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Saturday, September 7, 2024
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IPL के डराने वाले बल्लेबाज, जो सिर्फ 5 से 8 गेंद खेलने की करते हैं तैयारी | KKR Andre Russell preparation for IPL 2024


IPL के डराने वाले बल्लेबाज, जो सिर्फ 5 से 8 गेंद खेलने की करते हैं तैयारी

आंद्रे रसेल हैं KKR की ताकत (Photo: PTI)

आंद्रे रसेल टी20 लीग का जाना-माना नाम हैं. वो भी सिर्फ आईपीएल में नहीं बल्कि दुनिया भर की टी20 लीग में. वो बिग बैश से लेकर पाकिस्तान सुपर लीग तक हर जगह खेलते हैं।. कई बार तो ऐसा लगता है कि उनके करियर में वेस्टइंडीज के लिए खेलने से ज्यादा प्राथमिकता दुनिया भर की टी20 लीग में खेलना है. आईपीएल में भी वो पहली बार 2012 में जुड़े थे. 2012 से लेकर 2014 तक तो उन्हें 2-4 मैच में ही खिलाया जाता था. लेकिन 2015 के बाद से वो लगातार खेल रहे हैं. 2017 को छोड़ दें तो पिछले 8 साल से वो हर सीजन में कम से कम 10 मैच खेले हैं. 2017 में वो आईपीएल नहीं खेले थे.

अब आपको उनके रिकॉर्ड्स भी बता देते हैं. आंद्रे रसेल ने आईपीएल करियर में 175.55 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं. आंद्रे रसेल ने अपने करियर में चौके से ज्यादा छक्के लगाए हैं. उन्होंने 153 चौके और 200 छक्के जड़े हैं. इसके अलावा उन्होंने 98 विकेट भी लिए हैं. इस सीजन में भी सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच में वो कोलकाता को जीत दिला चुके हैं. उस मैच में आंद्रे रसेल ने 25 गेंद पर 64 रन बनाए थे. इसमें 3 चौके और 7 छक्के शामिल थे. इसके अलावा उन्होंने 2 विकेट भी लिए थे. कोलकाता ने सनराइजर्स हैदराबाद को उस मैच में 4 रन से हराया था.

आंद्रे रसेल ने हाल ही में एक बयान दिया, जिसके मायने समझना जरूरी है. वैसे आगे बढ़ने से पहले बता दें कि ये कहानी सिर्फ आंद्रे रसेल की नहीं है. आंद्रे रसेल की तरह ही इस लिस्ट में राहुल तेवतिया, रिंकू सिंह जैसे नाम भी शामिल कर सकते हैं. बल्कि देखा जाए तो लगभग हर फ्रेंचाइजी के पास अपना आंद्रे रसेल है बस उसका नाम अलग होगा. यानी हर फ्रेंचाइजी ने ‘ऑक्शन टेबल’ पर ऐसे खिलाड़ियों को खरीदा है जो 5 से 8 गेंद के गणित को समझते हों. यानी आंद्रे रसेल के उदाहरण से हम आईपीएल के इन डराने वाले बल्लेबाज़ों की कहानी समझेंगे. वैसे 5 से 8 गेंद पर बल्लेबाजी का ये गणित अगर थोड़ा डिकोड किया जाए तो 25 से 30 रन तार्किक लगते हैं.

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आंद्रे रसेल का बयान समझना जरूरी है

चलिए वापस लौटते हैं आंद्रे रसेल पर. आंद्रे रसेल को कोलकाता नाइट राइडर्स ने रीटेन किया था. इसके लिए उन्होंने आंद्रे रसेल को 16 करोड़ रुपए दिए. लेकिन 16 करोड़ की कीमत वाले इस बल्लेबाज ने हाल ही में कहा- “मेरी सोच बिल्कुल साफ है. खास तौर पर पिछला मैच जीतने और उसमें कुछ रन बनाने के बाद। मुझे उम्मीद है कि मुझे बल्लेबाजी के लिए 5 से 8 गेंद मिलेगी. मुझे उनका बेहतर इस्तेमाल करना है. अब जरा ठहरिए और सोचिए कि 5 से 8 गेंद खेलने के लिए 16 करोड़ रुपये. इतने पैसे तो कुछ टीमों के कप्तानों को भी नहीं मिलते होंगे. लेकिन ये वो बल्लेबाज हैं जो 16 करोड़ रुपये को ‘जस्टिफाई’ करने के लिए 5 से 8 गेंद ही खेलते हैं.

