मुख्तार अंसारी (फाइल फोटो)
बांदा जेल में बंद पूर्वांचल के कुख्यात माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. मुख्तार अंसारी के ही परिजनों ने आरोप लगाया है कि उन्हें स्लो पॉयजन दिया गया है. वहीं जेल प्रशासन का दावा है कि मुख्तार की मौत हार्ट अटैक से हुई है. बहरहाल बांदा की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने मामले की न्यायिक जांच के लिए बांदा जिला अदालत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को पत्र लिखा है. उन्होंने आग्रह किया है कि जांच के लिए कोर्ट की ओर से एक न्यायिक कमेटी का गठन किया जाए.
हिरासत में होने वाली किसी भी तरह की मौत के मामले की उच्चस्तरीय जांच का प्रावधान कानून में है. पुलिस हिरासत में यदि किसी कैदी की मौत होती है तो मामले की जांच एसडीएम स्तर के अधिकारी से कराई जाती है. वहीं यदि किसी कैदी की मौत न्यायिक हिरासत में हो तो इस परिस्थिति में जांच के लिए मजिस्ट्रेट की नियुक्ति नहीं होती. बल्कि इस तरह के मामलों की जांच के लिए जिला अदालत की ओर से एक कमेटी का गठन किया जाता है. इसे न्यायिक जांच की संज्ञा दी गई है.
न्यायिक हिरासत में हुई मुख्तार की मौत
चूंकि मुख्तार अंसारी की भी मौत जेल में हुई है और अपनी मौत के वक्त न्यायिक हिरासत में था. इसलिए बांदा की डीएम ने सीजेएम को पत्र लिखकर न्यायिक जांच टीम गठित करने का आग्रह किया है. सपा सांसद एसटी हसन ने तो मामले की जांच किसी रिटायर्ड जज से कराने के बजाय सुप्रीम कोर्ट के सीटिंग जज से कराने की मांग की है. उन्होंने मुख्तार अंसारी की मौत को एक बड़ी साजिश करार देते हुए कहा कि यह उनकी मौत नहीं, बल्कि हत्या है.
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जहर देकर मारने का है आरोप
मुख्तार अंसारी के परिजनों ने भी आरोप लगाया है कि मुख्तार अंसारी को मारने के लिए कई दिन से प्रयास हो रहे थे. उन्हें धीमा जहर दिया गया, ताकि उनकी मौत स्वभाविक लगे. परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्तार की तबीयत खराब हुई तो समय रहते उन्हें अस्पताल नहीं पहुंचाया गया.
अस्पताल पहुंचाने के बाद भी पुलिस और प्रशासन ने जानबूझ कर मुख्तार से परिजनों को दूर रखा. इस संबंध में एक ऑडियो टेप भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.
वायरल हो रहा ऑडियो टेप
दावा किया जा रहा है कि यह ऑडियो मुख्तार की मौत से कुछ घंटे पहले का है. इसमें वह अपने छोटे बेटे से टेलीफोन पर बात कर रहे हैं. इस ऑडियो में मुख्तार अंसारी को यह कहते सुना जा रहा है कि उन्हें जहर दिया गया है और अब वह बचेंगे नहीं. हालांकि उनका छोटा बेटा उमर उन्हें दिलासा दे रहा है और समझाने की कोशिश कर रहा है कि सबकुछ ठीक हो जाएगा. इसी ऑडियो को आधार बनाकर परिवार वाले पुलिस और प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं.