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Saturday, September 7, 2024
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हार्दिक पांड्या को गाली, गायकवाड़ को ताली…धोनी से सीखना चाहिए कप्तानी कैसे दी जाती है | ms dhoni ruturaj gaikwad captaincy hardik pandya rohit sharma mumbai indians ipl 2024


हार्दिक पांड्या को गाली, गायकवाड़ को ताली...धोनी से सीखना चाहिए कप्तानी कैसे दी जाती है

धोनी से सीखो कप्तानी कैसे सौंपी जाती है? (PC-PTI)

आईपीएल में 24 मार्च और 26 मार्च की तस्वीरें बहुत कुछ बयान करती हैं. पहले 24 मार्च की बात करते हैं. मुंबई इंडियंस और गुजरात टाइटंस का मुकाबला था. ये मैच अहमदाबाद में खेला जा रहा था. इस मैच के दौरान हार्दिक पंड्या को फैंस की जबरदस्त नाराजगी का शिकार होना पड़ा. पहले तो जब वो टॉस के लिए आए तब ‘हूटिंग’ हुई. इसके बाद जब वो पहला ओवर फेंकने आ गए तो दोबारा ‘हूटिंग’ हुई. भूलिएगा नहीं कि टीम में जसप्रीत बुमराह भी थे. लेकिन पहला ओवर पंड्या ने फेंका. और तो और पहली ही गेंद पर उन्हें चौका भी पड़ गया तो फैंस की नाराजगी भी बढ़ गई. ये नाराजगी दोतरफा थी गुजरात के फैंस उनसे इसलिए नाराज थे कि उन्होंने टीम का साथ छोड़कर मुंबई का दामन थाम लिया. मुंबई के फैंस इसलिए नाराज थे क्योंकि उनकी वजह से उनके चहेते रोहित शर्मा की कप्तानी गई.

अब दूसरी तारीख पर आते हैं. दूसरी तारीख थी 26 मार्च. 26 मार्च को चेन्नई सुपरकिंग्स का मुकाबला गुजरात टाइटंस से था. इस मैच में चेन्नई के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ के लिए जमकर तालियां बज रही थीं. अव्वल तो उन्होंने टीम को शानदार शुरूआत दिलाई. उन्होंने 36 गेंद पर 46 रन की पारी खेली. इसमें पांच चौके और 1 छक्का शामिल था. चेन्नई के ऐतिहासिक चेपॉक स्टेडियम में मौजूद फैंस उनकी जमकर हौसलाअफजाई कर रहे थे. उन्हें भी धोनी की जगह कप्तानी सौंपी गई है. धोनी भी भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े स्टार खिलाड़ियों में शुमार रहे हैं. बावजूद इसके उनके फैंस गायकवाड़ को ‘पचा’ लेते हैं जबकि रोहित के फैंस हार्दिक को नहीं ‘पचा’ पाते. इसके पीछे है उन हालातों का फर्क, जिसके तहत ये दोनों बदलाव हुए.

हार्दिक पांड्या के लिए क्या है बड़ा सबक

हार्दिक पंड्या 2023 वर्ल्ड कप के एक मैच में चोट के बाद टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे. उनकी कमी फैंस को बिल्कुल नहीं खली क्योंकि उनकी जगह टीम में शामिल किए गए मोहम्मद शमी ने कहर ढा दिया. वो टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने. उन्होंने 24 विकेट लिए. कड़वा सच ये है कि अभी वर्ल्ड कप खत्म भी नहीं हुआ था जब लोग ये कहने लगे थे कि पंड्या के चक्कर में प्लेइंग-11 में शमी का रास्ता रूका हुआ था. यानी पंड्या के पक्ष में हवा नहीं थी. इसके बाद मुंबई इंडियंस ने उन्हें गुजरात टाइटंस से ‘ट्रेड’ कर लिया. सोशल मीडिया में पंड्या के विरोध में जमकर शोर मचा. लोगों ने पंड्या के इस फैसले को ज्यादा पैसा कमाने के लिए उठाया गया कदम कहा. ये नाराजगी अभी थोड़ी कम हुई ही थी कि खबर आई कि 2024 आईपीएल में मुंबई इंडियंस की कमान रोहित शर्मा की जगह हार्दिक पंड्या को देने का फैसला हुआ है.

इस खबर ने गुस्से की आग में घी डालने का काम किया. रोहित शर्मा की कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने 5 बार खिताब जीता है. वो इस लीग में कप्तान धोनी के साथ सबसे ज्यादा बार खिताब जीतने वाले कप्तान हैं. फैंस से अलग मुंबई इंडियंस के खिलाड़ियों ने भी अपरोक्ष तौर पर इस फैसले पर सवाल उठाया. उस समय जसप्रीत बुमराह की पोस्ट को भी इस बदलाव से जोड़ कर देखा गया. एक सेकेंड के लिए मान भी लिया जाए कि ये फैसला रोहित शर्मा को भरोसे में लेकर किया गया होगा तो भी बेहतर यही होता कि इस सीजन में रोहित को ही कप्तानी करने दी जाती. अगर ये फैसला मुंबई इंडियंस की फ्रेंचाइजी का था तो हार्दिक पंड्या भी कह सकते थे कि इस सीजन में रोहित को ही कप्तानी करने दी जाए वो अगले सीजन से ये रोल ‘फुल फ्लेजेड’ संभाल लेंगे. भूलिएगा नहीं कि 2024 टी20 वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा को कप्तानी करनी है और हार्दिक पंड्या उनकी कप्तानी में खेलेंगे.

चेन्नई ने समझदारी से किया काम

चेन्नई सुपरकिंग्स ने भी कप्तान बदला. धोनी की जगह ऋतुराज गायकवाड़ को कमान सौंपी गई. पिछली बार जब टीम ने रवींद्र जडेजा को ये जिम्मेदारी सौंपी थी तो लेने के देने पड़े थे. इस बार उन्होंने फिर ये ‘रिस्क’ लिया. ये इतना आसान काम नहीं था. धोनी के फैंस तो अलग ही ‘लेवल’ के हैं. पिछले साल चेन्नई की टीम जब चैंपियन बनी तो मैच खत्म होने के 2-3 घंटे बाद तक सैकड़ों दर्शक स्टेडियम में बैठे रहे. उनकी चाहत थी कि धोनी की एक और झलक देखने को मिल जाए. धोनी को पता चला तो वो वापस मैदान में लौटे. अपने चाहने वालों को ‘वेव’ किया उसके बाद वो वापस लौटे. यानी अगर मुंबई इंडियंस की तरह फैसला लिया गया होता तो शायद फैंस की नाराजगी भी अलग ही स्तर की होती. लेकिन इस सारे फैसले में धोनी शामिल रहे.

सूत्रों के मुताबिक धोनी ने खुद ही तय किया कि वो इस सीजन में गायकवाड़ को कप्तानी में पूरी मदद करेंगे. एक तरह से उनके ‘गाइड’ या ‘मेंटॉर’ का रोल निभाएंगे. चेन्नई ने अभी तक 2 मैच खेले हैं. दोनों मैच में धोनी की सक्रियता को दे्खकर साफ समझा जा सकता है कि वो कप्तानी का काफी बड़ा रोल वो खुद निभा रहे हैं. लेकिन ऐसा नहीं कि गायकवाड़ बिल्कुल ही निष्क्रिय दिखते हों. गायकवाड़ भी फील्ड प्लेसमेंट से लेकर काफी मामलों में एक्टिव दिखते हैं. कप्तानी का रोल कई चीजों की डिमांड करता है. सबसे पहले आपको सही प्लेइंग 11 चुननी है. फील्ड प्लेसमेंट, बॉलिंग में बदलाव, बैटिंग ऑर्डर और इस तरह की तमाम रणनीतियां. धोनी ने संभवत: गायकवाड़ को कह रखा होगा कि वो एक-एक करके चीजों को समझें और संभालें. उन्होंने कप्तानी को एक ‘लीगेसी’ की तरह आगे ‘ट्रांसफर’ किया. यही वजह है कि उनके फैंस अब ऋतुराज गायकवाड़ के फैन हैं. उनके लिए बजने वाली तालियां अब ऋतुराज गायकवाड़ के लिए बजती हैं.



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