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इनकम टैक्स विभाग से कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. इनकम टैक्स विभाग ने कांग्रेस पार्टी को 1700 करोड़ का रिकवरी नोटिस भेजा है. यह नोटिस साल 2017-18 से लेकर 2020-21 के लिए भेजा गया है. IT डिपार्टमेंट द्वारा भेजी गई इस नोटिस में टैक्स के साथ ही जुर्माना और और ब्याज भी जोड़ा गया है. अब इनकम टैक्स के नोटिस पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस ने कहा कि इनकम टैक्स से नोटिस भिजवाकर बीजेपी, पार्टी को आर्थिक तौर पर कमजोर करना चाहती है.
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि भाजपा आर्थिक तौर पर कांग्रेस को कमजोर करना चाहती है. मेरे हाथ में रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपल है. इसमें सेक्शन 29 C कहता है कि इसका दुरुपयोग नहीं हो सकता है. इसमें साफ साफ लिखा है कि 20 हजार से ज्यादा जिसने डोनेशन जिस पार्टी या व्यक्ति को दिया है. उसको सारी डिटेल देना होती है. ये चुनाव आयोग की वेबसाइट पर हर पार्टी का डेटा मिलता है. इनकम टैक्स ने इसपर पट्टी लगा ली और हमारे 14 लाख के अमाउंट पर आरोप लगाया . जबकि हमने अपने 23 लोगों के नाम पता सब दिए. इसके बिहाफ पर हमारे करोड़ों रुपए ले गए.
भाजपा ने अबतक नहीं दिया ब्यौरा
2017 -18 में भाजपा ने 42 करोड़ की राशि का डेटा भाजपा ने अब तक नहीं दिया है.ये सिर्फ 2017- 18 का डाटा है.इसके अलावा पिछले 5 साल का डाटा तो है ही नहीं.2.5 करोड़ ऐसी राशि है. जिसका कोई हिसाब नहीं.इनके जितने भी उल्लंघन हैं. उसपर इनकम टैक्स आंख मूंदे बैठा है.4600 करोड़ भाजपा पर पेनल्टी लगती है अब तक लेकिन उन्हें सिर्फ कांग्रेस की गलती नजर आती है.
क्या ये लेवल प्लेइंग फिल्ड है.? – अजय माकन
हमारे 23 mp mla ने 14 लाख का कैश दिया . उसपर 135 करोड़ का जुर्माना लगा दिया लेकिन भाजपा के 4600 करोड़ का कोई हिसाब नहीं है.हम ये मांग करते हैं इनकम टैक्स से कि भाजपा के प्रति सॉफ्ट रवय्या न अपनाएं.हम आपको 4600 करोड़ का डेटा दे रहे हैं. उसपर उन्हें भी पेनल्टी लगाएं.
पार्टी को कमजोर करना चाहती हैं BJP
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अब कॉंग्रेस पर ₹1823 करोड़ का नोटिस दिया है. 135 करोड़ कांग्रेस के अकाउंट से इनकम टैक्स विभाग ने पहले ही निकाल लिये हैं. लेकिन BJP के जो अकाउंट की जानकारी चुनाव आयोग की वेबसाइट पर है, उसमें 1297 लोगों ने बिना नाम-पते के, बिना पूरी जानकारी के ₹ 42 करोड़ BJP को 2017-18 में जमा किए हैं.कॉंग्रेस के ₹ 14 लाख के डिपाजिट पर इनकम टैक्स विभाग ने हमारे अकाउंट फ़्रीज़ कर दिए, लेकिन BJP के 42 करोड़ नज़र नहीं आये!! BJP ने नियम के उल्लंघन किए हैं, उनके चलते उनपर ₹ 4600 करोड़ की देनदारी बनती है.