माफिया मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है. वहीं उनकी मौत को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल मुख्तार अंसारी की शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है. जिसके मुताबिक उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक को बताया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि मुख्तार की मौत 28 मार्च रात 9 बजकर 50 मिनट पर हुई थी.
दरअसल मुख्तार के परिजनों ने आरोप लगाया था कि मुख्तार को जेल के अंदर धीमा जहर दिया जा रहा था. इस बात की जानकारी खुद मुख्तार ने अपने परिजनों को फोन पर दी थी. परिजनों के आरोपों के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच परिजनों की मौजूदगी में बांदा मेडिकल कॉलेज में मुख्तार का पोस्टमार्टम कराया गया था.पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि मुख्तार को मायोकार्डियल इंफार्क्शन की वजह से हार्ट अटैक आया था. जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई.
पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी
जिसके बाद मुख्तार के शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया. परिजनों का कहना था कि शव का पोस्टमार्टम एम्स के डॉक्टरों की निगरानी में किया जाए. हालांकि ऐसा नहीं हुआ और बांदा मेडिकल कॉलेज में ही उनका पोस्टमार्टम हुआ. इस दौरान पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की गई.
ये भी पढ़ें
गुरुवार रात हुई थी मौत
आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद था. गुरुवार रात उनकी तबीयत खराब हुई. जिसके बाद उन्हें जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था. जहां देर रात इलाज के दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों उन्हें जेल धीमा जहर देने का आरोप लगाया. वहीं तमाम राजनीतिक दलों ने भी इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की. जिसके बाद बांदा के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) भगवान दास गुप्ता की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक मामले की जांच के लिए गरिमा सिंह अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सांसद-विधायक अदालत बांदा) को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है.
कालीबाग कब्रिस्तान में दफनाया गया
वहीं शनिवार देर रात मुख्तार अंसारी का शव उनके पैतृक गांव गाजीपुर के मोहम्मदाबाद पहुंचा. इस दौरान मुख्तार के घर के बाहर भारी तादाद में पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए थे. वहीं कालीबाग कब्रिस्तान के बाहर भी पुलिसकर्मी पहरा दिए हुए थे. कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार अंसारी को कब्रिस्तान लाया गया. इस दौरान उनके समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी. हालांकि कब्रिस्तान के अंदर सिर्फ परिजनों को ही जाने की इजाजत दी गई थी. करीब 10 बजे के आसपास मुख्तार अंसारी को पूरे रिती रिवाज के साथ सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया.