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Saturday, September 7, 2024
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Diamond Harbour Lok Sabha Seat: डायमंड हार्बर से क्या हैट्रिक लगा पाएंगे अभिषेक बनर्जी? BJP Left से है मुकाबला | Diamond Harbour Lok Sabha constituency TMC Abhishek Banerjee BJP Koustav Bagchi cpm Poll 2024


डायमंड हार्बर दक्षिण 24 परगना जिले में हुगली नदी के पूर्वी तट पर स्थित है. डायमंड हार्बर को मूल रूप से हाजीपुर के नाम से जाना जाता था, क्योंकि यह हाजीपुर खाड़ी के तट पर स्थित था. डायमंड हार्बर नाम अंग्रेजों द्वारा बसाया गया था, जो इसका उपयोग नदी और समुद्री शिपिंग दोनों के लिए करते थे. यह क्षेत्र 16वीं और 17वीं सदी के दौरान समुद्री डाकुओं (हरमद) के आतंक के लिए जाना जाता था. वहां चिंगरीखाली केला नाम का एक किला था, जिसे कथित तौर पर 1600 के दशक में पुर्तगाली समुद्री डाकुओं द्वारा बनाया गया था.

डायमंड हार्बर मूलतः एक ग्रामीण इलाका है और यहां केवल 14.61% आबादी शहरी क्षेत्रों में रहती है और 85.39% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है. हुगली नदी के तट पर देउलपोटा और हरिनारायणपुर में पुरातात्विक खुदाई से 2,000 साल से भी पहले मानव निवास के अस्तित्व का संकेत मिला है.

डायमंड हार्बर एक प्रमुख पर्यटन स्थल है. यहां के सुंदर दृश्य, नदी का समुद्र से मिलन, और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है. डायमंड हार्बर के पास हेडलैंड पॉइंट, फ्रेंच इलैंड, और डायमंड बीच जैसे दर्शनीय स्थल हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.

जानें डायमंड हार्बर का सामाजिक ताना-बाना

भारत की 2011 की जनगणना के अनुसार, डायमंड हार्बर की कुल जनसंख्या 41,802 थी, जिसमें 21,050 पुरुष और 20,752 महिलाएं थीं. साक्षर लोगों की कुल संख्या 32,753 थी, जो जनसंख्या का 78.4% थी, जिसमें पुरुष साक्षरता 81.7% और महिला साक्षरता 75.0% थी. अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या क्रमशः 5,221 और 72 थी.

डायमंड हार्बर राजनीतिक रूप से काफी सक्रिय है. फिलहाल तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी इस लोकसभा सीट से सांसद हैं, लेकिन हाल में इंडियन सेक्यूलर फ्रंट के विधायक नौशाद सिद्दिकी काफी सक्रिय हुए हैं और ऐसा माना जा रहा है कि उनका इलाके में प्रभाव भी बढ़ा है.

डायमंड हार्बर से अभिषेक बनर्जी को तृणमूल कांग्रेस ने फिर से उम्मीदवार बनाया है, जबकि बीजेपी ने कौस्तब बागची को, आईएसएफ ने नौसाद सिद्दीकी को और एसयूसीआई ने रामकुमार मंडल को उम्मीदवार बनाया है.

डायमंड हार्बर की सभी सात विधानसभा पर टीएमसी का कब्जा

डायमंड हार्बर लोकसभा सीट के अंतर्गत सात विधानसभा सीट हैं. इनमें से सभी पर टीएमसी का कब्जा है. डायमंड हार्बर से टीएमसी के पन्नालाल हलदर, फालता से टीएमसी के शंकर कुमार नस्कर, सतगछिया से टीएमसी के मोहन चंद्र नस्कर, बिष्णुपुर एससी से टीएणसी के दिलीप मंडल, महेशतला से टीएमसी के दुलाल चंद्र दास, बज बज से टीएमसी के अशोक कुमार देब और मेटियाब्रुज से टीएमसी के टीसी अब्दुल खालिक मोल्ला विधायक हैं.

साल 2019 चुनाव में अभिषेक ने दोबारा हासिल की जीत

2019 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी के अभिषेक बनर्जी ने जीत हासिल की थी. अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी के नीलांजन रॉय को पराजित किया था. अभिषेक बनर्जी को 791,127 वोट के साथ 56.13 फीसदी मत मिले थे. उनके मतों में 15.82
फीसदी का इजाफा हुआ था, जबकि बीजेपी नीलांजन रॉय को 4,70,533 वोट के साथ 33.39 फीसदी मत मिले थे. उनके वोट में 17.46 फीसदी का इजाफा हुआ था. माकपा के फवाद हलीम को 93,941 वोट के साथ 6.66 फीसदी मत मिले थे. उनके वोट में 28.00 फीसदी की गिरावट हुई थी. कांग्रेस सौम्या आइच रॉय को 19,828 वोट के साथ 1.4 फीसदी मत मिले थे. उनके वोट में 3.6 फीसदी की गिरावट आई थी.

2014 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी के अभिषेक बनर्जी ने पहली बार सांसद के रूप में निर्वाचित हुए थे. उन्हें 508,481 वोट के साथ 40.31 फीसदी मत मिले थे. सीपीआई (एम) अबुल हसनत को 437,187 वोट के साथ 34.66 फीसदी मत मिले थे. भाजपा के अभिजीत दास को 200,858 वोट के साथ 15.92 फीसदी मत मिले थे. कांग्रेस के मोहम्मद कमरुज्जमां कमर को 63,047 वोट के साथ 5.00 फीसदी मत मिले थे.

2009 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी के उम्मीदवार सोमेंद्र नाथ मित्रा को 564,612 वोट के साथ 53.56 फीसदी मत मिले. सीपीआई (एम) के समिक लाहिरी को 412,923 वोट के साथ 39.17 फीसदी मत मिले. बीजेपी के अभिजीत दास को 37,542 वोट के साथ 2.88 फीसदी मत मिले.

जानिए डायमंड हार्बर का चुनावी इतिहास

2004 के लोकसभा चुनाव में सीपीआई (एम) समिक लाहिड़ी ने जीत हासिल की थी. उन्हें 430,590 वोट के साथ 51.60 फीसदी मत मिले थे. टीएमसी के सौगत रॉय को 277,106 वोट के साथ 33.20 फीसदी मत मिले. कांग्रेस के दौलत अली शेख को 92,807 वोट के साथ 11.10 फीसदी मत मिले थे.

1998 और 1996 के लोकसभा चुनाव में भी माकपा के समिक लाहिड़ी ही इस लोकसभा संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे. देश के पहले लोकसभा चुनाव 1951 में डायमंड हार्बर के पहले सांसद माकपा के थे. कमल बसु सांसद के रूप में निर्वाचित हुए थे.

बाद में कांग्रेस के उम्मीदवारों की जीत होती रही, लेकिन बाद में यह संसदीय सीट पूरी तरह से माकपा का गढ़ बन गया और माकपा के उम्मीदवार यहां से जीत हासिल करते रहे. पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से 1967 से 1980 तक चार पर सांसद निर्वाचित हुए हैं, जबकि माकपा के सांसद समिक लाहिड़ी इस लोकसभा सीट से आठ बार निर्वाचित हुए थे.



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