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Friday, March 28, 2025
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स्लो पॉइजन या कार्डियक अरेस्ट… मुख्तार अंसारी की मौत की असलियत क्या है? | mukhtar ansari death reason Slow poison or cardiac arrest UP POLICE-STWR


स्लो पॉइजन या कार्डियक अरेस्ट... मुख्तार अंसारी की मौत की असलियत क्या है?

मुख्तार अंसारी (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मौत हो चुकी है. जेल के अधिकारियों का दावा है कि पांच बार के विधायक मुख्तार अंसारी की मौत कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई, जबकि परिजन जहर देने की बात कह रहे हैं. मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी का आरोप है कि 19 मार्च की रात में मुख्तार अंसारी को जहर दिया गया था. फिलहाल मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमार्टम होगा, जिसमें उसकी मौत की वजह साफ हो पाएगी.

हालांकि, मुख्तार अंसारी को अपनी मौत का अंदेशा पहले ही हो गया था. यही वजह है कि बाराबंकी कोर्ट में मुख्तार अंसारी ने एक प्रार्थना पत्र देकर जेल के खाने में धीमा जहर देने का आरोप लगाया था. मुख्तार अंसारी की तरफ से कोर्ट में दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा गया था कि उसे जेल में धीमा जहर दिया जा रहा है, जिससे उसकी तबीयत काफी गंभीर हो गई है और ऐसा लगता है कि उसकी कभी भी मौत हो जायेगी.

’19 मार्च की रात में दिया गया जहर’

मुख्तार अंसारी ने इसे बड़ा षड्यंत्र बताते हुए अदालत से इलाज करवाने और मेडिकल बोर्ड का गठन करके जांच करने की गुहार लगाई थी. वकील रणधीर सिंह सुमन की ओर से मुख्तार अंसारी ने कोर्ट को बताया कि उसे 19 मार्च की रात खाने में विषाक्त पदार्थ दिया गया, जिसकी वजह से उसकी तबीयत खराब हो गई, ऐसा लग रहा है कि उसका दम निकल जाएगा, उसके बाद से उसे बहुत ज्याद घबराहट हो रही है, जबकि इससे पहले उसका स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक था.

मौत से पहले मुख्तार ने उमर को किया था फोन

इससे 40 दिन पहले भी मुख्तार अंसारी ने खाने में विषाक्त पदार्थ मिलाकर देने का आरोप लगाया था. यानी मुख्तार अंसारी की ओर बार-बार खाने में जहर देने का आरोप लगाया जा रहा था. मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी की माने तो मौत से एक दिन पहले ही मुख्तार ने उसे फोन किया था. इस बातचीत का जिक्र करते हुए उमर अंसारी ने कहा कि मेरे पास जेल के पीसीओ से फोन आया था, जिसमें वो (मुख्तार) कह रहे थे कि मैं बहुत बीमार हूं.

‘मुट्ठी भी नहीं बंद कर पा रहे थे’

उमर अंसारी ने बताया, ‘मुझसे साढ़े तीन बजे बात हुई तो बताया था कि मैं बेहोश हो गया था… मुट्ठी नहीं बंद कर पा रहे थे कि इतनी कमजोरी थी… मैंने आने को कहा तो बोले मत आना, मैं बैरक से भी बाहर नहीं निकल पाऊंगा… उन्हें एहसास था.’ उमर अंसारी का आरोप है कि मेरे पिता को खाने में ज़हर दिया गया है और उनका मुकम्मल इलाज नहीं किया गया… यह मौत नहीं है, हत्या है… लीगल तरीके से जो जांच करवाने के प्रयास होंगे, वो हम करेंगे.

दूध में मिलाकर दिया जा रहा था जहर’

वहीं मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह ने दावा किया था कि मुख्तार को लगातार स्लॉ पॅाइजन दिया जा रहा था, उन्हें दूध में जहर दिया जा रहा था. वकील रणधीर सिंह ने कहा कि इस बात की पुष्टि खुद मुख्तार अंसारी ने की थी. इसके बाद ही एमपी-एमएलए कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र भी दिया गया था, जिसमें कहा गया था कि मुख्तार अंसारी को स्लो पॉइजन दिया जा रहा है.

चंद रोज पहले भी बिगड़ी थी तबियत

मौत से चंद रोज पहले यानी 26 मार्च को भी मुख्तार अंसारी की तबियत बिगड़ गई थी. उसे गंभीर हालत में सुबह 3 बजकर 55 मिनट पर बांदा जेल से मेडिकल कॉलेज लाया गया था. उस समय मुख्तार अंसारी को पेट दर्द की शिकायत बनाई गई थी. सुबह होते होते ये बात फैल गई थी की मुख्तार अंसारी को आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया है. गाजीपुर से मुख्तार का परिवार भी बांदा पहुंचा था. इसी दौरान मुख्तार ने जहर देने का आरोप लगाया था.



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