बिलाईगढ़ और कसडोल.
2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजे?
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के गुहाराम अजगल्ले ने कांग्रेस के रवि परसाराम भारद्वाज को 83,255 हजार वोटों से हराया था. दोनों के बीच काफी कड़ा मुकाबला हुआ था. गुहाराम अजगल्ले को 572,790 लाख यानी 46 फीसदी वोट मिले थे जबकि रवि परसाराम भारद्वाज को 489,535 लाख यानी 39 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए थे. वहीं, तीसरे नंबर पर बीएसपी के दौरम रत्नाकर रहे थे. रत्नाकर को 131,387 लाख वोट मिले थे.
2014 लोकसभा चुनाव के नतीजे
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के कमला पाटले ने कांग्रेस के प्रेम चंद जायसी को 1,74,961 लाख मतों से पराजित किया था. कमला पाटले को 518,909 तो वहीं प्रेम चंद जायसी को 343,948 लाख वोट मिले थे. वहीं, तीसरे नंबर पर BSP के दूज राम बौद्ध रहे थे. दूज राम को 131,387 लाख वोट मिले थे. इस साल यहां 68 फीसदी वोटिंग हुई थी.
कब कौन जीता?
- 1957 -अमर सिंह सहगल/मिनीमाता अगम दास गुरु- कांग्रेस
- 1962- अमर सिंह सहगल/ मिनीमाता अगम दास गुरु- कांग्रेस
- 1967- मिनीमाता अगम दास गुरु – कांग्रेस
- 1971-मिनीमाता अगम दास गुरु – कांग्रेस
- 1974^ -मनहर भगतराम – कांग्रेस
- 1977-मदन लाल शुक्ला- BJP
- 1980-रामगोपाल तिवारी – कांग्रेस
- 1984 -प्रभात कुमार मिश्र – कांग्रेस
- 1989-दिलीप सिंह जूदेव – BJP
- 1991-भवानी लाल वर्मा – कांग्रेस
- 1996-मनहरण लाल पांडे – BJP
- 1998- चरण दास महंत- कांग्रेस
- 1999- चरण दास महंत- कांग्रेस
- 2004 -करुणा शुक्ला – BJP
- 2009 -कमला देवी पाटले- BJP
- 2014- -कमला देवी पाटले- BJP
- 2019 -गुहाराम अजगल्ले-BJP
जांजगीर चांपा का संक्षिप्त इतिहास
राजधानी रायपुर जिले से 175 किलोमीटर दूर जांजगीर-चांपा को छत्तीसगढ का हृदयस्थली कहा जाता है. इस जिले की स्थापना 25 मई 1998 को हुई थी. जांजगीर कलचुरी वंश के महाराजा जाज्वल्य देव की नगरी है. यह जिला छत्तीसगढ के प्रमुख अनाज उत्पादक जिलों में से एक है. यहां स्थित विष्णु मंदिर जांजगीर-चांपा जिलें के सुनहरे अतीत का प्रतीक है. 12वीं सदी में हैह्य वंश के राजाओं के द्वारा इस मंदिर का निर्माण कराया गया था. हसदेव परियोजना को जिला जांजगीर-चांपा के लिए जीवन वाहिनी के रूप में माना गया है. इस परियोजना के तहत जिले के तीन चौथाई क्षेत्र को सिंचित किया जा रहा है.