पीएम नरेंद्र मोदी और बिल गेट्स ने प्रौद्योगिकी और एआई की भूमिका और लाभों पर चर्चा की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स की मुलाकात की चर्चा चारों ओर हो रही है. पीएम मोदी और टेक दिग्गज बिल गेट्स की ये मुलाकात प्रधानमंत्री आवास पर हुई थी. जहां पीएम मोदी ने गेट्स से हिंदी में बात की. आपको बता दें वैसे तो बिल गेट्स समय-समय पर भारत आते रहते हैं और वो पिछले काफी दिनों से देश में हैं, लेकिन उन्हें हिंदी नहीं आती. ऐसे में अब लोग पूछ रहे हैं कि पीएम ने गेट्स से हिंदी में बात की तो उनके समझ में कैसे आया होगा.
हम आपको यहां इसी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें आपको बताएंगे कि पीएम मोदी की बातों को समझने के लिए बिल गेट्स ने कौन सी टेक्नोलॉजी यूज की. अगर आपको भी कोई भाषा नहीं आती है और आप उससे समझना चाहते हैं तो इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें
#WATCH दिल्ली: बिल गेट्स के साथ बातचीत करते हुए PM मोदी ने कहा, “अगर हम AI को एक मैजिक टूल के रूप में करेंगे तो बहुत बड़ा अन्याय होगा, AI का इस्तेमाल अपने आलसीपन को बचाने के लिए करता हूं तो ये गलत रास्ता है…मुझे तो चैटजीपीटी के साथ प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए। मैं AI से आगे जाने की pic.twitter.com/xYdJm4LQ64
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 29, 2024
बिल गेट्स ने यूज की ये टेक्नोलॉजी
पीएम मोदी और बिल गेट्स के बीच हुई मुलाकात में रियल टाइम ट्रांसलेटर का इस्तेमाल किया गया था. इस टेक्नोलॉजी के जरिए आप किसी भी भाषा को बहु भाषा में अनुवाद कर सकते हैं. इस टेक्नोलॉजी के फिलहाल मार्केट में कई ईयरबड्स मौजूद हैं, जिसमें सैमसंग गैलेक्सी बड्स, पिक्सेल बड्स प्रो, टाइमकेटल के एम3 ट्रांसलेटर ईयरबड प्रमुख हैं.
कैसे काम करती है ये टेक्नोलॉजी
रियल-टाइम ट्रांसलेटर ईयरबड, ब्लूटूथ तकनीक का इस्तेमाल करके डिवाइस से जुड़ते हैं और आसान तरीके से भाषा का अनुवाद करते हैं. ये ईयरबड, वाक् पहचान, प्राकृतिक भाषा प्रोसेसिंग (एनएलपी), और मशीन ट्रांसलेशन का इस्तेमाल करके, दो भाषाओं के बीच तुरंत और सटीक अनुवाद किया जा सकता है.