क्राउंन प्रिंस MBS
ईद उल फितर से पहले पूरी दुनिया के मुसलमान रमजान के महीने में जकात अल फितर यानी ईद से पहले दिया जाने वाला दान देते हैं. कई मुस्लिम देश भी अपने खजाने से जकात अल फितर निकालते हैं. इसी के तहत सऊदी अरब के किंग सलमान रिलीफ सेन्टर ने यमन को जकात अल-फितर पहुंचाने के लिए एक नागरिक समाज संगठन के साथ समझौते किया हैं. इस समझौते से यमन के 31,333 जरूरतमंद परिवारों को फायदा मिलेगा. समझौते का मकसद यमन के जरूरतमंदों लोगों को ईद से पहले मदद पहुंचाना है, जोकि ग्रहयुद्ध के कारण मानवीय संकट से गुजर रहे हैं.
इससे पहले एजेंसी ने सऊदी रिलीफ सी ब्रिज के जरिए सूडान के लिए अपना सातवां रिलीफ शिपमेंट रवाना था. शिपमेंट में 12 रेफ्रिजरेटर ट्रक शामिल थे, जिनमें 14,960 फूड पार्सल थे. यह जेद्दा शिप इस्लामिक बंदरगाह से चलके गुरुवार को सूडान के सुआकिन बंदरगाह पहुंचा. यह मदद सूडान में खाद्य सुरक्षा परियोजना के दूसरे फेज का हिस्सा है, जिसे सऊदी एजेंसी द्वारा चलाया जा रहा है.
संकट के समय काम आ रहा सऊदी
सऊदी अरब KS रिलीफ के तहत संकट से जूंझ रहे कई देशों की मदद कर रहा है. सुडान में चल रहे सऊदी रिलीफ मिशन से करीब 1.5 मिलियन लोगों को फायदा मिलने की उम्मीद है. यह पहल सूडानी लोगों के सामने आने वाली मौजूदा परिस्थितियों को कम करने में मदद कर रही है. सऊदी अरब और सूडान के बीच पहले से ही मजबूत रिश्ते रहे हैं और अब सुडान के बुरे वक्त में सऊदी अरब उसके काम आ रहा है.
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मलेशिया और साउथ अफ्रीका के लिए भी ताहफा
इस बीच एजेंसी ने मलेशिया को 25 टन खजूर तोहफे में दिए हैं. कई मलेशियाई अधिकारियों की मौजूदगी में मलेशिया में सऊदी राजदूत मुसैद बिन इब्राहिम अल-सलीम ने एजेंसी की ओर से गिफ्ट दिए. इस मौके पर अल-सलीम ने सऊदी अरब और मलेशिया के बीच मजबूत रिश्ते की सराहना की. इसके अलावा KS रिलीफ ने दक्षिण अफ्रीका के जरूरतमंद परिवारों को 400 फूड पार्सल बाटे हैं. यह वितरण दक्षिण अफ़्रीका में रमज़ान “एताम” खाद्य वितरण परियोजना का हिस्सा है.