पूर्वांचल का बाहुबली और पांच बार के विधायक रहे मुख्तार अंसारी अब इस दुनिया में नहीं हैं. गुरुवार को बांदा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई. मुख्तार का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद शव को घरवालों को सौंप दिया जाएगा. मुख्तार के शव को गाजीपुर के कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा. ऐसे में सवाल है कि क्या मुख्तार अंसारी की फरार पत्नी अफशां अंसारी जनाजे में शामिल होंगी ? क्या अब अफशां अंसारी सरेंडर करेंगी?
मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी पर 50 हजार का इनाम घोषित है. अब तक अफशां की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है. अफशां पर 9 केस दर्ज हैं. अफशां यूसुफपुर मोहम्मदाबाद के दर्जी मोहल्ला की रहने वाली हैं.
जब जबरन रजिस्ट्री करवा ली थी जमीन
मऊ के दक्षिण टोला में रैनि गांव के पास विकास कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी बनाकर एक जमीन खरीदी गई, जिसपर निर्माण करवाया गया. यह कपंनी पांच लोगों के नाम पर थी, जिसमें अफशां अंसारी का भी नाम था. जांच में पता चला कि यह जमीन अनुसूचित जाति के लोगों को दी गई थी, जिसकी जबरन रजिस्ट्री करवा ली गई. इस मामले में अफशां कोर्ट में भी नहीं पेश होती थीं. इसके बाद उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया. इसी मुकदमे का आधार बनाते हुए 2022 में अफशां के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट लगा दिया गया.
2005 में मुख्तार अंसारी जब जेल चले गए तो ऐसा दावा किया जाता है कि अंसारी गैंग की कमान अफशां अंसारी ही संभालती हैं. शादी से पहले अफशां पर कोई अपराधिक मामला दर्ज नहीं था. लेकिन अब गैंगस्टर एक्ट, रंगदारी सहित अलग-अलग 9 मामले दर्ज हैं. मुख्तार के जेल जाने के बाद अंसारी गैंग अफशां के ही इशारे पर काम करता था. मुख्तार अंसारी की मौत के बाद मोहम्मदाबाद इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है.लोगों का कहना है कि हम लोग गंगा जमुनी तहजीब को बरकरार रखेंगे, लेकिन जनाजे की नमाज में जरूर शामिल होंगे.
गाजीपुर के काली बाग स्थित कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारी दफन किए जाएंगे. वह किस जगह पर दफन किए जाएंगे, अभी उस स्थान का चयन नहीं हो पाया है. हालांकि, विधायक मन्नू अंसारी कब्रिस्तान पहुंच गए हैं.