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Saturday, September 7, 2024
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Latur Lok Sabha Seat: कभी कांग्रेस का था किला, 7 बार जीते शिवराज पाटिल; अब लहरा रहा भगवा | Latur Lok Sabha Election 2024 bjp NCP Sharad Congress Mahavikas Aghadi stwar


Latur Lok Sabha Seat: कभी कांग्रेस का था किला, 7 बार जीते शिवराज पाटिल; अब लहरा रहा भगवा

लातूर कांग्रेस पार्टी का किला थाImage Credit source: tv9 भारतवर्ष

महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में एक लातूर लोकसभा सीट है. यह सीट कभी कांग्रेस पार्टी का गढ़ हुआ करता था. यहां से शिवराज पाटिल ने सात बार जीत दर्ज की थी. 2004 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद वह राज्यसभा के रास्ते संसद पहुंचे और मनमोहन सिंह की पहली सरकार में मंत्री बने. लातूर महाराष्ट्र का एक जिला है और इस नाम से ही एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र भी है. यह महाराष्ट्र राज्य का 16वां सबसे बड़ा शहर है. लातूर कांग्रेस पार्टी का किला है यहां अबतक हुए 15 चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने 11 बार जीत दर्ज की है. जबकि शेतकरी कामगार पक्ष ने एकबार जीत दर्ज की है. बीजेपी ने यहां तीन बार जीत दर्ज की है. वर्तमान में बीजेपी के सुधाकर तकारम श्रंगारे सांसद हैं.

2019 में सुधाकर तकारम श्रंगारे ने कामंत मच्छिन्द्र गुणवंतराव को हराया है. श्रंगारे ने यहां एकतरफा जीत हासिल की है. उन्हें इस चुनाव में जहां 56.2 प्रतिशत वोट मिले वहीं कांग्रेस के कामंत मच्छिन्द्र गुणवंतराव को 31.7% वोट ही मिले. तीसरे स्थान पर रहे वंचित बहुजन आघाडी के राम गारकर 9.5 प्रतिशत, चौथे स्थान पर रहे डॉ. सिद्धार्थकुमार दिगंबरराव सूर्यवंशी को 0.6 प्रतिशत, पांचवें स्थान पर बहुजन रिपब्लिकन सोशलिस्ट पार्टी के अरुण रामरान सोनटक्के को महज 0.4 प्रतिशत वोट मिले.

श्रंगारे ने कांग्रेस उम्मीदवार को हराया

सुधाकर तकारम श्रंगारे ने कांग्रेस उम्मीदवार को 2,89,111 वोटों से हराया था. श्रंगारे को जहां 661,495 वोट मिले थे तो वहीं दमच्छिंद्र गुणवंतराव कामंत को 372,384 वोट मिले. तीसरी स्थान पर वंचित बहुजन आघाडी के राम गारकर 112,255 वोट, चौथे स्थान पर रहे बीएसपी के डॉ.सिद्धार्थकुमार दिगंबरराव सूर्यवंशी को 6,549 वोट, पांचवें स्थान पर रहे अरुण रामराव सोनटक्के को 5,208 वोट मिले थे. इससे पहले 2014 में भी यहां बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. बीजेपी के डॉ. सुनील गायकवाड़ ने दत्तात्रेय गुंडेराव बनसोडे को वोटों से हराया था.सुनील बलिराम गायकवाड़ को जहां 6,16,509 वोट मिले थे.जबकि 3,63,114 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर कांग्रेस के दत्तात्रेय गुंडेराव बनसोडे रहे. तीसरे स्थान पर रहे बीएसपी के दीपक अरविंद कांबले को 20,029 वोट मिले थे.

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लातूर का चुनावी इतिहास

1962 में यहां हुए चुनाव में सबसे पहले कांग्रेस पार्टी के तुलसीराम कांबले सांसद चुने गए वह यहां लगातार तीन बार 1962, 1967 और 1971 में जीत दर्ज करने में कामयाब हुए थे.इसके बाद 1977 में आपातकाल के बाद हुए चुनाव में शेतकरी कामगार पक्ष के उद्धवराव साहेबराव पाटील ने जीत दर्ज की. इसके बाद यहां एक बार फिरकांग्रेस का पार्टी ने वापसी की और शिवराज पाटिल लातूर सीट पर 1980 से 2004 तक लगातार 24 सालों तक संसद चुनकर लातूर का प्रतिनिधित्व करते रहे.2004 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा और यहां बीजेपी के रूपाताई दिलीपराव निलंगेकर पाटील ने जीत दर्ज की. 2009 में कांग्रेस पार्टी के जयवंत गंगाराम आवले सांसद चुने गए.

लातूर लोकसभा का वोट गणित

2011 की जनगणना के अनुसार लातूर जिले की जनसंख्या 2,080,285 थी. यहां औसत साक्षरता दर 72% है. लातूर लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा लोहा, उदगिर, अहमदपुर, निलंगा और लातूर ग्रामीण, लातूर सिटी सीटें शामिल है. लातूर में कुल 18,86,657 मतदाता है इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 8,91,618 जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 9,95,030 है जबकि थर्ड जेंडर निर्वाचक थर्ड जेंडर निर्वाचक है. बीजेपी ने यहां वर्तमान सांसद सुधाराम श्रृंगारे पर एकबार फिर भरोसा जताया है जबकि कांग्रेस पार्टी ने डॉ. शिवाजी राव कालगे को उम्मीदवार बनाया है. सूखा और किसानों की समस्या लातूर के मुख्य मुद्दे हैं.

पंचगंगा नदी के किनारे बसा है लातूर

पंचगंगा नदी के किनारे बसे लातूर को दक्षिण भारत का काशी भी कहा जाता है. यहां मां महालक्ष्मी का मंदिर है जो 52 शक्तिपीठों में से एक है.यहां का बुद्धा पार्क मंदिर भी प्रमुख दर्शनीय स्थान है. इस मंदिर में भगवान महात्मा बुद्ध की कई मीटर ऊंची प्रतिमा स्थापित है.



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