अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन-चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग
चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. अब ड्रेगन ने अमेरिका को लेकर जहर उगला है और भारत को लेकर भी बड़ी बात कह दी है. चीन का ये गुस्सा भारत के अभिन्न अंग अरुणाचल प्रदेश को लेकर है. अमेरिका द्वारा अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग बताने के बाद चीन बुरी तरह बौखलाया हुआ है.
अमेरिका ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग मानते हुए वास्तविक रेखा पर चीन की एकपक्षीय हरकतों को गलत बताया था. गुरुवार को चीन की सेना ने इसका विरोध किया. चीन के रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया कि अमेरिका भारत को भड़का रहा है. चीन की सेना ने ये भी कहा कि भारत के साथ जो सीमा मुद्दा है उसे सुलझाने के लिए दोनों देशों के पास एक तंत्र, संवाद माध्यम और इच्छा शक्ति है.
दो देशों के बीच विवाद भड़का रहा अमेरिका
चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वू कियान ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि अमेरिका दो देशों के बीच विवाद भड़काने का काम कर रहा है. यही अमेरिका का इतिहास रहा है. उन्होंने वाशिंगटन के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी जिसमें अमेरिका ने अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के तौर पर मान्यता दी थी. वू कियान ने कहा कि ये दो देशों के बीच का विवाद है. दोनों देश बातचीत और परामर्श के जरिए सीमा मुद्दे को संभालने की इच्छा रखते हैं.
अमेरिका ने कही थी ये बात
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता ने हाल ही में नौ मार्च को कहा था कि अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के तौर पर मान्यता देता है. हम वास्तविक नियंत्रण रेखा को सामान्य रखने के पक्षधर हैं. यहां किसी भी सैन्य घुसपैठ, अतिक्रमण या एक पक्षीय दावे का कड़ा विरोध करते हैं.
भारत लगातार खारिज करता रहा है चीन का दावा
अरुणाचल प्रदेश को चीन लगातार अपना हिस्सा बताता रहा है. हाल ही में जब पीएम मोदी अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर गए थे, तब भी चीन की बौखलाहट सामने आई थी. उस वक्त चीन के विदेश मंत्रालय वांग वेनबिन ने कहा था कि इससे भारत और चीन के बीच सीमा विवाद और बढ़ सकता है. वेनबिन ने यहां तक कह दिया था कि जंगनान यानी अरुणाचल प्रदेश को डेवलप करने का भारत का कोई अधिकार नहीं है. इस पर भारत ने आपत्ति जताई थी. इससे पहले भी भारत लगातार अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावों को लगातार खारिज करता रहा है.