देश के तीन राज्यों में मुख्तार अंसारी पर 65 मुकदमे दर्ज.
यूपी में माफियाराज के एक युग का आज अंत हो गया. माफियाओं की हेड लिस्ट में एक ऐसा नाम, जिसने 90 के दशक में गदर काट रखी थी. आतंक ऐसा कि पुलिस भी उस पर हाथ डालने में 10 बार सोतची थी. कभी वह खुली जीप में घूमता तो कभी मूछों पर ताव देकर निकलता. गुंडा टैक्स, रंगदारी टैक्स और ठेका टैक्स उसकी आय का जरिया थे. राजनीति में जब हाथ आजमाया तो कभी हारा नहीं. बड़े-बड़े राजनेता उसके दर पर नतमस्तक हो जाते थे. आखिर होते भी क्यों न, क्योंकि पूर्वांचल में वह जीत की गारंटी था. ये नाम है माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का, जिसकी बांदा मेडिकल कॉलेज में आज मौत हो गई.
बात अगर माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की क्राइम कुंडली की करें तो देशभर के आठ राज्यों दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसारी पर कुल 65 मामले दर्ज हैं. मुख्तार अंसारी पर हत्या, लूट, डकैती, अपहरण, रंगदारी, गैंगस्टर, NSA जैसी विभिन्न जघन्य प्रकृति के अपराधों के ये मुकदमे हैं. इनमें पंजाब में एक और दिल्ली में तीन मुकदमे दर्ज हैं. बाकी मुकदमे उत्तर प्रदेश के गाजीपुर, वाराणसी, आजमगढ़ और मऊ सहित अन्य जिलों में दर्ज हैं. 19 साल से जेल में बंद मुख्तार अंसारी को पिछले डेढ़ सालों में आठ मामलों में सजा हो चुकी थी.
इन 8 केस में मुख्तार अंसारी को हो चुकी थी सजा
- 13 मार्च 2024: मुख्तार अंसारी पर फर्जी लाइसेंस केस में IPC की धारा 428, 467, 468 और आर्म्स एक्ट की धारा 30 के तहत आरोप सिद्ध किया गया था. कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी. इसके अलावा 2 लाख 2 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया था.
- 15 दिसंबर 2023: रूंगटा परिवार को बम से उड़ाने की धमकी मामले में 5 साल की जेल और 10 हजार रुपए का जुर्माना लगा था.
- जून 2023: चचित अवधेश राय हत्याकांड में मुख्तार अंसारी को उम्रकैद की सजा मिली थी.
- 29 अप्रैल 2023: गैंगस्टर एक्ट में गाजीपुर एमपी-एमएलए कोर्ट एएसजे-चतुर्थ ने 10 साल के सश्रम कारावास और 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था.
- 25 फरवरी 2023: आर्म्स एक्ट और 5-टाडा एक्ट के तहत नई दिल्ली में दर्ज केस में एएसजे साउथ डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने 10 साल सश्रम कारावास और 5.55 लाख रुपए की सजा सुनाई थी.
- 15 दिसंबर 2022: गैंगस्टर एक्ट में गाजीपुर एमपी-एमएलए कोर्ट ने 10 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई और 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया.
- 21 सितंबर 2022: इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सरकारी कर्मचारी को काम से रोकने और धमकाने के मामले में सुनाई सजा. लखनऊ के आलमबाग में दर्ज केस की धारा 353 के तहत दो साल की कैद एवं 10 हजार रुपए जुर्माना, धारा 504 के तहत दो साल की कैद एवं दो हजार रुपए का जुर्माना, धारा 506 में 7 साल की कैद एवं 25 हजार रुपए का जुर्माना की सजा सुनाई गई थी.
- 23 सितंबर 2022: लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज गैंगस्टर एक्ट में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने दो साल की कैद और 10 हजार रुपए का जुर्माना की सजा सुनाई थी.
मुख्तार अंसारी को 2 केस में मिली थी राहत
मुख्तार अंसारी को दो मामलों में राहत मिली हुई थी. आर्म्स एक्ट और 5-टाडा एक्ट के तहत नई दिल्ली में दर्ज केस में एएसजे साउथ डिस्ट्रिक्ट कोर्ट की ओर से 25 फरवरी 2003 को सुनाई गई सजा के खिलाफ अपील की गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने 21 अप्रैल 2005 को इस मामले में सुनवाई के बाद मुख्तार अंसारी को बरी कर दिया था.
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वहीं, 15 दिसंबर 2023 को एमपी-एमएलए कोर्ट की ओर से रूंगटा परिवार को धमकी देने के मामले में सुनाई गई सजा पर भी रोक लगाई गई थी. इस फैसले पर 16 जनवरी 2024 को प्रभारी जिला जज की कोर्ट ने रोक लगाई थी.
मुख्तार अंसारी पर दर्ज वो केस, जो सबसे ज्यादा चर्चा में रहे
- गाजीपुर में BJP MLA कृष्णानंद राय की हत्या.
- मन्ना हत्याकांड के गवाह रामचंद्र मौर्य की हत्या.
- फर्जी तरीके से शस्त्र लाइसेंस लेने का केस.
- कांग्रेस के नेता अजय राय के भाई अवधेश राय की हत्या.
- मऊ में ए श्रेणी ठेकेदार मन्ना सिंह हत्याकांड.
- रामचंद्र मौर्य के बॉडी गार्ड सिपाही सतीष का मर्डर.
- 26 फरवरी 1996 को गाजीपुर में ASP शंकर जायसवाल पर जानलेवा हमला.
- 1997 में पूर्वांचल के सबसे बड़े कोयला कारोबारी रूंगटा को अगवा करने का आरोप.
जेल में रहते मुख्तार अंसारी पर दर्ज हुए 8 मुकदमे
यूपी पुलिस के मुताबिक, 1988 में मुख्तार अंसारी का नाम क्राइम की दुनिया में पहली बार आया. मंडी परिषद की ठेकेदारी को लेकर लोकल ठेकेदार सच्चिदानंद राय की हत्या के मामले में मुख्तार का नाम सामने आया. इसके बाद मुख्तार ने कभी जरायम की दुनिया पीछे मुड़कर नहीं देखा. 90 के दशक से लेकर अब तक मुख्तार पर 65 मुकदमे दर्ज हुए. यूपी के गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, आजमगढ़, मऊ, सोनभद, लखनऊ, बाराबंकी और आगरा में लूट, डकैती, अपहरण, रंगदारी और हत्या से संबंधित धाराओं में मामले दर्ज हुए. इनमें सबसे ज्यादा मामले उसके गृह जिले गाजीपुर में दर्ज हैं. आठ मुकदमे ऐसे हैं, जो मुख्तार अंसारी के जेल रहने के दौरान दर्ज किए गए थे.