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Sunday, January 19, 2025
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Dadra nagar haveli lok sabha constituency profile bjp opposition alliance india elections 2024 | Dadra Nagar Lok Sabha 2024: कांग्रेस-बीजेपी का रहता दबदबा पर बाजी मारते हैं निर्दलीय, क्या इस बार बदलेगा समीकरण?


Dadra Nagar Lok Sabha 2024: कांग्रेस-बीजेपी का रहता दबदबा पर बाजी मारते हैं निर्दलीय, क्या इस बार बदलेगा समीकरण?

दादरा और नगर हवेली लोकसभा सीट

केंद्र शासित प्रदेश में शामिल दादरा और नगर हवेली लोकसभा चुनाव के लिए अभी से तैयार हैं. ये महाराष्ट्र और गुजरात के मध्य में स्थित है और यहां की राजधानी सिलवासा है. इसके इतिहास को देखें तो यहां पर पुर्तगालियों या मराठाओं का ही शासन रहा है. दादरा और नगर हवेली लोकसभा सीट हमेशा से ही कांग्रेस के लिए महत्वूर्पण रही है. इस सीट पर हमेशा से ही कांग्रेस का दबदबा रहा है. मौजूदा लोकसभा सीट से शिवसेना की कलाबेन मोहनभाई डेलकर सांसद हैं.

दादरा और नगर हवेली लोकसभा सीट पर पहली बार साल 1967 में लोकसभा चुनाव कराए गए थे. इस सीट से पहली बार कांग्रेस के रूपजीभाई सांजीभाई डेलकर जीतकर आए थे. इसके बाद से साल 1980 तक कांग्रेस ने पलटकर नहीं देखा और लगातार इस सीट से जीत हासिल करते रहे. इस सीट से सबसे ज्यादा समय तक मोहनभाई सांजीभाई डेलकर सांसद रहे. ये अलग बात है कि उन्होंने अलग-अलग दल के टिकट पर ये जीत हासिल की है. यहां से बीजेपी अब तक केवल दो बार ही जीती है. राजनीतिक इतिहास में जाएं तो 1967 से पहले यहां पर संसद सदस्य निर्वाचित नहीं किए जाते थे. इस सीट पर भले ही कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलती हो लेकिन फायदा निर्दलीय उम्मीदवारों को ही होता है. साल 2019 के परिणाम को देखें तो चुनाव में मोहनभाई सांजीभाई डेलकर चुनाव जीतकर सांसद बने थे.

2019 के नतीजों पर एक नजर

दादरा और नगर हवेली लोकसभा सीट पर 2019 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में उतरे मोहनभाई सांजभाई डेलकर ने जीत हासिल की थी. उन्होंने इस चुनाव में 90421 वोट हासिल की थे जबकि बीजेपी के पटेल नाथूभाई गोमनभाई को 81420 वोट हासिल हुए थे. यही नहीं इस चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के टोकिया प्रभुभाई को मात्र 8608 वोट ही हासिल हुए थे. हालांकि साल 2021 में मोहनभाई सांजीभाई डेलकर के निधन के बाद यहां पर उपचुनाव कराए गए. इस उपचुनाव में मोहनभाई सांजीभाई डेलकर की पत्नी कलाबेन मोहनभाई डेलकर को शिसेना ने पार्टी उम्मीदवार बनाया और उन्होंने इस चुनाव में जीत हासिल की.

दादरा और नगर हवेली लोकसभा सीट का राजनीतिक इतिहास

दादरा और नगर हवेली लोकसभा सीट का राजनीति इतिहास काफी दिलचस्प रहा है. बीजेपी और कांग्रेस की जंग के बीच यहां ये कई बार स्वतंत्र उम्मीदवार जीत का परचम लहरा चुके है. साल 1967 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार सांजीभाई रूपजीभाई डेलकर ने जीत हासिल की थी. इसके बाद साल 1971 और 1977 में कांग्रेस के टिकट पर रामूभाई रावजीभाई पटेल जीतकर आए. इससे बाद 1980 ने रामजी पोटला महला को टिकट दिया और उन्होंने जीत हासिल की. साल 1984 में बड़ा बदलाव हुआ और निर्दलीय उम्मीदवार सीताराम जिव्याभाई गवली ने चुनाव जीत लिया. इस चुनाव के बाद साल 1989 से लेकर 2004 तक मोहनभाई सांजीभाई डेलकर सांसद रहे. हालांकि वो कभी कांग्रेस, कभी बीजेपी, कभी निर्दलीय तो कभी भारतीय नवशक्ति पार्टी के टिकट पर जीत कर संसद पहुंचते रहे. हालांकि साल 2009 और 2014 में बीजेपी ने बाजी पलटी और नटूभाई गोमनभाई पटेल ने चुनाव जीत लिया. साल 2019 में एक बार फिर मोहनभाई सांजीभाई डेलकर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में उतरे और जीत हासिल की. उनके निधन के बाद से साल 2021 से उनकी पत्नी कलाबेन डेलकर शिवसेना के टिकट पर सांसद हैं.



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