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Friday, March 28, 2025
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Ernakulam Lok Sabha seat: पिछले तीन चुनावों में कांग्रेस की जीत, CPI(M) क्या बदल पाएगी समीकरण | lok sabha election 2024 Ernakulam Lok Sabha Seat candidate congress cpi bjp


Ernakulam Lok Sabha seat: पिछले तीन चुनावों में कांग्रेस की जीत, CPI(M) क्या बदल पाएगी समीकरण

एर्नाकुलम लोकसभा सीट

केरल की एर्नाकुलम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र राजनीतिक परिदृश्य के अलावा, सांस्कृतिक विरासत के लिए भी जाना जाता है. 2019 के आम चुनावों में इस निर्वाचन क्षेत्र पर कड़ा चुनावी मुकाबला देखने को मिला था जिसका समापन कांग्रेस के उम्मीदवार हिबी ईडन ने जीत करके किया था. ईडन ने बड़े अंतर से जीत हासिल की थी, जो क्षेत्र में पार्टी की मजबूत पकड़ को दर्शाता है. INC का प्रतिनिधित्व करते हुए, हिबी ईडन ने 4,91,263 वोट हासिल करके एक महत्वपूर्ण जीत हासिल की थी, जो कुल वोटों का 50.79% था.

उनके निकटतम दावेदार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) यानी CPI(M) के पी. राजीव थे जिन्होंने 3,22,110 वोट हासिल किए थे जो कुल वैध वोटों का 33.3% था. सबसे आगे रहने वालों के अलावा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के के.जे.अल्फोंस ने भी 1,37,749 वोट हासिल करके काफी प्रभाव डाला था, जो कुल वैध वोटों का 14.24% था.

पिछले तीन चुनावों में कांग्रेस की जीत

पिछले तीन आम चुनावों में इस सीट पर कांग्रेस ने ही अपना दबदबा बनाकर रखा हुआ है. साल 2004 में LDF लेफ्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ने इस सीट पर कांग्रेस को मात देते हुए अपनी जीत दर्ज की थी. लेकिन, अगर इस निर्वाचन क्षेत्र के इतिहास पर नजर डालें तो यहां ज्यादातर कांग्रेस ही सत्ता पर काबिज रही है. 1989 से लेकर 1999 तक इस सीट पर कांग्रेस अपनी जीत दर्ज करती रही है. बस साल 1996 में LDF ने कांग्रेस से सत्ता हथिया ली थी.

एर्नाकुलम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 7 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. इस सभी निर्वाचन क्षेत्र में लैटिन कैथोलिकों का वर्चस्व है. कुल आबादी का आधा हिस्सा इन्हीं का है. इसी कारण यह सीट कांग्रेस का गढ़ बन गई है. बारह में से ग्यारह विधायिकाएं इसी समुदाय से थीं और वामपंथी दल यहां केवल निर्दलीय चुनाव लड़कर ही सफल हुए हैं.

क्या ही बीजेपी की स्थिति ?

अगर बात, विशेष तौर पर बीजेपी करें तो इस सीट पर बीजेपी कभी जीत दर्ज नहीं कर पाई है. पार्टी चुनावी मैदान में तो रही लेकिन कोई खासा प्रभाव नहीं दिखा पाई. 2019 और 2014 के आम चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे. काफी कोशिशों के बावजूद पार्टी अभी भी यहां अपना खासा प्रभाव नहीं बना सकी है.

राजनीति के अलावा एर्नाकुलम लोकसभा क्षेत्र केरल का वाणिज्यिक और औद्योगिक केंद्र होने के लिए प्रसिद्ध है. इसमें कोच्चि का हलचल भरा शहर शामिल है, जो अपने बंदरगाह, व्यापार और महानगरीय संस्कृति के लिए जाना जाता है. अरब सागर तट पर कोच्चि की रणनीति इसे समुद्री व्यापार का एक महत्वपूर्ण केंद्र बना दिया है, जो दुनिया भर के व्यापारियों को आकर्षित करता है.

सांस्कृतिक विरासत

इसके अलावा, एर्नाकुलम अपनी समृद्ध कला और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है. एर्नाकुलम के सबसे प्रतिष्ठित सांस्कृतिक स्थलों में से एक कोच्चि-मुजिरिस बिएननेल है, जो हर दो साल में आयोजित होने वाली एक अंतरराष्ट्रीय समकालीन कला प्रदर्शनी है. इसमें दुनिया भर की अत्याधुनिक कलाकृतियां प्रदर्शित की जाती हैं, जो कला प्रेमियों, संग्रहकर्ताओं और पर्यटकों को शहर की ओर आकर्षित करती हैं.

एर्नाकुलम अपने जीवंत प्रदर्शन कला परिदृश्य के लिए भी जाना जाता है. केरल कलामंडलम, पास में चेरुथुरुथी में स्थित, एक प्रमुख संस्थान है जो कथकली, मोहिनीअट्टम और कूडियाट्टम सहित शास्त्रीय भारतीय कलाओं को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए समर्पित है. इस क्षेत्र से कई प्रसिद्ध कलाकार और कलाकार उभरे हैं, जिन्होंने केरल और उससे आगे के सांस्कृतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.



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