मुख्तार अंसारी
माफिया मुख्तार अंसारी को शनिवार सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर गाजीपुर के काली बाग कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया. माफिया के जनाजे की भीड़ बता रही थी कैसे मुख्तार का दबदबा गाजीपुर और इसके आसपास के इलाकों में था. इसके जनाजे में करीब 30 हजार लोग पहुंचे थे. इससे पहले मुख्तार के पैतृक घर में उसका शव अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था. बेटे उमर ने जनाजे पर पहले इत्र छिड़का फिर मुख्तार की मूंछों पर आखिरी बार ताव दिया. उसके बाद नमाज-ए-जनाजा की रस्म अदा की गई.
घर से कुछ ही दूरी पर स्थित उसी कब्रिस्तान में उसे दफना गया जहां, उसके पुरखे पहले से दफन हैं. मुख्तार की मौत मिस्ट्री के साथ-साथ बड़ा सवाल ये भी है कि मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अब उसके माफिया साम्राज्य का क्या होगा? जैसा कि आरोप लगाया जा रहा था कि मुख्तार अंसारी जेल से ही गैंग चलाता था तो अब कौन चलाएगा मुख्तार का IS-191 गैंग. मुख्तार का एक बेटा जेल में है, पत्नी फरार है तो अब IS-191 गैंग का क्या होगा? मुख्तार की 15 हजार करोड़ से ज्यादा की बेनामी संपत्ति का क्या होगा?
अब तक 576 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त
कहा जाता है कि एक वक्त था जब मुख्तार के सामने नेता और बड़े बड़े अफसर सिर झुकाए खड़े रहते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों में इसकी माफियागिरी पर न सिर्फ कानून का चाबुक चला है बल्कि मऊ-गाजीपुर से अंसारी परिवार का रुतबा भी धीरे-धीरे खत्म हो रहा है. पुलिस और ED के सूत्रों के मुताबिक अंसारी परिवार के पास करीब 15 हजार करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति है. पिछले बीते करीब 4 साल में मुख्तार एंड कंपनी की 576 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त और ध्वस्त हो चुकी है.
- लगभग 291 करोड़ 19 लाख की संपत्ति जब्त की गई है
- जबकि 284 करोड़ 77 लाख की संपत्ति पर बुलडोजर चल चुका है
- सिर्फ मऊ में ही 200 करोड़ की संपत्ति पर बुलडोजर चल चुका है
2020 में गजल होटल को किया गया था ध्वस्त
साल 2020 में गाजीपुर में मुख्तार के गजल होटल को ध्वस्त किया गया था. ये गाजीपुर में मुख्तार के ऑफिस की तरह था. इसके बाद मऊ में मुख्तार की एक और आलीशान बिल्डिंग भी ध्वस्त कर दी गई थी जहां अब सिर्फ खंडहर बचा है. इस तरह से देखें तो जैसे-जैसे मुख्तार का आखिरी समय नजदीक आता गया वैसे-वैसे उसके साम्राज्य की चमक भी फीकी पड़ने लगी थी. कई ऐसी संपत्तियां हैं जिसे प्रशासन ने सील कर रखा है. उसकी जांच चल रही है.
(टीवी-9 ब्यूरो रिपोर्ट)