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Tuesday, December 3, 2024
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Idukki Lok Sabha Seat: लंबे समय से कांग्रेस का वर्चस्व, क्या जारी रहेगा जीत का सिलसिला | lok sabha election 2024 Idukki Lok Sabha Seat candidate congress cpi bjp


Idukki Lok Sabha Seat: लंबे समय से कांग्रेस का वर्चस्व, क्या जारी रहेगा जीत का सिलसिला

इडुक्की लोकसभा सीट

इडुक्की लोकसभा क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है. इसमें पश्चिमी घाट शामिल हैं, जो हरे-भरे जंगलों, गिरते झरने और विविध वनस्पतियों और जीवों का घर है. यह जिला चाय और मसाले के बागानों से भरपूर है, जो केरल की कृषि अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है. इसके अलावा, यहां इडुक्की आर्क बांध भी है, जो एशिया के सबसे ऊंचे आर्क बांधों में से एक है. यह बिजली उत्पादन में बहुत महत्वपूर्ण स्रोत और एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण के रूप में काम करता है.

2019 के आम चुनावों में इडुक्की लोकसभा क्षेत्र में बेहद ही करीब चुनावी लड़ाई देखने को मिली थी. इस निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के डीन कुरियाकोस ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने कुल 4,98,493 वोट हासिल किए थे जो वोटों का 54.23% प्रतिशत था. इस जीत ने क्षेत्र के राजनीतिक परिदृश्य में कांग्रेस की प्रमुखता को और मजबूत किया था. 2019 के आम चुनाव में इडुक्की लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल मतदान 76.36% दर्ज किया गया था. यह अपने आप में एक ऐतिहासिक आंकड़ा था. 2019 के आम चुनाव में डाले गए वोटों की कुल संख्या 8,19,767 थी जो एक महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक अभ्यास को दर्शाता है.

2019 आम चुनाव में अन्य चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार

कांग्रेस के डीन कुरियाकोस के अलावा कई अन्य उम्मीदवारों ने इडुक्की लोकसभा क्षेत्र के लिए 2019 का आम चुनाव लड़ा था. जॉइस जॉर्ज 3,27,440 वोट हासिल करके एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में उभरे थे. उनका वोट शेयर 35.62% था. इसके अलावा, बीडीजेएस के बीजू कृष्णन को 78,648 वोट मिले थे, जो कुल संख्या का 8.55% वोट था. निर्वाचन छेत्र में कुल 9,19,559 वोट पड़े, जिनमें NOTA विकल्प को 5,317 वोट मिले थे. अगर राजनीतिक इतिहास की बात करें तो इस सीट पर अधिकतर कांग्रेस ने अपना वर्चस्व बना कर रखा है. हालांकि, CPI और केरल कांग्रेस भी बीच-बीच में सत्ता पर काबिज हुई है.

अधिक ग्रामीण इलाके

इडुक्की में अधिक ग्रामीण इलाके होने के कारण भी यहां की सांस्कृतिक विरासत स्वदेशी परंपराओं का परिचय देती है. यह क्षेत्र अपने लोक संगीत और नृत्य रूपों के लिए जाना जाता है, जिसमें तिरुवथिरा भी शामिल है, जो ओणम के त्योहार के दौरान महिलाओं द्वारा किया जाने वाला एक सुंदर नृत्य है.

इसके अलावा, इडुक्की कई प्राचीन मंदिरों, चर्चों और मस्जिदों का घर है, जिनमें से प्रत्येक क्षेत्र की धार्मिकता और संस्कृतिको बढ़ावा देता है. इन धार्मिक स्थलों पर मनाए जाने वाले वार्षिक त्योहारों में उत्कट भक्ति, विस्तृत अनुष्ठान और रंग-बिरंगे जुलूस होते हैं, जिनमें दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. कांग्रेस के साथ निर्वाचन क्षेत्र की ऐतिहासिक निष्ठा और कम्युनिस्ट पार्टी और चर्च की उल्लेखनीय उपस्थिति ने इसकी राजनीतिक पहचान को महत्वपूर्ण रूप से आकार दिया है.



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