चाइनीज किंग वू
1500 साल पहले चीन पर राज करने वाले शासक के बारे में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. चीनी राजा के DNA की मदद से वैज्ञानिकों ने उसके चहरे और मौत के कारण अनुमान लगाया है. करंट बायोलॉजी जर्नल में बुधवार (28 मार्च) को प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक सम्राट वू ने 560 ई. से लेकर 578 तक चीन के उत्तरी झोउ राजवंश पर शासन किया. नई रिपोर्ट में बताया गया है कि वू को शायद एक मजबूत सेना बनाने, तुर्कों को रोकने और उत्तरी क्यूई राजवंश को हराने के बाद उत्तरी चीन को एकजुट करने के लिए जाना जाता है.
सम्राट वू की मौत महज 36 साल की उम्र में हुई थी. हालांकि, इतनी कम उम्र में सम्राट की मौत की क्या वजह थी, यह लंबे समय से बहस का मुद्दा रहा है. कुछ इतिहासकारों मानना है कि उन्हें प्रतिद्वंद्वियों द्वारा जहर दिया गया था और कुछ लोगों का कहना है कि उनकी मृत्यु एक अज्ञात बीमारी से हुई थी. एक बयान के मुताबिक, इस नए DNA अध्यन से पता चलता है कि उनकी मौत ब्रेन स्ट्रोक की वजह से हुई है.
कैसे दिखते थे सम्राट वू?
सम्राट जियानबेई नामक एक छोटे खानाबदोश समूह से आते थे. सम्राट का जहां सम्राज्य था, वहां आज मंगोलिया और उत्तरी और उत्तरपूर्वी चीन है. DNA रिपोर्ट से शोधकर्ताओं को पता चला है कि वू की आंखें भूरी, काले बाल और रंग सांवला था. कुछ स्कॉलर्स का मानना है कि वू विदेशी दिखते थे उनकी घनी दाढ़ी, ऊंची नाक और पीले बाल थे. स्टडी में शामिल शंघाई के फुडन विश्वविद्यालय में एक एसोसिएट प्रोफेसर शऊकींग वेन ने कहा, “हमारी रिसर्च से पता चला है कि सम्राट वू का चेहरा पूर्व या पूर्वोत्तर एशियाई लोगों जैसा था.”
ये भी पढ़ें
कैसे पता लगाया वू के चहरे के बारे में?
टीम ने वू कि खोपड़ी के साथ साथ कई जेनेटिक इंफर्मेंशन का इस्तेमाल किया. फिर इनकी मदद से एक 3RD तस्वीर बनाई गई. हालांकि कंकाल के अवशेषों से स्किन, बाल और आंख के रंग के बारे में अनुमान लगाना मुश्किल है.