अलाथुर लोकसभा सीट
दक्षिणी राज्य केरल में बसा अलाथुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र अपनी सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध क्षेत्र है. 2008 में स्थापित, इसमें सात विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं और यह पलक्कड़ और त्रिशूर जिलों तक फैला हुआ है. विशेष रूप से, अलाथुर हिंदू परंपराओं के मजबूत प्रभाव के साथ अपनी गहरी जड़ें जमा चुकी सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है. इस क्षेत्र की लगभग 70% आबादी हिंदू समुदाय की है. यह पट्टांबी, मन्नार्कड़ और ओट्टापलम जैसे क्षेत्रों में मुस्लिम समुदायों का भी प्रभाव है. इसके अलावा, यह निर्वाचन क्षेत्र अपने समृद्ध इतिहास के लिए जाना जाता है.
अपनी समृद्ध सांस्कृतिक टेपेस्ट्री के अलावा, अलाथुर पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहता है. सुरम्य जेबी एंड जंक्शन से लेकर लुभावने कुझियानमकुन्न व्यू प्वाइंट, वीझुमला चट्टा पारा और आकर्षक पोथुंडी डैम व्यू प्वाइंट पार्क यहां के बेहद ही फेमस ट्रैवल प्वाइंट है. निर्वाचन क्षेत्र का क्षेत्रीय परिदृश्य तरूर, चित्तूर, नेनमारा, अलाथुर, चेलक्कारा, कुन्नामकुलम और वडक्कनछेरी के विधानसभा क्षेत्रों को शामिल करता है, जो सभी पलक्कड़ और त्रिशूर जिलों के भीतर स्थित हैं.
2019 आम चुनाव में क्या थे परिणाम?
2019 के आम चुनावों में, अलाथुर लोकसभा क्षेत्र में वाम दल और कांग्रेस प्रत्याशी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला. लेकिन कांग्रेस की राम्या हरिदास ने जीत दर्ज कर ली. उन्होंने कुल 5,33,815 वोट हासिल किए, जो कुल वोटों का 52.4% है. केरल से लोकसभा सीट जीतने वाली अनुसूचित जाति (SC) समुदाय की पहली महिला राम्या की जीत एक ऐतिहासिक जीत के तौर पर देखी जाती है. कांग्रेस के लिए यह खुद में एक बहुत बड़ी और उल्लेखनीय उपलब्धि थी.
किसको कितने वोट मिले थे?
चुनाव में उपविजेता भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के पी के बीजू रहे थे. आम चुनाव में 3,74,847 वोट हासिल करके, जो कुल वोटों का 36.8% था, वह दूसरे स्थान पर रहे थे. कड़ी मेहनत के बावजूद, डॉ. पी.के. इस करीबी मुकाबले में बीजू को 47,295 वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन, 15वें और 16वें आम चुनाव में, यानी साल 2019 और 2014 आम चुनाव में इस सीट पर वाम दल का कब्जा था. इस दोनों की चुनावों में CPI(M) ने जीत दर्ज की थी और पी के बीजू यहां से सांसद चुने गए थे. जिसके बाद, 2019 आम चुनाव में कांग्रेस ने यहां से बाजी मार ली थी. गौरतलब है कि इस अलाथुर में कांग्रेस और वाम दल के बीच के चुनावी मुकाबला देखने को मिलता है. अन्य पार्टियों का प्रभाव है लेकिन ये प्रभाव चुनाव में जीत दिलाने भर का नहीं है.
अन्य पार्टियों का कितना स्कोर?
2019 आम चुनाव में भारत धर्म जन सेना (BDJS) के उम्मीदवार टी वी बाबू को 89,837 वोट मिले थे. वहीं, BSP महज 5505 वोटों पर सिमट गई थी. 2014 आम चुनाव में भी, जब कांग्रेस विपक्ष की भूमिका निभा रही थी तब उसे 3,74,496 वोट मिले थे और तीसरे स्थान पर रही बीजेपी को 87,803 वोट मिले थे.
अगर विशेष नजर डालें वोट और वोट शेयर की तो 2019 आम चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर 52.4 प्रतिशत रहा. वहीं, सीपीआई(एम) का वोट शेयर 36.8 प्रतिशत और भारत धर्म जन सेना (BDJS) का वोट शेयर 8.82 प्रतिशत रहा. बीजेपी का राजनीतिक ग्राफ इस निर्वाचन क्षेत्र में बेहद की खराब रहा है. भाजपा इस क्षेत्र में कभी राजनीतिक गद्दी नहीं संभाल पाई है.