5 से 8 गेंद का मतलब है स्कोरबोर्ड में 20 से 30 रन जोड़ना या इसे ऐसे समझिए कि जीत के लिए आखिरी ओवर में 20-25 रन चाहिए तो ये बल्लेबाज काम कर देंगे. ऐसे में ये बल्लेबाज 120 गेंद के खेल में सिर्फ 5 से 8 गेंद को ‘टारगेट’ करते हैं. इनकी बल्लेबाजी का अंदाज और क्रम ऐसा ही रखा जाता है कि इन्हें यही 5 से 8 गेंदें मिले. इक्का दुक्का मैच छोड़ दिए जाएं तो फ्रेंचाइजी भी नहीं चाहती कि ये क्रीज पर टिककर बल्लेबाजी करें. सनराइजर्स हैदराबाद पिछले मैच की बात करें तो वहां कहानी थोड़ी अलग थी. वहां जब रसेल क्रीज पर पहुंचे तो कोलकाता के 6 विकेट गिर चुके थे. स्कोरबोर्ड पर सिर्फ 119 रन थे. अभी पूरे 6 ओवर का खेल बाकी था. इसलिए रसेल ने शुरूआती चार पांच गेंद पर कोई रिस्क नहीं लिया. इसके बाद उन्होंने तूफानी पारी खेली. रसेल की फ्रेंचाइजी ये भी अच्छी तरह जानती हैं कि ये 5 से 8 गेंद को ‘टारगेट’ करने वाले बल्लेबाज उन्हें हर मैच में जीत नहीं दिलाएंगे. मोटे तौर पर ऐसे बल्लेबाज़ों से ये उम्मीद की जाती है कि वो एक सीजन में 2-3 मैच जीता दें. इसमें से अगर एक नॉकआउट मैच हो तो सोने पर सुहागा है.

कैसे होती है 5 से 8 गेंद खेलने की तैयारी?

इस बात को समझना भी बहुत जरूरी है. 120 गेंद के खेल में सिर्फ 5 से 8 गेंद खेलने की तैयारी कैसे होती है? सबसे पहले तो इस तरह की तैयारी करने वाले बल्लेबाज़ों में गेंदबाज के दिमाग को पढ़ने की कला जबरदस्त होती है. वो गेंदबाज को उसके ऐक्शन से भांपते हैं. ऐसे बल्लेबाज़ों के पास हर गेंद को खेलने के लिए दो-तीन विकल्प होते हैं. यानी ये बल्लेबाज एक ही गेंद पर दो-तीन तरह के शॉट्स खेलने में महारत हासिल करते हैं. इस महारत को हासिल करने के बाद उन्हें दो तीन बातों का आंकलन और करना होता है. पहली तो ये विरोधी गेंदबाज ने फील्ड प्लेसमेंट क्या ले रखा है और दूसरी बड़ी बात ये कि स्टेडियम के किस हिस्से में बाउंड्री छोटी है. ये बल्लेबाज गेंद को उसी दिखा में खेलने की कोशिश ज्यादा करते हैं जहां बाउंड्री अपेक्षाकृत छोटी है. ऐसा इसलिए कि अगर शॉट ‘मिसटाइम’ भी हो जाए तो गेंद बाउंड्री के पार चली जाए.

इस लिस्ट में आने वाले बल्लेबाज़ों के शॉर्ट्स में ताकत जमकर देखने को मिलेगी. आप ऐसे बल्लेबाज़ों का बैट-स्विंग देखिए. इनका बल्ला पलक झपकते ही गेंद को हवा में उड़ाने की काबिलियत रखता है। इसके अलावा ऐसे बल्लेबाज़ों का ‘फियरलेस’ होना जरूरी है. यानी जिन्हें चोट लगने से डर नहीं लगता. टी20 क्रिकेट में जिस तरह के शॉर्ट्स खेले जा रहे हैं उसमें गेंद के मिस होने पर चोट का खतरा रहता है. लेकिन विकेट पर ‘शफल’ होकर यानी अपनी जगह बदलकर शॉट्स खेलने से ये बल्लेबाज बिल्कुल घबराते नहीं हैं.



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